किसान नहीं दलाल कर रहे नए कृषि कानून का विरोध
भागलपुर में भाजपा किसान मोर्चा की बैठक हुई। इसमें प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे थे। उन्होंने कहा कि किसान बिल दलालों के वर्चस्व को समाप्त करेगा। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में एपीएमसी एक्ट को 2006 में ही समाप्त कर दिया था।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष सरोज रंजन पटेल ने कहा कि किसान बिल पूरी तरह से किसानों के पक्ष में है। इस बिल के द्वारा मंडियों में दलालों के वर्चस्व को पूरी तरह से समाप्त किया जा सकेगा। किसान अपनी फसल कहीं भी बेचने को स्वतंत्र होंगे। वह अब किसी एक बाजार पर निर्भर नहीं रहेंगे। वे भाजपा जिला कार्यालय में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। बैठक की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष शिवबालक तिवारी ने की।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बिहार में एपीएमसी एक्ट को 2006 में ही समाप्त कर दिया था। इसका असर किसानों पर कहीं से भी नहीं है। कांग्रेस एवं वामदलों द्वारा किसानों को बताया जा रहा है कि कांटेक्ट फार्मिंग के द्वारा किसानों को अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ेगा। जबकि बिहार में बहुत पहले से कांटेक्ट फार्मिंग की व्यवस्था है। इस सिस्टम के तहत किसान अपनी फसल को व्यापारियों के हाथों एडवांस में बेचते हैं। विपक्षी दलों द्वारा दिखाया गया डर कि उन्हेंं अपनी जमीन से हाथ धोना पड़ेगा, पूरी तरह से मिथ्या है। उन्होंने कहा कि इस बार बिहार में धान की रिकॉर्ड खरीदारी हुई है। विपक्षी दलों का यह कहना कि एमएसपी को खत्म कर दिया जाएगा, बड़ा झूठ है। जनमोर्चा के बारे में उन्होंने कहा कि किसान मोर्चा पार्टी की रीढ़ है। किसान मोर्चा के तहत अल्पसंख्यक कार्यकर्ता, युवा कार्यकर्ता, अनुसूचित जाति कार्यकर्ता, महिला कार्यकर्ता आदि हर तरह के किसान आते हैं। इसलिए किसान मोर्चा को कम करके आंकना ठीक नहीं। पार्टी में इसका व्यापक आधार है। बैठक में किसान मोर्चा के प्रदेश मंत्री राजीव रंजन सिंह, भागलपुर प्रभारी उमाशंकर सिंह, मुजफ्फरपुर प्रभारी सुजीत कुमार, बांका प्रभारी गोपाल मंडल, मुंगेर प्रभारी सज्जन अवस्थी, प्रदेश कार्यसमिति सदस्य विजय राय, कक्कू सिंह, कन्हैया झा, प्रमोद सिंह, किसान मोर्चा के जिला महामंत्री मुन्ना सिंह, श्री राम राय,जिला उपाध्यक्ष ललन सिंह, रामदेव साह, अतीन्द्र सिंह, जिला मीडिया प्रभारी इंदुभूषण झा आदि मौजूद थे।