Rohit and Sunny Murder Case: गुड्डू और शहबाज की तलाश कर रही थी पुलिस, आरोपियों का सरेंडर

पूड के नाम से चर्चित ब्राउन शुगर के अवैध धंधे में राइवलरी के चलते गुड्डू शहबाज और बबुआ की तिकड़ी ने रोहित कुमार और सन्नी कुमार की हत्‍या कर दी थी। इस दोहरे हत्‍याकांड के बाद से ही पुलिस इनकी तलाश कर रही थी।

By Jagran NewsEdited By: Publish:Tue, 06 Dec 2022 07:56 PM (IST) Updated:Tue, 06 Dec 2022 07:56 PM (IST)
Rohit and Sunny Murder Case: गुड्डू और शहबाज की तलाश कर रही थी पुलिस, आरोपियों का सरेंडर
रोहित कुमार और सन्नी कुमार की हत्या में नामजद मुहम्मद गुडडू और शहबाज ने मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया।

भागलपुर, जागरण संवाददाता : पूड नाम से चर्चित ब्राउन शुगर के काले धंधे में वर्चस्व की छिड़ी जंग में 27 नवंबर 2022 को हथिया नाला में हुई रोहित कुमार और सन्नी कुमार की हत्या में नामजद मुहम्मद गुडडू और शहबाज ने मंगलवार को आत्मसमर्पण कर दिया है। पुलिस उनकी तलाश में बिहार-झारखंड सीमा पर लगातार  आवाजाही कर रही थी, इधर दोनों ने मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी की अदालत में आत्मसमर्पण कर दिया। बरारी पुलिस ने दोनों से पूछताछ के लिए न्यायालय में रिमांड की अर्जी दाखिल करने की कवायद शुरू कर दी है। एसएसपी बाबू राम ने दावा किया है कि पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, जल्द ही मुहम्मद बबुआ समेत अन्य आरोपित दबोच लिए जाएंंगे।

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धंधे में दखल से चिढ़ गई थी शहबाज, बबुआ और गुड्डू की तिकड़ी

पुलिस की अबतक की जांच में यह बात उभर कर सामने आई है कि पूड के काले धंधे की में रोहित और सन्नी के दखल से शहबाज, बबुआ और गुड्डू की तिकड़ी परेशान थी। 17 हजार रुपये की पूड लूट से तीनों की तिकड़ी तिलमिला उठी थी। पूड बिक्री कराने वाले संत नगर के दीपक यादव गुट से तीनों को लगातार मिल रही इस चुनौती के बाद मायागंज के सुमित ने दोनों पक्षों में हथिया नाला के पास सुलह कराई थी। लेकिन तीनों ने ढाई महीने पहले गुड्डू पर हुए जानलेवा हमले और पूड लूट के बाद से ही दोनों विरोधियों को रास्ते से हटाने का प्‍लान

बना लिया था।

बताया जा रह है कि सुलह होने के चंद मिनटों बाद ही तीनों ने रोहित और सन्नी की गोली मार हत्या कर दी थी।

हथिया नाला में शहबाज, बबुआ और गुड्डू कलियाचक से माल मंगा कर उसे अपने चहेते छोटू वैज्ञानिक और मुहम्मद पप्पू के जरिए बिकवा रहे थे। तीनों बहुत पहले से इस काले धंधे में कदम रखे थे। इन तीनों ने ही संतनगर इलाके में दीपक को खड़ा कर एक दूसरी टीम बनाई थी। दीपक रिफ्यूजी कालोनी और उसके आसपास इलाके में रोहित और सन्नी के जरिए पूड की बिक्री करा रहे थे।

कहा जाता है कि दीपक गुट हथिया नाला में स्थानीय जरायम पेशेवरों के सहयोग से वर्चस्व बनाने की फिराक में लगा हुआ था। शहरी क्षेत्र से काफी संख्या में लड़के नशीले पदार्थ की तलाश में हथिया नाला पहुंचते रहे हैं। दीपक गुट शहबाज, बबुआ और गुड्डू की तिकड़ी के ग्राहकों को अपने पक्ष में करने लगा था। छोटू वैज्ञानिक और मुहम्मद पप्पू जैसे ही हथिया नाला में माल लेकर पहुंचते थे तो उनके ग्राहकों के पास दीपक गुट का माल पहले से होता था। जिससे दोनों गुटों में तनातनी कायम हो गई जिसने दोहरे हत्याकांड के रूप में सामने आई।

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