जागरण एक्सक्लूसिव: बिहार के मुंगेर सदर अस्पताल में बांटा जा रहा कोरोना, संक्रमित आपरेटर ने ओपीडी में काट दिया 600 से ज्यादा का पर्चा

जागरण एक्सक्लूसिव- मुंगेर में कोरोना संक्रमण का विस्फोट हुआ है। इसी क्रम में एक और बड़ी खबर सामने आई है। यहां सदर अस्पताल में कोरोना बांटा जा रहा है। जी हां सही सुना आपने। अस्पताल के ओपीडी में संक्रमित डाटा आपरेटर जो सैकड़ों मरीजों का पर्चा काटता है। वो संक्रमित...

By Shivam BajpaiEdited By: Publish:Wed, 12 Jan 2022 05:49 PM (IST) Updated:Wed, 12 Jan 2022 06:11 PM (IST)
जागरण एक्सक्लूसिव: बिहार के मुंगेर सदर अस्पताल में बांटा जा रहा कोरोना, संक्रमित आपरेटर ने ओपीडी में काट दिया 600 से ज्यादा का पर्चा
संक्रमित होने के बावजूद पर्चा काटता रहा डाटा आपरेटर।

जागरण टीम, मुंगेर : जिले में तीसरी लहर ने कोहराम मचा रखा है। अब तक संक्रमितों की संख्या पांच सौ पार कर गया है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग भी अलर्ट मोड पर है। जांच का दायरा बढ़ा दिया गया है। सभी दावों के बीच सदर अस्पताल में बड़ी लापरवाही देखने को मिली। यहां संक्रमित डाटा आपरेटर संजय कुमार सिन्हा से ओपीडी निबंधन काउंटर पर ड्यूटी ली जा रही है। संजय ने दो दिनों में लगभग छह सौ मरीजों का निबंधन (पर्चे काटे) किया। ऐसे में संक्रमण का चेन और फैलने की संभावना से इन्कार नहीं किया जा सकता।

बुधवार को जानकारी मिलने के बाद दैनिक जागरण की टीम मामले की पड़ताल करने पहुंची। पुरुष निबंधन काउंटर कोरोना संक्रमित संजय कुमार सिन्हा मरीजों को पर्चा काटते दिखे। इस बात की जानकारी अस्पताल के दूसरे स्टाफ और गार्ड तक को है। बावजूद सदर अस्पताल प्रबंधक मु.तौसिफ हसैनन संक्रमित डाटा आपरेटर से दो दिनों तक ड्यूटी लेते रहे। प्रबंधक की लापरवाही से कोरोना का मामला बढ़ने की संभावना है। जब ड्यूटी से संजय कुमार सिन्हा को नहीं हटाया गया तो आखिरकार बुधवार की शाम उन्हें आराम करने के लिए आवेदन लिखना पड़ा।

(संजय की रिपोर्ट) 

11 जनवरी को आई थी पाजिटिव रिपोर्ट

तबीयत ढीली होने के कारण 11 जनवरी को संजय कुमार सिन्हा ने जीएनएम स्कूल में एंटिजन किट से कोरोना का जांच कराया। जांच में रिपोर्ट पाजिटिव आई। इस बात की जानकारी स्वास्थ्य प्रबंधक को दी गई। संक्रमित होेने के बाद भी उन्हें यह कहकर ड्यूटी लगाया कि कर्मचारियों की संख्या कम है। स्वास्थ्य प्रबंधक से जब इस संबंध में बात की गई तो काफी भड़क गए।

'बहुत गंभीर मामला है। इस तरह की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। संक्रमित होने पर सीधा होम आइसोलेट में रहना चाहिए। कर्मचारियों की कमी है तो उसकी दूसरी व्यवस्था करनी चाहिए। संक्रमित से ड्यूटी नहीं लिया जा सकता है।'-नवीन कुमार, जिलाधिकारी, मुंगेर।

'डाटा आपरेटर कोरोना पाजिटिव है तो उसे काम नहीं करना चाहिए। घर पर आइसोलेट होना चाहिए। स्वास्थ प्रबंधक ने जानकारी के बाद भी ड्यूटी लिया है तो इस पर कड़ी कार्रवाई होगी।'-डा. हरेंद्र कुमार आलोक, सिविल सर्जन।

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