Move to Jagran APP

कटिहार में कटाव : मुख्यमंत्री जायजा लेने हेलीकॉप्टर से उतरे.. 45 मिनट रुके, जनता से मिले बिना पटना हो गए रवाना

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को मनिहारी पहुंचे थे। उन्हें यहां गंगा नदी के किनारों पर हो रहे कटाव का जायजा लेना था। सीएम ने जायजा लिए लेकिन आम जनता और मीडिया से बात किए बिना ही पटना चले गए।

By Jagran NewsEdited By: Ashisha Singh RajputPublished: Tue, 06 Dec 2022 05:30 PM (IST)Updated: Tue, 06 Dec 2022 05:30 PM (IST)
कटिहार में कटाव : मुख्यमंत्री जायजा लेने हेलीकॉप्टर से उतरे.. 45 मिनट रुके, जनता से मिले बिना पटना हो गए रवाना
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार गंगा में कटाव का जायजा लेने कटिहार पहुंचे।

कटिहार, जागरण संवाददाता। कटिहार में मंगलवार का दिन प्रदेश के मुख्यमंत्री के आगमन का गवाह बना। सीएम नीतीश कुमार यहां गंगा नदी में हो रहे कटाव का जायजा लेने के लिए पहुंचे थे। ठंड के मौसम में धूप खिली थी और मंद-मंद हवा चल रही थी। मुख्यमंत्री यहां करीब 45 मिनट तक रुके; फिर पटना के लिए रवाना हो गए। इधर, मुख्यमंत्री को अपनी समस्याएं सुनाने के लिए आए लोग दूर ही खड़े रह गए और सीएम से नहीं मिल पाने के कारण निराश होकर घरों को लौटे।

loksabha election banner

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार मंगलवार को गंगा में हो रहे कटाव की स्थिति का जायजा लेने के लिए मनिहारी प्रखंड के बाघमारा पहुंचे थे। बाघमारा में दोपहर 1.15 बजे सीएम का हेलीकॉप्टर उतरा। मुख्यमंत्री ने टीम के साथ पैदल जाकर कटाव स्थल का जायजा भी लिया। मुख्यमंत्री यहां करीब 45 मिनट तक रुके रहे।

इसी दौरान मुख्यमंत्री के आने की सूचना मिलने पर अपनी पीड़ा बताने के बड़ी संख्या स्थानीय लोग भी मौके पर पहुंच गए। इनमें कई लोग कटाव पीड़ित थे, हालांकि इन्हें हैलीपैड से 300 मीटर दूर ही रोक दिया गया। यहां तक कि मीडिया को भी सीएम के पास तक जाने की अनुमति नहीं दी गई। ऐसे में ना तो आम जनता को और ना ही मीडिया का सीएम से बात करने समय दिया गया।

मुख्यमंत्री के साथ पटना से आई विशेषज्ञों की टीम ने भी कटाव स्थल की जांच-पड़ताल की। विशेषज्ञ मोद नारायण झा ने बताया कि गंगा के दियारा बैंक पर सिल्ट के जमाव से कटाव की समस्या गंभीर हो रही है। सिल्ट को काटकर हटाने की जरूरत है। इसका डिस्पोजल भी एक चुनौती है। उन्होंने बताया कि कटाव की समस्या का निदान खोजा जा रहा है। ढाई घंटे तक विशेषज्ञों ने 25 मीटर में हो रहे कटाव को देखा।

सीएम ने बैठक में कटाव पर की चर्चा

इसके बाद प्रमंडलीय आयुक्त गोरखनाथ, जिलाधिकारी उदयन मिश्रा व अभियंताओं के साथ बैठक में कटाव की स्थिति पर करीब आधे घंटे तक मंथन किया। सीएम ने कटाव को तत्काल रोकने के लिए उपाय सुनिश्चित करने को कहा। यह भी कहा कि कटाव की समस्या के स्थायी समाधान के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने पूर्व विधायक विश्वनाथ सिंह सहित कुछ अन्य से कटाव की स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने जल संसाधन विभाग की हाई लेवल तकनीकी टीम एवं विभागीय सचिव को बुधवार को फिर से कटाव की स्थिति का आकलन करने का निर्देश दिया।

तकनीकी टीम को रिपोर्ट तैयार कर कटाव रोकने की योजना बनाने के लिए कहा। उन्होंने कुरसेला से अमदाबाद तक गंगा से हो रहे कटाव का हवाई सर्वेक्षण भी किया। इसके पूर्व, हाई लेवल तकनीकी टीम के सदस्यों ने एसडीआरएफ के साथ नाव से गंगा नदी में कटाव का सर्वेक्षण किया।

इन्होंने मुख्यमंत्री को कटाव की स्थिति से अवगत कराया। हाई लेवल तकनीकी टीम में शामिल एक विशेषज्ञ ने कहा कि दियारा के किनारे गंगा नदी में गाद जमा होने के कारण कटाव की स्थिति गंभीर हो रही है। सिल्ट को काटे जाने से ही इसका स्थायी समाधान हो सकता है, लेकिन इतनी मात्रा में सिल्ट को डिस्पोज करना भी बड़ी चुनौती होगी।

मुख्यमंत्री के साथ जल संसाधन मंत्री संजय झा, सचिव संजय कुमार अग्रवाल व मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार भी मौजूद थे। इस मौके पर सांसद दुलाल चंद गोस्वामी, अनुसूचित जनजाति आयोग के अध्यक्ष शंभू सुमन, बरारी विधायक विजय सिंह व पूर्व विधायक नीरज यादव मुख्य रूप से मौजूद थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.