आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर एनएच-80 छह घंटे तक जाम
लोगों को समझाने-बुझाने के लिए लॉ एंड आर्डर डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर समेत कई इंस्पेक्टर को करीब तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी।
भागलपुर। दहेज के लिए एसिड पिलाकर रजनी की हत्या मामले में आक्रोशित परिजनों ने शव को बीच सड़क पर रखकर नाथनगर के पास भागलपुर-पटना, एनएच 80 मार्ग को करीब छह घंटे तक जाम कर दिया। परिजन आरोपितों के गिरफ्तारी की मांग कर रहे थे। इस दौरान लोगों ने जमकर हंगामा किया। लोगों को समझाने-बुझाने के लिए लॉ एंड आर्डर डीएसपी राजेश सिंह प्रभाकर समेत कई इंस्पेक्टर को करीब तीन घंटे मशक्कत करनी पड़ी। अंत में एसएसपी मनोज कुमार के आरोपितों की गिरफ्तारी के आश्वासन पर जाम टूटा।
बांस-बल्ला लगाकर सड़क पर किया प्रदर्शन
रजनी के परिजन सोमवार की रात ही उसका शव लेकर पटना से नाथनगर पहुंचे। सुबह नौ बजे शव के साथ परिजन और ग्रामीण नाथनगर बजरंग बली चौक पर बैठ गए। सड़क के दोनों ओर बांस-बल्ला लगाकर और आगजनी कर जाम कर दिया। इस दौरान आक्रोशित लोगों ने जमकर प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और हंगामा किया। स्थानीय लोगों को काफी परेशानी हुई। पुलिस को भी कई बार लोगों का विरोध झेलना पड़ा।
एसिड पिलाने के बाद कराया अस्पताल में भर्ती
नाथनगर हजारीसाह लेने निवासी संतोष रजक की पुत्री रजनी को 31 मार्च को अकबरनगर में ससुराल वालों ने दहेज के लिए बुरी तरह मारने पीटने के बाद एसिड पिला दिया था। गंभीर हालत में उसे मायागंज अस्पताल में भर्ती कराया। जहां रजनी की स्थिति बिगड़ती देख बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया। मगर इलाज के दौरान रजनी की मौत 15 अप्रैल को श्रीराम अस्पताल में हो गई। मायागंज अस्पताल में रजनी ने पुलिस को अपना बयान दिया था।
2014 में हुई थी शादी
रजनी की बहन ममता और शोभा देवी ने बताया था कि रजनी की शादी तीन मार्च 2014 को अकबरनगर इंगलिश चिचरौन के रहने वाले महेश्वर रजक के पुत्र धर्मवीर भास्कर के साथ हुई थी। रजनी को डेढ़ साल का बेटा भी है। बहन ने जानकारी दी थी कि धर्मवीर मुंगेर जिले में बिहार पुलिस में सिपाही के पद पर कार्यरत है। दहेज की खातिर वह अक्सर रजनी से मारपीट करता था। किसी अन्य महिला से भी उसका अवैध संबंध है। इस कारण अक्सर दोनों के बीच नहीं बनती थी।
डेढ़ साल के बेटे से मुखाग्नि की कर रहे थे मांग
सड़क जाम कर रहे परिजनों ने आरोपित की गिरफ्तारी के साथ रजनी के डेढ़ साल के बेटे हर्ष से मुखाग्नि दिलाने की मांग कर रहे थे। उनका आरोप है कि रजनी के ससुराल वाले के पास यदि हर्ष रहेगा तो वे लोग उसे भी जिंदा नहीं छोड़ेंगे। आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए एसएसपी मनोज कुमार ने एसआइटी का गठन कर दिया।