भागलपुर के लालबाग में महिला फिजियोथेरेपिस्ट ने की खुदकशी

तिलकामांझी के लालबाग कॉलोनी में महिला फिजियोथेरेपिस्ट प्रियंका प्रियदर्शिनी ने खुदकशी कर ली। जाने क्या है मामला..

By JagranEdited By: Publish:Mon, 27 Apr 2020 08:14 PM (IST) Updated:Tue, 28 Apr 2020 06:15 AM (IST)
भागलपुर के लालबाग में महिला फिजियोथेरेपिस्ट ने की खुदकशी
भागलपुर के लालबाग में महिला फिजियोथेरेपिस्ट ने की खुदकशी

भागलपुर। तिलकामांझी के लालबाग कॉलोनी में महिला फिजियोथेरेपिस्ट प्रियंका प्रियदर्शिनी ने खुदकशी कर ली। वह पूर्णिया स्थित मैक्स अस्पताल में कार्यरत थी। करीब एक वर्ष से सांस की बीमारी के कारण उनकी नौकरी छूट गई थी। इस कारण काफी तनाव में रहती थी। सोमवार सुबह उसका शव अपने कमरे में फंदे से लटकता मिला।

प्रियंका मूलरूप से मुंगेर जिले के खड़गपुर इलाके के तेघड़ा गांव के रहने थी। उसके पिता आरके ठाकुर मुंगेर जिले के कोड़ा स्थित ग्रामीण बैंक शाखा में मैनेजर हैं। परिवार लालबाग कॉलोनी में शैलेश मिश्रा के मकान में किराये पर रहता है। पिता ने बताया कि बेटी अपनी बीमारी को लेकर काफी तनाव में थी। उसका इलाज भी चल रहा था। नौकरी छूटने के बाद घर में ही क्लिनिक की सारी व्यवस्था कर दी थी, ताकि कुछ लोगो आएंगे तो उसका मन बहलेगा। रात को सभी ने साथ में खाना खाया था। इसके बाद वह अपने कमरे में सोने के लिए चली गई। सुबह ऐसा देख वे कुछ समझ हीं नहीं पा रहे। उन्होंने घटना की सूचना पुलिस को दी। सिटी डीएसपी राजवंश सिंह ने घटनास्थल पर पहुंच जांच की। उन्होंने बताया कि पिता के बयान पर यूडी केस दर्ज किया गया है।

2001 में जमालपुर से हुआ था बेटे का अपहरण

आरके ठाकुर ने बताया कि उनके ऊपर पहले भी विपत्ति आई है। 2001 में 15 वर्षीय बेटा सोनू कुमार का अपराधियों ने अपहरण कर लिया था। वह नोट्रेडम स्कूल, जमालपुर का छात्र था। आज तक उसका कुछ पता नहीं चला। काफी मुश्किल से परिवार सदमे से बाहर निकला था। उन्हें दो बेटियां थीं। एक की शादी हो गई है। प्रियंका अविवाहित थी। घर में प्रियंका की मां भी रहती है। इस घटना के बाद परिवार सदमे में चला गया है। मां घटना से काफी बदहवास है।

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