भागलपुर में गंगा कटाव, एक लाख से लोग प्रभावित, सरकार से लगाई गुहार-रक्षा करें

भागलपुर में लगातार गंगा कटाव हो रहा है। सबौर प्रखंड से एक लाख से ज्‍यादा लोग इससे प्रभावित हो रहे हैं। दर्जन भर गांव और हजारों एकड़ कृषि भूमि कटाव की जद में है। लोगों ने सरकार और जिला प्रशासन ने अपनी रक्षा की गुहार लगाई है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Publish:Mon, 07 Jun 2021 07:57 AM (IST) Updated:Mon, 07 Jun 2021 07:57 AM (IST)
भागलपुर में गंगा कटाव, एक लाख से लोग प्रभावित, सरकार से लगाई गुहार-रक्षा करें
सबौर के इंगलिश गांव में गंगा कटाव देखते ग्रामीण।

संवाद सहयोगी, भागलपुर। गंगा कटाव की जद में भागलपुर जिले सबौर प्रखंड के बाबूपुर, रजंदीपुर, संतनगर, घोषपुर, फरका, मसाढ़ु, ममलखा, चायचंक, शंकरपुर, अठगामा आदि गांव गंगा कटाव की जद में है। इंगलिश और रजंदीपुर में तो कटाव अनवरत जारी है। दोनों गांव के गंगा किनारे का ग्रामीण पथ अब कटने लगा है। पथ कटते ही गांव कटने लगेगा। साथ ही एन एच 80 पर भी कटाव का खतरा मड़राने लगा है। इसको लेकर ग्रामीण त्राहिमाम संदेश देते हुए सरकार को समस्या सुनने और गंगा कटाव रोकने का गुहार लगाया है।

इंगलिश गांव के निवासी जिला कांग्रेस के कार्यकारी अध्य्क्ष बिपिन बिहारी यादव कहते हैं कि गंगा कटाव को लेकर 30 अक्टूबर 2019 को सबौर बीडीओ, डीएम, मुख्य सचिव और मुख्यमंत्री को ग्रामीणों के सहयोग से आवेदन देकर समस्या समाधान की बात कही गई थी। लेकिन अब तक कुछ नहीं हो सका।

सबौर प्रखंड के बरारी पंचायत से फरका पंचायत होते हुए शंकरपुर तक गंगा नदी में भयंकर कटाव है। जिसमे रिंग बांध की अति आवश्यकता है। नही होने पर लाखों लोग बिस्थापित हो जाएंगे । पिछले वर्ष इंगलिश गांव का एक सरकारी स्कूल गंगा में समा गया एक हजार हेक्टेयर से ज्यादा कृषि योग्य जमीन गंगा में समा गया। एनएच 80 पर भी कटाव का खतरा है।

उधर ग्रामीण रामवरण यादव, राजेंद्र मंडल, शंकर मंडल, विनय मिश्रा, विनोद मंडल, भागवत चौबे, अमित कुमार, गौरी पोद्दार आदि ने कहा कि सरकार यदि इस भीषण समस्या पर त्वरित ध्यान नहीं दिया तो हम ग्रामीण आंदोलन करेंगे। सरकारी उदासीनता के कारण एक लाख की आबादी बेघर होने के कगार पर है।

मंत्री का आश्वासन भी नहीं आ सका काम

पूर्व मंत्री ललन सिंह द्वारा दिया गया आश्वासन भी कोरा कागज बन कर रह गया। ग्रामीणों ने उन्हें जब गंगा कटाव की बात कही थी तो उन्होंने ग्रामीणों की समस्या सुनी स्वयं बाबूपुर मोड़ के पास कटाव की स्थिति को देख कटाव रोधी काम बहुत जल्द कराने का आश्वासन दिया था लेकिन तीन वर्ष बाद भी धरातल पर कुछ नहीं हो सका। यदि तीन वर्ष पहले कटाव रोधी काम हुआ रहता तो शायद किसानों की हजारों एकड़ कृषि योग्य भूमि बच जाती। आज गांव पर वजूद बचाने का संकट भी नहीं होता। पिछले सप्ताह जिला कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष बिपिन बिहारी यादव के नेतृत्व में कांग्रेस का शिष्टमंडल पूरे गंगा कटाव क्षेत्र का भ्रमण किया था और ग्रामीणों के इस भीषण समस्या पर कहां है कि सरकार की तंद्रा तोड़ने के लिए अब जन आंदोलन चलाया जाएगा।

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