बिहार की पहली सौर ऊर्जा से संचालित डीएमयू जमालपुर से चलेगी

ट्रेन में आठ डिब्बे होंगे। इन बोगियों पर 16 से 20 सोलर पैनल लगाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Publish:Sun, 11 Nov 2018 10:53 PM (IST) Updated:Sun, 11 Nov 2018 10:53 PM (IST)
बिहार की पहली सौर ऊर्जा से संचालित डीएमयू जमालपुर से चलेगी
बिहार की पहली सौर ऊर्जा से संचालित डीएमयू जमालपुर से चलेगी

मुंगेर (केएम राज)। बिहार की पहली सौर ऊर्जा से संचालित इको फ्रेंडली डीएमयू जमालपुर से फर्राटा भरेगी। नए शेड में डीजल इलेक्ट्रिक मल्टी यूनिट (डीएमयू) को सौर ऊर्जा से संचालित करने के लिए तैयार किया जाएगा। ट्रेन में आठ डिब्बे होंगे। इन बोगियों पर 16 से 20 सोलर पैनल लगाए जाएंगे। रैक निर्माण के लिए रेलवे बोर्ड ने हरी झंडी दे दी है। इलेक्ट्रिक लाइन चालू होने के बाद इलेक्ट्रिक ग्रिड से सोलर पैनलों का संचालन होगा। डीआरएम ने किया निरीक्षण

मालदा मंडल की डीआरएम तन्नू चंद्रा ने रविवार को डीजल शेड निरीक्षण के दौरान डीएमयू को सौर ऊर्जा से संचालित किए जाने की तैयारी शुरू करने का निर्देश दिया। इसके निर्माण में पांच से छह माह का समय लगेगा। इसके बाद यह पटरी पर दौड़ने लगेगी। पहले फेज में भागलपुर-जमालपुर-किऊल के अलावा खगड़िया-बेगूसराय रेल खंड पर इसका परिचालन होगा। पॉवर बैंक से होगा नियंत्रण :

नई ट्रेन में पावर बैकअप ऑप्शन होगा। यह बैटरी पर 72 घंटे तक का सफर कर सकती है। सौर ऊर्जा से डीएमयू के चलने के बाद भारतीय रेल को हर साल 20 से 25 लाख रुपये के राजस्व की बचत होगी। 50 से 60 लाख होंगे खर्च :

ट्रेन के डिब्बों पर सौर ऊर्जा प्लेट लगाने में 50 से 60 लाख रुपये खर्च होंगे। सौर ऊर्जा सिस्टम को नई तकनीक के आधार पर बनाया जाएगा। इससे ट्रेन की स्पीड भी बढ़ेगी।

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कोट :-

सौर ऊर्जा से चलने वाली ट्रेन तैयार करने को कहा गया है। यह पूर्व रेलवे की पहली इको फ्रेंडली ट्रेन होगी। प्रयोग सफल रहने के बाद दूसरे ट्रेनों को भी सौर ऊर्जा से लैस करने की कवायद शुरू की जाएगी।

- तन्नू चंद्रा, डीआरएम, मालदा डिवीजन

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