Shravani Mela 2020 : सावन की अंतिम सोमवारी पर शिवालयों में हुई पूजा, श्रद्धालुओं ने बाबा का किया शृंगार

Shravani Mela 2020 सावन की पांचवी और अंतिम सोमवारी पर श्रद्धालुओं ने भगवान शिव की पूजा की। लोगों ने भगवान शिव का शृंगार किया।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 03 Aug 2020 07:45 AM (IST) Updated:Mon, 03 Aug 2020 07:45 AM (IST)
Shravani Mela 2020 : सावन की अंतिम सोमवारी पर शिवालयों में हुई पूजा, श्रद्धालुओं ने बाबा का किया शृंगार
Shravani Mela 2020 : सावन की अंतिम सोमवारी पर शिवालयों में हुई पूजा, श्रद्धालुओं ने बाबा का किया शृंगार

भागलपुर, जेएनएन। सावन की आखिर सोमवारी को लेकर मंदिर के पंडित व पूजारियों ने बाबा भोलेनाथ की विशेष शृंगार पूजा अर्चना और आरती करने की योजना बनाई है। बाबा बूढ़ानाथ मंदिर के प्रबंधक बाल्मिकी सिंह ने कहा कि सुबह में बाबा का दूध, दही, घी सहित अन्य सामग्रियों ने अभिषेक किया जाएगा। शाम में कीर्तन भजन के साथ शृंगार पूजा पूजा और महाआरती कीर्तन भजन के साथ की जाएगी। पर मंदिर में भक्तों के प्रवेश पर रोक रहेगा। पूजारी शारीरिक दूरी का पालन करते हुए बाबा की पूजा करेंगे।

शिव शक्ति मंदिर के महंत अरूण बाबा ने कहा कि कोरोना संकट के कारण मंदिर को खोलने पर प्रतिबंध है। बावजूद इसके देवाधिदेव महादेव का अभिषेक और शृंगार परंपरागत तरीके से किया जाएगा। कुपेश्वर मंदिर कोतवाली चौक के पंडित विजयानंद शास्त्री ने कहा कि अंतिम सोमवारी के पावन अवसर पर दूध, फूल और वर्फ से बाबा का शृंगार किया जाएगा।

वहीं ग्रामीण क्षेत्र के मंदिरों में सावन के अंतिम दिन पूजा की रविवार से ही खास तैयारियां की गई है। मंदिर को रंग-बिरंगे फूलों से सजाया गया है। कई जगह कीर्तन भजन का भी आयोजन रखा गया है।

आज झुलनोत्सव का होगा समापन

पांच दिवसीय झूलनोत्सव के चौथे दिन रविवार को शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में राधा-कृष्ण का अलौकिक श्रृंगार कर झूले पर झुलाया गया। कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामले को लेकर मंदिरों में श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक थी। मंदिर प्रबंधन की ओर से पंडितों के द्वारा भगवान श्रीकृष्ण व राधिका माता को नया वस्त्र पहनाकर पूजा-पाठ हुआ।

 सोमवार को सावन पूर्णिमा के पावन अवसर अलीगंज स्थित प्राचीन राधा कृष्ण ठाकुरबाड़ी, नया बाजार स्थित जगन्नाथ मंदिर, कोतवाली चौक स्थित बाबा कुपेश्वरनाथ महादेव मंदिर, चुनिहारी टोला स्थित मोहरी मंदिर, रंगनाथ मंदिर, चुनिहारी टोला स्थित राधा कृष्ण ठाकुरबाड़ी, राधा-कृष्ण ठाकुरबाड़ी बरारी, वेरायटी चौक स्थित दुग्धेश्वर मंदिर में पंडितों के द्वारा विशेष पूजा अर्चना के साथ भगवान को झूले पर झुलाया जाएगा। इसके बाद विधिवत समापन की जाएगी।

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