विकास कार्यों में बाधा बनने वाले को पसंद नहीं करतीं तन्नू चंद्रा, रेल यात्रियों की सुविधा उनका उद्देश्य

पूर्व रेलवे के मालदा मंडल में पहली बार किसी महिला रेल प्रबंधक को जिम्मेदारी सौंपी गई है, करीब एक साल के कार्यकाल में स्टेशनों डेवलपमेंट में उनका अहम योगदान रहा है।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Thu, 24 Jan 2019 03:10 PM (IST) Updated:Thu, 24 Jan 2019 03:10 PM (IST)
विकास कार्यों में बाधा बनने वाले को पसंद नहीं करतीं तन्नू चंद्रा, रेल यात्रियों की सुविधा उनका उद्देश्य
विकास कार्यों में बाधा बनने वाले को पसंद नहीं करतीं तन्नू चंद्रा, रेल यात्रियों की सुविधा उनका उद्देश्य

भागलपुर [रजनीश]। रेलवे बोर्ड ने पूर्व रेलवे जोन के मालदा रेल मंडल में पहली बार महिला अधिकारी को रेल मंडल प्रबंधक (डीआरएम) की जिम्मेदारी दी है। तन्नू चंद्रा इसे बखूबी निभा रही हैं। मालदा मंडल का क्षेत्र पश्चिम बंगाल, बिहार और झारंखड राज्यों में है। इतनी बड़ा क्षेत्रफल होने के कारण पूरे मंडल को बेहतर से हैंडल कर रही हैं।

स्टेशन का विकास, बेहतर यात्री सुविधाएं, साफ-सफाई, पर्यावरण प्राथमिकता इनकी सूची में है। यात्रियों की सुविधा के लिए हर स्टेशन प्रबंधक अधिकारी से सीधी बात करना पसंद करती हैं। बराबर अधिकारियों के साथ मीटिंग कर यात्रियों के लिए कुछ खास करने की झिझक इनके चेहरे पर दिखता है। अधिकारियों के साथ बेहतर तालमेल के साथ मंडल को नई ऊंचाई पर ले जाने की जद्दोजहद कर रही हैं। जब से यह डीआरएम का पद संभाली है, सभी विभाग अपटेड हो गया है। कर्मी से लेकर अधिकारी अपने कार्यों में जरा सा भी लापरवाही नहीं बरत रहे हैं। विकास कार्यों में किसी तरह की लापरवाही बरतने वालों को देखना नहीं चाहती हैं। काम के प्रति पूरी तरह सजग रहने वाली तन्नू चंद्रा की चर्चा जोन मुख्यालय से लेकर नई दिल्ली बोर्ड तक हो रही हैं।

छोटे से बड़े स्टेशनों पर विशेष ध्यान

फरवरी 2017 में पद भार ग्रहण के बाद पूरे दो महीने तक मंडल के सभी स्टेशनों का लगातार निरीक्षण किया। स्टेशनों पर यात्री सुविधा की कमी, क्या डेवलपमेंट होना चाहिए। इसकी पूरी सूची तैयार की। भागलपुर जंक्शन पर सफाई व्यवस्था बेहतर किया, यही वजह है 2018 की सर्वे सूची में भागलपुर का रैंक बेहतर आया है। स्टेशन डेवलपमेंट और ट्रेन पिट लाइन का निर्माण की रफ्तार ने जोड़ पकड़ा। मंडल के स्टेशनों को सुंदर देखने के लिए प्लेटफॉर्म पर गमला की व्यवस्था करवाई। स्टेशन परिसर में पर्यावरण को लेकर पौधरोपण पर पूरा फोकस है।

रिकॉर्ड समय में सीआरआरआई का काम पूरा

जमालपुर में सेंट्रल रेल रूट रिले इंटरलॉकिंग का काम डीआरएम ने रिकॉर्ड समय में पूरा कर बोर्ड में इतिहास बनाया। सीआरआरआई का काम पूरा करने के लिए दस दिन का समय बोर्ड ने दिया था। पर, डीआरएम मैडम ने छह से सात दिनों में यह उपलब्धि हासिल की।

महिला सशक्तीकरण पर फोकस

महिला होने के कारण इन्होंने महिला अधिकारियों पर विशेष फोकस किया। भागलपुर सहित कई स्टेशनों पर महिला अधिकारियों को तैनाती की। भागलपुर स्टेशन पर चार महिला स्टेशन मास्टर ट्रेन परिचालन का कार्य बखूबी संभाल रही है। इसके अलावा टिकट काउंटर और दूसरे विभाग में कई महिलाएं हैं।

महानगरों की तरह स्टेशन को संवारने में जुटीं

डीआरएम तन्नू चंद्रा ए वन और ए ग्रेड स्टेशनों को महानगरों की स्टेशन की तरह विकसित करने की योजना पर काम कर रही हैं। इसके लिए भागलपुर, जमालपुर, मालदा और फरक्का स्टेशनों लुक बदलने की योजना है। जंक्शन के डेवलपमेंट का काम शुरू भी हो गया है।

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