BJP : चुनौतियों से भरा है जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय का दूसरा कार्यकाल, इकाई गठन करना सबसे कठिन Bhagalpur News

15 दिसंबर 2019 को BJP प्रदेश नेतृत्व ने 31 जिलाध्यक्षों के नाम तय किए थे। शेष 14 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा 20 दिसंबर को हुई। इसी दिन रोहित पांडेय को भागलपुर जिलाध्यक्ष बनाया।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 23 Dec 2019 12:25 PM (IST) Updated:Mon, 23 Dec 2019 12:25 PM (IST)
BJP : चुनौतियों से भरा है जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय का दूसरा कार्यकाल, इकाई गठन करना सबसे कठिन Bhagalpur News
BJP : चुनौतियों से भरा है जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय का दूसरा कार्यकाल, इकाई गठन करना सबसे कठिन Bhagalpur News

भागलपुर [दिलीप कुमार शुक्ला]। भारतीय जनता पार्टी के भागलपुर जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय के बनने के साथ ही यहां भाजपा में इकाई गठन करने की सुगबुगाहट तेज हो गई है। जिला इकाई में शामिल होने और मोर्चा के जिलाध्यक्ष बनने के लिए अभी से सेटिंग-गेटिंग का खेल शुरू हो गया है। जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय के करीब जाने के लिए उन्हें लगातार बधाई देने वाले कार्यकर्ताओं का सिलसिला बढ़ता जा रहा है। पटना से भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के निर्वाचन में भाग लेने के बाद रोहित पांडेय सोमवार सुबह भागलपुर पहुंचे। जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय के सामने सबसे बड़ी चुनौती जिला इकाई गठन को लेकर बनी हुई है। इस बार यहां के जिलाध्यक्ष बनने के‍ लिए 13 भाजपा नेताओं ने प्रदेश नेतृत्व को अपना आवेदन दिया था। लेकिन प्रदेश नेतृत्व ने रोहित पांडेय पर भरोसा जताया और उन्हें दुबारा जिलाध्यक्ष के लिए मनोनीत कर दिया।

यहां बता दें कि 15 दिसंबर 2019 को भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश नेतृत्व ने बिहार के 31 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी थी। भागलपुर सहित 14 जिलाध्यक्षों के नामों को तय करने में प्रदेश नेतृत्व में काफी मशक्कत करनी पड़ी। 15 दिसंबर को नाम की घोषणा हो जाने की उम्मीद को देखते हुए रोहित पांडेय पटना पहुंच गए थे। लेकिन उस दिन उनके नामों की घोषणा नहीं हुई। इस दौरान वे लगातार कई दिनों तक जिला उपाध्यक्ष दिलीप निराला के साथ पटना में कैंप किए हुए रहे। इसके बाद 20 दिसंबर 2019 को प्रदेश नेतृत्व ने शेष 14 जिलाध्यक्षों के नामों की घोषणा की। इस दिन भाजपा जिलाध्यक्ष के रूप में भागलपुर से रोहित पांडेय को मनोनीत किया गया। 

जिलाध्यक्ष की सबसे कठिन परीक्षा है विधानसभा चुनाव

वर्ष 2020 में बिहार विधानसभा के चुनाव होंगे। सांगठनिक रूप से भागलपुर जिले में पांच विधानसभा सीट हैं। इन पांचों सीटों पर भाजपा का कोई विधायक नहीं है। वर्ष 1995 में ज्यादातर सीटों से गठबंधन के प्रत्याशी चुनाव लड़े थे। अभी पांचों विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस के दो, जदयू के दो और राजद के एक विधायक हैं। जदयू के विधायक सुल्तानगंज और नाथनगर, कांग्रेस के विधायक कहलगांव और भागलपुर नगर और राजद के विधायक पीरपैंती विधानसभा में हैं। जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय को विधानसभा चुनाव के दौरान कठिन परीक्षा से गुजरना होगा। इसके अलावा कोसी निर्वाचन क्षेत्र के विधान परिषद का भी चुनाव होना है। फरवरी में होने वाले चुनाव में अपनी पार्टी के प्रत्‍याशी की जीत सुनिश्चित करना उनकी जिम्‍मेदारी होगी। वर्तमान में इस विधान परिषद सीट पर भाजपा के डॉ एनके यादव विधान पार्षद हैं।

क्या है उनकी प्राथमिकताएं

जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि बूथ स्‍तर पर पार्टी को सशक्‍त बनाना उनकी पहली प्राथमिकता है। इसके अलावा प्रत्येक घरों में संपर्क कर भाजपा के उद्देश्य, नीति और सरकार की योजनाओं की जानकारी देने का कार्यक्रम बना है। योजनाओ का लाभ जनता को मिले, इसके लिए उन्‍हें हर प्रकार से सहयोग किया जाएगा। उन्‍होंने कहा कि इसके अलावा एनआरसी और नागरिकता संसोधन विधयेक (सीएए) की सही जानकारी लोगों को देना और इसके समर्थन में महौल बनाने के‍ लिए जनसंपर्क किया जा रहा है। पार्टी लगातार इसके लिए जागरूकता और समर्थन कार्यक्रम चलाएगी।

