एथलीट सुदामा यादव को मिला फिल्म अभिनेता सोनू सूद का साथ, बोले-मेहनत करो मैं सहयोग करूंगा
जमुई के एथलीट सुदामा यादव को फिल्म अभिनेता सोनू सूद ने सहयोग करने का भरोसा दिया है। उन्होंने कहा कि आप मेहनत करें आपकी समस्याओं के समाधान के लिए मैं सहयोग करूंगा।
जमुई [आशुतोष कुमार सिंह]। यहां सुदामा की सोनू सूद से मित्रता तो नहीं है, लेकिन सोनू ने जन्माष्टमी पर सुदामा को मदद का वादा कर कृष्ण की तरह परोपकार की भावना दिखाई है। देश के लिए जेवलिन थ्रो में कई मेडल जीतने वाले सुदामा यादव के घुटनों के ऑपरेशन के लिए सोनू सूद ने मदद का वादा किया है। जन्माष्टमी के अवसर पर चर्चित अभिनेता सोनू सूद ने इस संबंध में ट्वीट किया है।
अपने ट्वीट में सोनू सूद ने भरोसा दिलाया है कि सुदामा यादव मैदान पर जल्द नजर आएंगे। इसके लिए एक्टर सोनू सूद की टीम के सदस्यों ने दिल्ली के मैक्स हॉस्पीटल में सुदामा को अगस्त के अंतिम सप्ताह में आने को कहा है। सुदामा के घुटनों की सर्जरी होनी है। आर्थिक तंगी के कारण वह पिछले छह माह से वह सर्जरी नहीं करवा पा रहे थे। जमुई जिला के खैरा प्रखंड के अंतर्गत डुमरकोला गांव के सुदामा कुमार यादव सर्जरी के बाद जल्द ही खेल के मैदान में वापसी कर सकते हैं। सुदामा बताते हैं कि जन्माष्टमी पर सोनू सूद उनके लिए कृष्ण बनकर आए हैं। 13 से 17 मार्च 2019 तक हांगकांग में आयोजित हुए तीसरे युवा एशियाई खेल में सुदामा ने जेवलिन थ्रो में भारत का प्रतिनिधित्व करते हुए भाग लिया था। प्रतियोगिता शुरू होने से मात्र पांच मिनट पहले वार्मअप के दौरान सुदामा के घुटनों में चोट लग गई। उनका एंटीरियर क्रुसिएट लिगामेंट (एसीएल) पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। चिकित्सकों ने सर्जरी की सलाह दी। सुदामा की मदद के लिए कुछ युवक भी आगे आए थे, लेकिन ऑपरेशन के लिए पूरी राशि की व्यवस्था नहीं हो पाई। ऐसे में प्रभात लाल यादव ने इस मामले को लेकर सोनू सूद को ट्वीट किया। सोनू सूद ने अपने रिट््वीट में लिखा -देश का गौरव है सुदामा। मेडल लेने की तैयारी करो भाई। अगले हफ्ते सर्जरी करेंगे। इस मदद के बाद जिले के खेल प्रेमियों में उत्साह है। खेल प्रशिक्षक व अंतरराष्ट्रीय जेवलिन थ्रो खिलाड़ी आशुतोष ने बताया कि सुदामा इस मदद के बार फिर से अपनी प्रतिभा दिखा पाएंगे। बिहार क्रिकेट संघ के जिला क्रिकेट संघों के प्रतिनिधि संजय कुमार सिंह ने भी सुदामा की मदद करने का भरोसा दिया है।
किसी खिलाड़ी के लिए चोट के कारण मैदान से बाहर रहना सबसे कठिन समय होता है। पिछले डेढ़ वर्ष से मैं मैदान से बाहर हूं। आर्थिक तंगी के कारण सही ढंग से इलाज नहीं हो पा रहा था। सोनू सूद द्वारा मदद का आश्वासन मिलने से लगने लगा है कि मैं फिर अंतरराष्ट्रीय पटल पर भारत का नेतृत्व कर पाऊंगा। - सुदामा कुमार यादव