पुलिस को देख नदी में कूद गया मामले का आरोपित! स्वजनों ने अपहरण और हत्या का आरोप लगाते हुए जाम किया खगड़िया एनएच-31
बताया जा रहा है कि नदी से जिस युवक की लाश बरामद हुई है वो एक मामले में आरोपित था। पुलिस को देखते ही वो नदी में कूद गया। दूसरी तरफ स्वजनों ने हत्या का आरोप लगाते हुए खगड़िया एनएच-31 को जाम कर दिया।
जागरण संवाददाता, खगड़िया। खगड़िया के बलुआही वार्ड नंबर 26 निवासी अमित ठाकुर का शव शुक्रवार को बूढ़ी गंडक नदी से एसडीआरएफ की टीम ने बरामद किया। अमित के भाई अजीत ठाकुर के बयान पर नगर थाना के दो टाइगर मोबाइल, गश्ती दल के अधिकारी व सिपाहियों पर अपहरण का केस दर्ज किया गया है। अजीत के साथ करीब एक सौ स्थानीय लोगों ने बीते गुरुवार की रात मुफस्सिल थाना की घेराबंदी की थी। वे लोग पुलिस पर अमित को गायब करने का आरोप लगा रहे थे। इस दौरान केस के लिए अर्जी दी गई और केस दर्ज किया गया।
इधर, शुक्रवार की सुबह बूढ़ी गंडक नदी से अमित का शव मिलते ही लोग आक्रोशित हो उठे। बलुआही बस पड़ाव के समीप शव के साथ एनएच 31 को जाम कर दिया। लोगों ने एनएच पर टायर जलाकर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान साहेबपुर कमाल थाना की पुलिस जीप को देखते ही रोड़ेबाजी कर दी। आक्रोशित लोग मृतक के स्वजन को मुआवजा देने व आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। सदर एसडीओ धर्मेंद्र कुमार, एसडीपीओ सुमित कुमार, सीओ अंबिका प्रसाद समेत कई थानों की पुलिस और युवा जदयू के लोकसभा प्रभारी विक्रम यादव, जिला ट्रक आनर एसोसिएशन के अध्यक्ष सह वार्ड पार्षद शिवराज यादव वहां पहुंचे। मुआवजा देने के सवाल पर बाधा दूर कर प्रक्रिया अपनाने की बात पर जाम टूटा। घंटों एनएच 31 जाम होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतारें लग गई।
मालूम हो कि बुधवार की देर रात एससी-एसटी मामले के फरारी सन्नी यादव को गिरफ्तार करने नगर पुलिस संसारपुर के विपिन वर्मा के लाइन होटल पर गई थी। जहां सन्नी और अमित बैठा था। पुलिस को देखते ही दोनों नदी में छलांग लगा दिया। सन्नी नदी से निकल गया, जबकि अमित लापता हो गया। केस में स्वजन ने आरोप लगाया है कि टाइगर मोबाइल मिथुन व लालमुनि और गश्ती दल के अधिकारियों ने अमित को पकड़ा और होटल के पीछे लाया। तभी से वह लापता था। मृतक अमित लूटकांड मामले में पहले ही आरोपित था, जबकि एनएच 31 पर बमकांड मामले का भी वह फरारी था। नगर थानाध्यक्ष रामस्वार्थ पासवान ने बताया कि स्वजन के बयान पर आरंभिक तौर पर केस दर्ज किया गया है। जांच-पड़ताल में पूरा मामला स्पष्ट हो जाएगा।