कोरोना संकट में लटका दस बिजली उपकेंद्रों का निर्माण

बिजली संकट से जिले को उबारने के लिए 254 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे दस उपकेंद्रों का काम लटक गया है।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 08 Aug 2020 07:42 AM (IST) Updated:Sat, 08 Aug 2020 07:42 AM (IST)
कोरोना संकट में लटका दस बिजली उपकेंद्रों का निर्माण
कोरोना संकट में लटका दस बिजली उपकेंद्रों का निर्माण

भागलपुर। बिजली संकट से जिले को उबारने के लिए 254 करोड़ की लागत से तैयार हो रहे दस उपकेंद्रों का काम लटक गया है। कोरोना संकट और लॉकडाउन के कारण इस साल अब ये उपकेंद्र बनकर तैयार नहीं हो पाएंगे।

इन जगहों पर बन रहा पीएसएस :

उपकेंद्र नाथनगर प्रखंड परिसर, कजरैली-गोड्डी बादरपुर, सबौर के कुरपट, गोराडीह के विरनौध, कहलगांव के विक्रमशिला, धुआबे, ईशीपुर बाराहाट, शंकरपुर, गोनूधाम और नंदलालपुर में उपकेंद्र निर्माण अधूरा पड़ा है। वहीं, भागलपुर शहरी क्षेत्र में भीखनपुर और इंजीनियरिग कॉलेज परिसर दो उपकेंद्र बन रहे हैं। इसका काम भी अधूरा है। अलीगंज, कजरैली, नाथनगर में सर्वाधिक परेशानी

अलीगंज, हबीबपुर, कजरैली, नाथनगर क्षेत्र में लोगों को सबसे ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता। इन इलाकों में लोकल फाल्ट के कारण रोज तीन से चार घंटे तक बिजली की आपूर्ति ठप रहती है। कभी-कभी तो यह स्थिति आठ-दस घंटे तक बरकरार रहती है। वहीं, शहरी क्षेत्र में लोड की अधिकता के कारण रोज किसी न किसी इलाके में तार टूटकर गिरने। ट्रांसफार्मर खराब होने, जल जाने, फेज उड़ने, इंसुलेटर पंक्चर होने, जंफर कटने की घटनाएं हो रही है।

कोट

बेहतर आपूर्ति के लिए बनाए जा रहे दस बिजली उपकेंद्र का निर्माण इसी साल पूरा करना था। प्रोजेक्ट के तहत कराए जा रहे इन उपकेंद्रों का निर्माण 2021 में फरवरी माह तक पूरा हो जाएगा।

दीपक कुमार चौधरी,

सहायक विद्युत अभियंता, भागलपुर।

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