बेटियां हैं स्वर्ग की सीढ़ी, पढ़ेगी तभी बढ़ेगी अगली पीढ़ी

तिलकामांझी चौक से कचहरी चौक घंटाघर से कोतवाली चौक नाथनगर थाना चौक से घोषी टोला और सबौर के बाबूपुर मोड़ तक स्कूली छात्र-छात्राओं का बड़ा हुजूम..।

By JagranEdited By: Publish:Sat, 25 Jan 2020 02:54 PM (IST) Updated:Sat, 25 Jan 2020 04:12 PM (IST)
बेटियां हैं स्वर्ग की सीढ़ी, पढ़ेगी तभी बढ़ेगी अगली पीढ़ी
बेटियां हैं स्वर्ग की सीढ़ी, पढ़ेगी तभी बढ़ेगी अगली पीढ़ी

भागलपुर। तिलकामांझी चौक से कचहरी चौक, घंटाघर से कोतवाली चौक, नाथनगर थाना चौक से घोषी टोला और सबौर के बाबूपुर मोड़ तक स्कूली छात्र-छात्राओं का बड़ा हुजूम..। सभी सड़क किनारे हाथ से हाथ मिलाकर कतारबद्ध। हर तरफ बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ को लेकर उत्साह, कौतूहल और हलचल। स्कूली बच्चों में दहेज प्रथा, बाल-विवाह और बेटियों को सशक्त बनाने के लिए अलग से तेज दिखी। इन कुरीतियों से समाज को जागरूक करने के लिए दर्जनों स्कूलों के बच्चे मानव श्रृंखला में खड़े हुए। सड़क किनारे बच्चों की भीड़ यह भरोसा दिला रही थी कि अब बेटियों को पढ़ाने के लिए हम मुखर हैं। शुक्रवार को राष्ट्रीय बालिका दिवस पर दैनिक जागरण का सशक्त बेटियों से सशक्त महिला तक 'लक्ष्य' कार्यक्रम के तहत स्कूलों बच्चों ने बनाए मानव श्रृंखला बनाई। मानव श्रृंखला के लिए 11.30 से 12 बजे का समय निर्धारित किया गया था। पर, बच्चे 11 बजे से पहले ही कतारबद्ध होने लगे। आधे घंटे तक बच्चे मानव श्रृंखला में खड़े रहे। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के इस संदेश से समाज को सीधा संदेश देने की भरपूर कोशिश बच्चों ने की।

-----

बच्चों के स्लोगन से समाज को मिला संदेश

मानव श्रृंखला में खड़े स्कूली बच्चे तख्तियां लेकर नारा बुलंद कर रहीं थी। नारी पढ़ेगी तो विकास गढ़ेगी, कैसे खाओगे उनके हाथ की रोटिया जब पैदा नहीं होने दोगे बेटिया, न सामझो बेटियों को भार, दो इन्हें शिक्षा का उपहार, नारी से चलता संसार इसके बिना सब बेकार ऐसे कई स्लोगन लिख कर बच्चों ने समाज को संदेश दिया। बेटियों की शिक्षा, समान और अधिकार के लिए छात्रों ने लोगों को जागरूक किया। श्रृंखला के बाद शिक्षकों ने बेटियों की सुरक्षा, संरक्षण और उनके सामाजिक और कानूनी अधिकार के बारे में जानकारी दी। सन राइज पब्लिक स्कूल के प्राचार्य मु. रिजवान अहमद ने कहा कि आज के युग में बेटिया हर क्षेत्र में लड़कों के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं। हर अभिभावक का फर्ज बनता है कि अपनी बेटी को अच्छी शिक्षा दें। बेटियों को हर प्रकार से समान अधिकार और सम्मान मिलना चाहिए।

-----

इन स्कूलों के बच्चों ने लिए भाग

मानव श्रृंखला में डिवाइन हैप्पी स्कूल, सनराइज पब्लिक स्कूल, एस ग्लोबल पब्लिक स्कूल, न्यू सेंचुरी स्कूल, डीएवी पब्लिक स्कूल, विक्रमशिला स्कूल, नवयुग विद्यालय, नवलोक इंग्लिश एकेडमी, क्राइस्ट चर्च ग‌र्ल्स स्कूल, आनंद राम ढांढ़निया सरस्वती विद्या मंदिर, एसकेपी विद्या विहार, डॉन बॉस्को स्कूल, हैप्पी वैली स्कूल, एसएस बालिका इंटर स्कूल, गणपत राय सलारपुरिया सरस्वती विद्या मंदिर, इंटर स्तरीय कन्या विद्यालय सबौर, मध्य विद्यालय ग्रामीण क्षेत्र सबौर, सरस्वती विद्या मंदिर सबौर के छात्र-छात्राएं शामिल हुए।

chat bot
आपका साथी