बैंक की प्रताडऩा से तंग आकर सीबी सर ने की खुदकुशी, कोचिंग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने इन बातों का भी किया जिक्र

भागलपुर के रसायन शास्त्र के शिक्षक सीबी सर ने बैंक की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या की थी। सोमवार को सत्यम वेब संस्थान में प्रेस वार्ता में कोचिंग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रधान महासचिव कृष्णन चैतन्य ने ये आरोप लगाए।

By Abhishek KumarEdited By: Publish:Tue, 12 Jan 2021 06:10 AM (IST) Updated:Tue, 12 Jan 2021 06:10 AM (IST)
बैंक की प्रताडऩा से तंग आकर सीबी सर ने की खुदकुशी, कोचिंग फाउंडेशन ऑफ इंडिया ने इन बातों का भी किया जिक्र
भागलपुर के रसायन शास्त्र के शिक्षक सीबी सर ने बैंक की प्रताडऩा से तंग आकर आत्महत्या की थी।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। रसायन शास्त्र के प्राइवेट शिक्षक चंद्रशेखर सिंह ने खुदकुशी का कदम एचडीएफसी बैंक की प्रताडऩा से तंग आकर उठाया था। ऋण के एवज में बैंक के एजेंट की ओर से बार-बार फोन आना और प्रताडऩा से काफी परेशान थे। ऐसे में उन्होंने खुदकुशी की राह चुना। सोमवार को सत्यम वेब संस्थान में प्रेस वार्ता में कोचिंग फाउंडेशन ऑफ इंडिया के प्रधान महासचिव कृष्णन चैतन्य ने कही।

सिएफआइ और प्राइवेट टीचर एसोसिएशन की ओर से आयोजित संवाददाता सम्मेलन में दिवंगत शिक्षक के परिजन भी थे। बैंक पर आरोप मढ़ते हुए परिवार वालों ने कहा कि चंद्रशेखर सिंह ने एचडीएफसी बैंक से कार लोन लिया था। लॉकडाउन में कोचिंग और ट्यूशन बंद हो जाने के कारण कार का कुछ मासिक किश्त देने में विलंब हुआ। इसके बाद ऋण विभाग के लोगों ने फोन और घर पर किश्त और बकाए रकम जमा करने के लिए बराबर दबाव बनाया जा रहा था। इस प्रताडऩा से वह काफी तनाव में थे। शिक्षक की बहन ने आत्महत्या के पीछे बैंक की प्रताडऩा वजह बताया। चंद शेखर सिंह ने खुदकुशी से पहले एक पत्र भी लिखा था उसमें बैंक को ही जिम्मेदार बताया है। इधर, देर शाम सराय इलाके से खलीफाबाग चौक तक कैंडल जुलूस निकालकर चंद्रशेखर सिंह को श्रद्धांजलि दी गई। मार्च में शिक्षक और बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं भी थे। मार्च में शामिल शिक्षक और छात्र छात्राएं प्रशासन और सरकार पीडि़त परिवार को न्याय दिलाने की मांग की।

बैंक के विरोध में जारी रहेगी लड़ाई

संवाददाता सम्मेलन में पहुंचे शिक्षकों ने कहा कि पीडि़त परिवार को तीन लाख का मुआवजा, दोनों बच्चों को उचित शिक्षा, पत्नी को नौकरी देने की मांग पुरजोर तरीके से उठाई। सत्यम वेब के निदेशक राजेश कुमार ने कहा कि इस दुख की घड़ी में संस्थान पूरी तरह साथ है। बैंक के विरोध में लड़ाई जारी रहेगी। इस लड़ाई का खर्च एसोसिएशन की ओर से उठाया जाएगा। पीडि़त परिवार के साथ एसोसिएशन खड़ा है।

रेगुलर था अकाउंट नहीं था बकाया : बैंक

एचडीएफसी बैंक मुख्यालय (मुंबई) से कॉरपोरेट कम्युनिकेशन विभाग के अधिकारी संजय ओझा ने कहा कि शिक्षक चंद्रशेखर सिंह ने कार लोन लिया था। इनका लोन एकाउंट पूरी तरह रेगुलर है। किश्त लगातार जमा हो रही थी। बीच में विलंब हुआ था। लोन ज्यादा नहीं था। उन्हेंं मार्च 2021 तक का समय दिया गया था। बैंक की ओर से पत्र भेजने की बात स्वीकार की है। लेकिन, ऋण चुकाने के एवज में किसी तरह का फोन और घर जाकर प्रताडि़त करने के मामले से इन्कार किए हैं। उन्होंने कहा कि कभी उन्हेंं तंग नहीं किया गया है। 

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