खगड़िया: कोसी-बागमती की बाढ़-कटाव से निपटने की तैयारी जोरों पर, कई जगह काम पूरा

नदियों से घिरे बिहार के खगड़िया जिले में संभावित बाढ़ को लेकर तैयारी जोरों पर की जा रही है। नदियों के तटबंध को मजबूत किया जा रहा है। कटाव रोधी कार्य भी हो रहे हैं। पहले 15 मई तक कार्य पूर्ण होना था लेकिन विभाग ने कार्य विस्तार की अवधि...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Mon, 16 May 2022 02:18 PM (IST) Updated:Mon, 16 May 2022 02:18 PM (IST)
खगड़िया: कोसी-बागमती की बाढ़-कटाव से निपटने की तैयारी जोरों पर, कई जगह काम पूरा
खगड़िया में कटाव रोधी कार्य तेजी पर किए जा रहे हैं।

निर्भय, खगड़िया: बिहार के सर्वाधिक बाढ़ प्रभावित जिलों में खगड़िया शामिल हैं। अब बाढ़-बरसात का मौसम आने वाला है। सबसे पहले कोसी और बागमती उफनाती हैं। खगड़िया में कोसी, बागमती की बाढ़ से बचाव को लेकर बांध-तटबंधों की लंबी श्रृंखला है। इनमें कराचीन-बदलाघाट तटबंध, बदला-नगरपाड़ा तटबंध, चोढ़ली जमींदारी बांध, तेलिहार जमींदारी बांध आदि शामिल हैं। इन बांध-तटबंधों के संवेदनशील बिंदुओं पर बाढ़ पूर्व कटाव निरोधक कार्य जारी है। चार स्थलों पर कार्य पूर्ण हो चुका है। मालूम हो कि 15 मई तक ही कार्य पूर्ण किया जाना था। लेकिन विभाग ने विस्तारीकरण करते हुए तिथि 15 जून तक बढ़ा दी है।

यहां-यहां काम हुआ पूरा

बागमती नदी के तीन और कोसी के एक स्थल पर कार्य पूर्ण हो चुका है। बागमती नदी पर बीएन तटबंध के 4.50-5.00 किलोमीटर स्थित मालपा स्थल पर कार्य पूर्ण हो चुका है। जबकि बागमती पर ही लगमा भरपुरा जमींदारी बांध के एक से दो किलोमीटर के लगमा स्थल, बीएन तटबंध के नौ किलोमीटर के सामने चौथम स्थल पर भी कार्य पूरा कर लिया गया है। कोसी नदी के तेलिहार जमींदारी बांध के डेढ़ से ढाई किलोमीटर के बीच ठाकुरबासा के पास भी कार्य पूर्ण है।

यहां है कटाव निरोधी कार्य जारी

बीएन तटबंध के 23 किलोमीटर के सामने फुलबडिय़ा स्थल, 24 किलोमीटर के पास लौंगा, 31-32 किलोमीटर वीरवास स्थल पर युद्धस्तर से कार्य जारी है। ये सभी कार्य कोसी की बाढ़-कटाव से बचाव को लेकर किए जा रहे हैं। कोसी नदी पर ही चोढ़ली जमींदारी बांध के पास तीन से चार किलोमीटर पचाठ स्थल, 12-13 किलोमीटर बारुण स्थल के समीप भी कार्य चल रहा है।

इन जगहों पर दो तिहाई कार्य पूर्ण कर लिया गया है। बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल-दो, खगड़िया के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने बताया कि विभाग ने कार्य अवधि का विस्तारीकरण 15 जून तक कर दिया है। लेकिन उम्मीद है कि 25 मई तक ही कार्य पूरा हो जाएगा। मालूम हो कि जून के प्रथम सप्ताह में कोसी नदी में ललपनिया(लाल पानी) उतर जाता है।

टेंडर हुआ डिसाइड

दूसरी ओर बहुचर्चित गांधीनगर में भी कार्य आरंभ होने की स्थिति में है। चोढ़ली जमींदारी बांध के आठ-नौ किलोमीटर के सामने गांधीनगर में कटाव निरोधी कार्य को लेकर टेंडर डिसाइड हो चुका है। शीघ्र ही यहां कार्य आरंभ होगा। मालूम हो कि इतमादी पंचायत की गांधीनगर में बीते वर्ष कोसी ने जमकर कहर बरपाई थी। इधर बीएन तटबंध के 10 किलोमीटर के सामने अग्रहण गांव में भी कटाव निरोधक कार्य होना है। लेकिन प्रथम बार किसी निविदादाता ने भाग नहीं लिया। पुन: निविदा प्रकाशित की गई है, जो 18 मई को खुलगी।

बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल- दो के कार्यपालक अभियंता गणेश प्रसाद सिंह ने कहा कि कोसी-बागमती में चार जगहों पर बाढ़ पूर्व कटाव निरोधी कार्य पूर्ण हो चुका है। अन्य जगहों पर युद्धस्तर पर कार्य चल रहा है। विभाग ने कार्य अवधि का विस्तार 15 जून तक किया है। कई कटाव निरोधी कार्य स्थलों का जायजा डीएम आलोक रंजन घोष ने बीते दिनों लिया। उन्होंने कार्य को देखकर संतोष का इजहार किया है। मुख्य अभियंता, ङ्क्षसचाई सृजन, भागलपुर भी सभी कार्य स्थलों का जायजा ले चुके हैं।

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