भागलपुर के इन कार्यकर्ताओं ने दिया था आवेदन

जिन भाजपाइयों ने जिलाध्यक्ष बनने के लिए आवेदन दिए थे उनमें रुबी दास, सोमनाथ शर्मा, राजीव मुन्ना, प्रदीप जैन, विनोद सिन्हा, योगेंद्र मंडल, रामनाथ पासवान, सज्जन अवस्थी, विजय कुशवाहा, रंजन सिंह, मुरारी पासवान और अनूप लाल साह शामिल थे। हालांकि रोहित पांडेय ने फ‍िर से जिलाध्यक्ष बनने के लिए आवेदन नहीं दिया था।

15 जनवरी तक कर लिया जाएगा इकाई गठन

जिला अध्यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि 15 जनवरी तक जिलाध्यक्ष जिला इकाई और मोर्चा के जिलाध्यक्ष घोषित कर दिए जाएंगे। उन्होंने कहा कि इकाई गठन में हर वर्ग के कार्यकर्ताओं को ध्यान रखा जाएगा। क्षेत्र की भौ‍गोलिक स्थिति, सामाजिक समीकरण, कार्यकर्ताओं के समर्पण भाव भी इकाई गठन के लिए महत्‍वपूर्ण मायने रखेगी। रोहित पांडेय ने कहा कि प्रदेश सहित जिले के प्रमुख कार्यकर्ताओं से मिलकर इकाई गठन के लिए चर्चा की जाएगी। भागलपुर में भाजपा के जिला इकाई में 21 पदाधिकारी होते हैं। इसके अलावा 70 कार्यकर्ता कार्यकारिणी सदस्‍य के रूप में रहते हैं। भागलपुर में भाजपा के सात मोर्चा भी हैं, जिसके जिलाध्यक्ष की घोषणा भी जिला इकाई के गठन के साथ ही कर दी जाएगी। हालांकि पार्टी कुछ जानकार कार्यकर्ताओं की मानें तो इस बार इकाई में ज्यादातर चेहरे नए होंगे। यहां की गुटबाजी से निपटने में भी रोहित पांडेय को परेशानी होगी। 

जनवरी में बन जाएगा भाजपा का अपना कार्यालय

जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने बताया कि भागलपुर के जीरो माइल के पास भाजपा का कार्यालय बन रहा है। इसका निर्माण अंतिम चरण में है। विशाल और भव्य कार्यालय जनवरी में बनकर तैयार हो जाएगा। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यालय बन जाने के बाद कार्य संचालन करने में उन्होंने काफी सुविधा होगी। रोहि‍त पांडेय पहले जिलाध्यक्ष होंगे, जिन्हें अपने कार्यालय के कार्य करने का मौका मिलेगा। कार्यालय में बड़े-बड़े कार्यक्रम करने और एक साथ कई जिलों के कार्याकर्ताओं का सम्मेलन करने की क्षमता है।

कहलगांव ग्रामीण और सुल्‍तानगंज नगर के अध्यक्ष का अभी तक नहीं हुआ है मनोनयन

जिले में 21 मंडल है। प्रदेश नेतृत्व में 19 मंडल अध्यक्षों के नामों की घोषणा कर दी है। अभी कहलगांव ग्रामीण और सुल्तानगंज नगर के अध्यक्षों के नामों की घोषणा नहीं की गई है। इस कारण इन क्षेत्रों के कार्यकर्ताओं में संशय बना हुआ है।

भागलपुर जिले के मंडल अध्यक्षों की सूची

भागलपुर जिले में भारतीय जनता पार्टी ने मंडल अध्यक्षों की सूची भाजपा के प्रदेश चुनाव अधिकारी सुरेश रूंगटा ने जारी कर दी। कुमार मंगलम को सुल्तानगंज उत्तरी, सुल्तानगंज दक्षिणी अनुसुमन कुमार, रोबिन कुमार सिंह शाहकुंड, संजय कुमार चौधरी सजौर, आशुतोष कुमार उर्फ रणजीत यादव नाथनगर, नीतू चौबे कहलगांव नगर, राज कुमार चौधरी सन्हौला, अनुज कुमार दुबे सनोखर, संतोष कुमार तांती गोराडीह, नरेंद्र झा जगदीशपुर, रितेश कुमार सबौर, ई. प्रिंस कुमार पीरपैंती उत्तरी, शशि शेखर शिवनारायणपुर, हेमंत कुमार सिंह को नंदलालपुर का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है। भागलपुर शहरी क्षेत्र में गौरव कुमार दास चंपानगर, सुधीर भगत विजय मित्रा नगर, पंकज कुमार तिलकामांझी और शशि मोदी को ईश्वरनगर का मंडल अध्यक्ष बनाया गया है।

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