शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के दो कैदियों की मौत, बेगूसराय और बांका के थे कैदी

भागलपुर जेल में बंद दो कैदियों की मौत सोमवार को हो गई। दोनों कैदी बेगूसराय और बांका के रहने वाले थे। अस्‍वस्‍थ हो जाने पर दोनों को जेएलएनएमसीएच में भर्ती कराया गया था।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 31 Aug 2020 03:23 PM (IST) Updated:Mon, 31 Aug 2020 03:23 PM (IST)
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के दो कैदियों की मौत, बेगूसराय और बांका के थे कैदी
शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के दो कैदियों की मौत, बेगूसराय और बांका के थे कैदी

भागलपुर, जेएनएन। शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा के दो कैदियों की सोमवार की सुबह मौत मायागंज अस्पताल में हो गई। मरने वाले कैदियों में 86 वर्षीय विचाराधीन कैदी महेंद्र सिंह और 63 वर्षीय सजायाफ्ता विजय झा शामिल हैं। महेंद्र बेगूसराय के पनसल्ला गांव का रहने वाला था। उसे जेल प्रशासन ने दस अगस्त 2020 को मायागंज अस्पताल में प्राणरक्षार्थ विशेष जांच को भर्ती कराया था। उपचार के दौरान सोमवार की सुबह उसकी मौत हो गई। महेंद्र मंडल कारा बेगूसराय से 19 मार्च 2017 को प्रशासनिक आदेश पर भागलपुर जेल लाया गया था।

उपचार के दौरान मायागंज में दम तोडऩे वाला दूसरा कैदी विजय झा बांका जिले के रजौन असोता गांव का रहने वाला था। उसे विशेष जांच के लिए जेल प्रशासन ने 30 अगस्त को मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया था। सोमवार की सुबह उसने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। उसे बांका मंडल कारा प्रशासन ने प्रशासनिक आदेश पर स्थानांतरित कर 10 मई 2020 को भागलपुर भेजा था।

मोबाइल चोरी करते तीन किशोर हिरासत में

औद्यौगिक (जीरोमाइल) बस स्टैंड के पास से सोमवार की सुबह दस बजे मोबाइल चोरी करते तीन किशोर को लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार ऑटो से उतरे नवगछिया निवासी सुरेश मंडल की मोबाइल उनकी जेब से निकालते समय पकड़ लिया गया। दो और लड़के भी कुछ दूरी पर खड़े थे। उन्हें भी लोगों ने पकड़ कर पुलिस के हवाले कर दिया। लोगों ने बताया कि वह लोगों से भोजन के लिए पैसे मांगने के बहाने मोबाइल चुरा लेते थे। तीनों ने पूछताछ में अपना घर झारखंड के साहिबगंज महाराजपुर बताया है। उनमें से एक लड़का तिलकामांझी ट्रैफिक सिग्नल के पास भी ऑटो पर बैठे एक महिला का मोबाइल चुराते पूर्व में पकड़ा जा चुका है। यहां बता दें कि जिले में मोबाइल चोरी की घटना में काफी बढ़ोतरी हुई है। अक्‍सर लोगों का मोबाइल को पॉकेट से निकल लेने की सूचना मिलती है। इस घटना की प्राथमिकी भी थाने में दर्ज नहीं की जाती।

chat bot
आपका साथी