नगर परिषद में ई-गवर्नेंस लागू, 11 सेवाएं होंगी ऑन लाइन
नगर निकाय की सेवाएं ऑन लाइन होने से नगर परिषद के काम में पारदर्शिता आने के साथ ही सेवाएं सुलभ होगी। इससे लोगों को बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाने से छुटकारा मिलेगी।
बांका (जेएनएन)। शहरवासियों की परेशानियों को कम करने के लिए सरकार नगर निकायों में भी ई-गवर्नेंस सिस्टम लागू कर रही है। इसके तहत नगर निकाय की 11 सेवाओं को ऑन लाइन किया जाएगा। ये सेवाएं नगर विकास एवं आवास विभाग के माध्यम से बांका नगर परिषद में भी बहाल की जाएगी। इसमें जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने से लेकर बिङ्क्षल्डग प्लान के अप्रूवल तक की सेवाएं शामिल है। जिसे ऑन लाइन किए जाने की योजना है। सरकार की इस पहल के धरातल पर उतरने के बाद शहरवासी नगर परिषद की कई सेवाओं का लाभ घर बैठे ले सकेंगे।
पारदर्शिता के साथ सुलभ होगी सेवा
नगर निकाय की सेवाएं ऑन लाइन होने से नगर परिषद के काम में पारदर्शिता आने के साथ ही सेवाएं सुलभ होगी। इससे लोगों को बार-बार कार्यालय का चक्कर लगाने से छुटकारा मिलने के साथ ही अपनी सेवा के लिए रिश्वत भी नहीं देने पड़ेंगे। हालांकि, अभी बांका नगर परिषद में ऑफ लाइन सेवा के अलावा ई- म्यूनिसिपैलिटी के तहत कुछ सेवाएं उपलब्ध कराई जा रही है। जिसमें ऑन लाइन जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की सेवा दी जा रही है।
एक क्लिक पर जमा होंगे होडिंग टैक्स
बांका नगर परिषद में होडिंग टैक्स जमा करने की सेवा जल्द ही ऑन लाइन की जाएगी। इसके लिए विभाग को इसके सॉफ्टवेयर उपलब्ध कराने के साथ ही उसके आइडी व पासवर्ड भी जेनरेट किए जाने की प्रक्रिया चल रही है। इस सेवा के चालू होने से एक क्लिक पर शहरवासी अपना होङ्क्षडग टैक्स जमा कर सकेंगे।
इन सेवाओं को किया जाएगा ऑन लाइन
नगर परिषद की ओर से दी जाने वाली सेवा में 11 सेवाएं ऑन लाइन होगी। इसमें भवन निर्माण का नक्शा, बच्चें का नाम शामिल करवाना, नया मूल्यांकन आग्रह, घर निर्माण अनुदान, आवास निर्माण का नक्शा, भवन की मंजूरी, जन्म प्रमाण पत्र, हॉकर स्टॉल, टाइटिल डीड ट्रांसफर, विलंब से जन्म एवं मृत्यु प्रमाण पत्र, पानी सीवर कनेक्शन और बिल्डिंग रेंट भी शामिल है।
नगर परिषद के सिटी मैनेजर रितेश कुमार गुप्ता ने कहा कि नगर निकाय की कई सेवाओं को ऑन लाइन किए जाने की योजना है। इसके लागू होने के बाद लोगों की सुविधा बढऩे के साथ ही कार्यालय को भी मोटे रजिस्टरों से मुक्ति मिलेगी। इसके लिए सरकार की ओर से यहां संसाधन मुहैया कराने के अलावा सेवाओं के सॉफ्टवेयर एवं उसके आइडी व पासवर्ड उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके बाद ही यहां ऑन लाइन सेवा शुरु की जा सकेगी।