टेली मेडिसीन से इलाज की फिर से तैयारी, सात साल पहले भी किया गया था शुरू, जानिए...

भागलपुर में फिर से टेली मेडिसीन सेवा की शुरुआत होने जा रही है। सात साल पहले भी इसे शुरू किया गया था लेकिन इसे तीन साल बाद ही बंद कर दिया गया था। अब एक बार फिर से इसे शुरू करने की तैयारी हो गई है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 12 Feb 2021 08:00 AM (IST) Updated:Fri, 12 Feb 2021 08:00 AM (IST)
टेली मेडिसीन से इलाज की फिर से तैयारी, सात साल पहले भी किया गया था शुरू, जानिए...
भागलपुर में फिर से टेली मेडिसीन सेवा की शुरुआत होने जा रही है।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले में फिर टेली मेडिसीन द्वारा मरीजों के इलाज की तैयारी की जा रही है। अस्पतालों में चिकित्सकों के आने का समय नहीं है, टेली मेडिसीन में वो कितना ध्यान दें पाएंगे। यही वजह है कि 2013 में सरकार ने टेली मेडिसीन द्वारा इलाज शुरू किया था लेकिन तीन वर्ष के अंदर ही इलाज बंद हो गया।

वेलनेस सेंटरों में इलाज किया जाएगा

सरकार ने जिले के वेलनेस सेंटरों में टेली मेडिसीन खोलने का निर्देश दिया है। इसकी तैयारी भी की जा रही है। लेकिन यह व्यवस्था कितनी कारगर रहेगी कहना मुश्किल है। सेंटर में आने वाले मरीज रजिस्ट्रेशन करवाएंगे। विशेषज्ञ चिकित्सकों से ऑन लाइन मरीज से बात भी होगी और जांच करवाने की सलाह भी दी जाएगी। अस्पताल में पैथोलॉजी जांच की व्यवस्था होगी। जांच रिपोर्ट आने पर पोर्टल पर रिपोर्ट अपलोड की जाएगी।

पटना सहित राज्य के अन्य मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चिकित्सकों की टीम बनाई जाएगी। जो सुबह आठ बजे से दो बजे तक रहेंगे। ताकि मरीज को ऑन लाइन चिकित्सकीय संबंधी इलाज कर सके। कम्युनिटी हेल्थ पदाधिकारी (सीएचओ) की नियुक्ति की प्रक्रिया भी प्रारंभ की गई है। सीएचओ की निगरानी में मरीजों का इलाज किया जाएगा। नवंबर 2013 में जिले के सदर अस्पताल, रेफरल अस्पताल और अनुमंडलीय अस्पताल में टेली मेडिसीन से इलाज की शुरुआत की गई। प्रतिदिन छह से 10 मरीजों का इलाज किया जाता था। लेकिन सभी आयुष चिकित्सक थे।

इलाज की सारी व्यवस्था, उपकरण, कम्प्युूटर नार्टन एजेंसी को सरकार ने दी थी। पैथोलॉजी जांच के लिए केमिकल की आपूर्ति समय पर नहीं हो रहा था। साथ ही एजेंसी की राशि का भुगतान भी प्रभावित था। राज्य स्वास्थ्य समिति के निदेशक के निर्देश पर क्षेत्रीय अपर निदेशक द्वारा टेली मेडिसीन के इलाज की व्यवस्था के बारे में जांच की गई। जिसमें कई अनियमितताएं पाई गई। सरकार को जांच रिपोर्ट देने टेली मेडिसीन द्वारा इलाज की व्यवस्था बंद कर दी गई।

जिले के कुछ वेलनेस सेंटरों में टेली मेडिसीन द्वारा इलाज की तैयारी की जाएगी। कब से इलाज किया जाएगा, अभी कहना मुश्किल है। डॉ. विजय कुमार सिंह, सिविल सर्जन 

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