आंवला और नींबू की खेती से बढ़ेगी किसानों की आमदनी, भागलपुर में इस बार 22 हेक्टेयर में लगाए जाएंगे पौधे

आंवला और नींबू की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ेगी। इसके लिए इस बार 22 हेक्टेयर में पौधे लगाए जाएंगे। किसानों को अनुदान दर पर आंवला बेर नींबू जामुन बेल व कटहल के पौधे निश्शुल्क उपलब्ध कराएगा। इसके लिए किसानों को...!

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Sat, 07 Aug 2021 11:34 AM (IST) Updated:Sat, 07 Aug 2021 11:34 AM (IST)
आंवला और नींबू की खेती से बढ़ेगी किसानों की आमदनी, भागलपुर में इस बार 22 हेक्टेयर में लगाए जाएंगे पौधे
आंवला और नींबू की खेती से किसानों की आमदनी बढ़ेगी।

 जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिले के किसान अब कोरोना से दो-दो हाथ करेंगे। इम्यूनिटी बढ़ाने वाले फलों की खेती करेंगे। इसके लिए उद्यान विभाग किसानों को प्रोत्साहित करेगा। किसानों को अनुदान दर पर आंवला, बेर, नींबू, जामुन, बेल व कटहल के पौधे निश्शुल्क उपलब्ध कराएगा। विभाग ने इन फलों की खेती के लिए लक्ष्य निर्धारित किया है। गुरुवार को विभाग द्वारा भेजे पत्र में उद्यान विभाग के सहायक निदेशक को किसानों को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया है। जिले के 22 हेक्टेयर में जामुन, बेल, कटहल, आंवला, बेर, नींबू की खेती होगी। इसके लिए किसानों को आनलाइन आवेदन करना होगा। सामूहिक खेती को प्राथमिकता दी जाएगी, ऐसे किसानों को ड्रिप सिंचाई योजना का भी लाभ दिया जाएगा। इन पौधों में टपकन विधि से सिंचाई करना लाभकारी होगा।

कटहल के लगेंगे पांच सौ पौधे

उद्यान विभाग ने फलों की खेती के लिए रकवा निर्धारित कर दिया है। पांच हेक्टेयर में कटहल के पौधे लगाए जाएंगे। पांच सौ पौधे किसानों को दिए जाएंगे। तीन हेक्टेयर में आंवले की खेती होगी, जिसमें 15 सौ पौधे लगाए जाएंगे। पांच हेक्टेयर में बेर के पौधे लगाए जाएंगे। एक हेक्टेयर में 278 पौधे लगाए जाएंगे। चार हेक्टेयर में बेल के पौधे लगाए जाएंगे। एक हेक्टेयर में 184 पौधे लगाए जाएंगे। चार हेक्टेयर में जामुन की खेती होगी। किसानों को चार सौ पौधे लगाने के लिए मिलेंगे। चार हेक्टेयर में नींबू की खेती होगी। किसानों को अनुदान दर पर पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। पौधे लगाने का खर्च भी विभाग वहन करेगा। इसके लिए जरूरी है कि 90 फीसद पौधे जीवित रहें।

पर्याप्त विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट

कटहल में पर्याप्त मात्रा में विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्व मौजूद हैं, जो व्यक्ति की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। यह वायरल और वैक्टीरियल संक्रमणों को रोकने में कारगर है। जामुन में पर्याप्त मात्रा में ग्लूकोज व फ्रुक्टोज पाया जाता है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होता है। यह अम्लीय प्रकृति का फल है। इसके खाने से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। यह डायबिटीज के रोगियों के लिए रामबाण है। बेल में फाइबर, विटामीन सी, पोटैशियम, कैल्शियम, आयरन व अन्य पोषक तत्व होते हैं, जो रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। बेर में विटामीन सी व ए के साथ एंटीआक्सीडेंट भरपूर मात्रा में रहता है। कैल्शियम व फास्फोरस, फाइबर, नाइट्रिक आक्साइड पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है। इसमें रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के ढेर सारे गुण हैं। कटहल में काफी मात्रा में प्रोटीन होता है। यह विटामिन बी-6 से भरपूर है। यह इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करता है। नींबू विटामिन सी से भरपूर है। आंवला में प्रचुर मात्रा में विटामिन होता है।

इम्यूनिटी बूस्ट करने वाले फलों को लगाने के लिए किसानों को प्रोत्साहित किया जाएगा। बेर, आंवला, जामुन, बेल, कटहल, नींबू की जिले में कमी न हो, इसके लिए अनुदानित दर पर किसानों को पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। -विकास कुमार, सहायक निदेशक उद्यान 

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