अनाज की खेती की आड़ में अपराधी लगा रहे गांजा और भांग की फसल Bhagalpur News

दियारा इलाकों में पुलिस की गतिविधि काफी कम होती है। यह इलाका माफियाओं द्वारा तस्करी के लिए सेफ जोन है। तस्करों द्वारा कुछ किसानों से जबरन फसल की आड़ में इसकी खेती कराते हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Tue, 02 Jul 2019 02:03 PM (IST) Updated:Wed, 03 Jul 2019 09:39 AM (IST)
अनाज की खेती की आड़ में अपराधी लगा रहे गांजा और भांग की फसल Bhagalpur News
अनाज की खेती की आड़ में अपराधी लगा रहे गांजा और भांग की फसल Bhagalpur News

भागलपुर [जेएनएन]। दियारा इलाकों में अनाज की खेती की आड़ में गांजा और भांग का फसल लहलहा रही है। मानिक सरकार घाट से दियारा के लिए जाने वाले रास्तों पर कई एकड़ में माफिया के इशारे पर इसकी खेती हो रही है। माफियाओं ने मक्के की फसल के आड़ में कई एकड़ में गांजा और भांग का पौधा लगा दिया है। मक्के की फसल कटने के बाद ये पौधे बाहर निकल आए हैं। मामले में एसएसपी आशीष भारती ने कहा है कि ऐसी सूचना मिली है। इसकी जांच कराई जाएगी। जांच में यदि फसल गांजा-भांग की निकली तो दोषी पर सख्त कार्रवाई होगी।

अन्य फसलों की आड़ में होती है अवैध खेती

दियारा इलाकों में पुलिस की गतिविधि काफी कम होती है। इस लेकर यह इलाका माफियाओं द्वारा तस्करी के लिए सेफ जोन है। गांजा तस्करों द्वारा स्थानीय कुछ किसानों से जबरन फसल की आड़ में इसकी खेती कराते हैं। लेकिन डर से कोई भी किसान माफियाओं की शिकायत से डरता है। पुलिस ने कुछ माह पहले दियारा में भारी संख्या में फोर्स के साथ छापेमारी की थी। लेकिन उस समय खेतों में काफी फसल होने के कारण पुलिस को इसकी खेती के बारे में जानकारी ही नहीं मिली थी।

भागलपुर, नवगछिया में कई बार पकड़ी गई है अफीम की खेती

जिले के कहलगांव, इस्माइलपुर और घोघा के इलाके में कई बार बड़े पैमाने पर अफीम की खेती पकड़ी गई है। बता दें कि 27 फरवरी 2013 को सबौर, घोघा और इस्माइलपुर की सीमा पर गंगा नदी के बीच चौरासी धार दियारा में करीब पचास एकड़ जमीन में लगी अफीम की खेती का भंडाफोड़ हुआ था। पुलिस ने पूरे इलाके को सील करने के बाद अफीम की फसल को नष्ट कर दिया गया था।

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