तिरंगे में लिपटा अजीत का पार्थिव शरीर पहुंचा जानीडीह

श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान हादसे के शिकार हुए हेड कॉन्स्टेबल अजीत कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर एनडीआरएफ की गाड़ी से शुक्रवार की सुबह घोघा थाना लाया गया।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 21 Sep 2018 07:19 PM (IST) Updated:Fri, 21 Sep 2018 07:19 PM (IST)
तिरंगे में लिपटा अजीत का पार्थिव शरीर पहुंचा जानीडीह
तिरंगे में लिपटा अजीत का पार्थिव शरीर पहुंचा जानीडीह

भागलपुर (घोघा)। श्रीनगर में ड्यूटी के दौरान हादसे के शिकार हुए हेड कॉन्स्टेबल अजीत कुमार का तिरंगे में लिपटा पार्थिव शरीर एनडीआरएफ की गाड़ी से शुक्रवार की सुबह घोघा थाना लाया गया। वहां औपचारिक विभागीय प्रक्रिया पूरी करने के बाद पार्थिव शरीर को पुलिस अभिरक्षा में जानीडीह स्थित जवान के पैतृक आवास पर लाकर परिजन को सौंप दिया गया। जवान का पार्थिव शरीर घर पहुंचते ही कोहराम मच गया। जवान की पत्‍‌नी मंजुषा देवी, मा सावित्रि देवी सहित अन्य परिजन का रो-रोकर बुरा हाल था। रोते-बिलखते परिवार की गंभीर स्थिति देख राज्यसभा सासद कंहकशा परवीन ने सीविल सर्जन से बात कर अविलंब डॉक्टरों की एक टीम भेजने को कहा। ताकि जवान के परिवार का समुचित उपचार हो सके।

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भारत माता की जय, अजीत कुमार अमर रहे के लगते रहे नारे

जवान के अंतिम दर्शन हेतु हजारों की संख्या में लोग जानीडीह पहुंचे थे। हर व्यक्ति की आंखें नम थी। कुछ समय बाद जवान का पार्थिव शरीर अंतिम यात्रा के लिए घर से निकला। शव वाहन को फूलों से सजाया गया था तथा राष्ट्रीय गीत के बीच पूरे सम्मान के साथ जानीडीह, छोटी ओलपुरा, ओलपुरा, महदेवापुर, आठगांवा, ब्रह्मचारी टोला, कुलकुलिया, गोल सड़क, शाहपुर, पक्कीसराय का परिभ्रमण करते हुए शव वाहन बाजीरोजा श्मसान भूमि पहुंचा, जहां पार्थिव शरीर का अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान भारत माता की जय। अजीत कुमार अमर रहे। वंदे मातरम के नारे लगाते रहे। जवान के बड़े भाई अभिजित कुमार के डेढ़ वर्षीय पुत्र आरव कुमार ने मुखाग्नि दी। छोटे बालक को ध्यान में रखते हुए उतरी उतार अर्थात कर्ता स्थानातरण की पंरपंरा अपनाई गई। इसके तहत बालक आरव के गले से उतरी निकाल कर बीस वर्षीय चचेरे भाई अभिशात कुमार के गले में पहनाई गई। ताकी विधि विधान का नियम पूर्वक निर्वाह हो सके।

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साथ आए सेना के जवानों ने गॉड ऑफ ऑनर से किया सम्मानित

मुखाग्नि के दौरान साथ आए सेना के जवान गिरेन्द्र ठाकुर, मनोज कुमार, आशुतोष कुमार, दिवाकर कुमार, संजय कुमार, धर्मेन्द्र कुमार, लक्षमण कुमार, प्रियरंजन कुमार, पंकज कुमार ने गॉड ऑफ ऑनर दिया तथा 24 चक्र हवाई फायरिंग की। श्मशान भूमि पर कई पदाधिकारी व गणमान्य लोग पहुंचे थे। इनमें कहलगांव एसडीपीओ दिलनवाज अहमद, अंचलाधिकारी सुजय कुमार, राजद नेता रामविलास पासवान, भाजपा नेता पवन मिश्रा, जनार्दन आजाद, वासकीनाथ यादव, राजकुमार मंडल, घोघा थाना प्रभारी राजेश कुमार, अवर निरीक्षक आनंदकिशोर राय, सुनील तिवारी, मुखिया प्रतिनिधि श्याम यादव, राजद नेता अरविन्द यादव, समाजिक कार्यकर्ता आशिष राय, अनुज कुमार, वजीर आलम, प्रणव प्रकाश आदि शामिल हैं।

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