बंगाल से जुड़ा है नाथगनर स्टेशन को उड़ाने की साजिश का कनेक्शन, इलाके के कुख्यातों ने कोलकाता में बना रखा है ठिकाना

बुधवार की रात नाथनगर स्‍टेशन के समीप पटरी पर मिले बम से इलाके में सनसनी फैल गई थी। जांच के दौरान इसका कनेक्‍शन बंगाल से जुड़ रहा है। इलाके के कई शातिरों ने अपना ठिकाना इन दिनों कोलकता में बना रखा है।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Fri, 19 Feb 2021 07:10 AM (IST) Updated:Fri, 19 Feb 2021 07:10 AM (IST)
बंगाल से जुड़ा है नाथगनर स्टेशन को उड़ाने की साजिश का कनेक्शन, इलाके के कुख्यातों ने कोलकाता में बना रखा है ठिकाना
नाथनगर स्‍टेशन पर बम मिलने की सूचना के बाद जांच करती पुलिस। जागरण।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। नाथनगर रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या दो की पटरी पर बुधवार को बम बरामद किया गया था। इस घटना के तार पश्चिम बंगाल से जुड़ रहे हैं। खुफिया अधिकारियों ने अपनी जांच में कुछ ऐसा ही संकेत दिया है।

16 फरवरी की सुबह पश्चिम बंगाल के उत्तरी परगना स्थित टीटागढ़ रेलवे स्टेशन के समीप सियालदह-कृष्णा नगर सवारी गाड़ी में विस्फोट हुआ था। सुबह चार बजे हुए धमाके में 17 लोग जख्मी हुए थे। खुफिया अधिकारियों ने जांच में नाथनगर में पिछले दो वर्षों में हुए टिफिन बम धमाकों की चर्चा भी की है। 25 जनवरी, 2020 को सुखराज राय स्कूल परिसर से सटे खंडहर में टिफिन बम विस्फोट हुआ था। कुछ दिन बाद नाथनगर में ही एक जगह और बम फटा था।

2019 में नाथनगर अंचल के कबीरपुर ललमटिया में मुहम्मद आजम के घर के गेट पर तीन टिफिन बम टांग कर धमकी दी गई थी। इन अहम घटनाक्रमों का जिक्र खुफिया अधिकारियों ने अपनी रिपोर्ट में किया है। इस बात की आशंका जाहिर की है कि नाथनगर के कई शातिरों का ठिकाना कोलकाता में है। इनायतुल्ला अंसारी और सल्लन गुट से जुड़े बदमाशों की आवाजाही अस्सी के दशक से कोलकाता के खिदिरपुर डाकयार्ड, मोअियाबुर्ज, धरमतल्ला, बड़ा बाजा व सांतरागाछी इलाके से रही है। इनमें टमटू मियां, टिंकू मियां, मुहम्मद इजहार, नब्बो खान, एकराम उर्फ अकरमियां, शहजादा उर्फ लड्डन, विमला यादव आदि प्रमुख हैं। इनका जुड़ाव वहां के कई सफेदपोश नेताओं से है।

उन्हें संरक्षण देने वाले सफेदपोश नेता उनके जरिये ही मुंगेरिया हथियार और गोला-बारूद की खेप मंगाते रहे हैं। चुनाव में उनकी सक्रियता बढ़ जाती है। खुफिया अधिकारियों को इस बात की आशंका है कि यहां से हथियार ले जाने वाले शातिर ही बम लाए होंगे और उसे रेल ट्रैक पर रखवाया गया होगा। टिफिन बम, प्रेशर बम, डेटोनेटर या नक्सलियों द्वारा बनाई गई आइइडी पूरी तरह देसी होती है। ज्यादातर मामलों में पश्चिम बंगाल में इनका इस्तेमाल होता है। चुनावी हिंसा में ऐसे विस्फोटकों का इस्तेमाल होता है। खुफिया अधिकारियों को आशंका है कि कोलकाता से आवाजाही करने वाले बदमाशों ने ही बम मंगाए हों। 

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