RSS : ऑनलाइन विचार गोष्ठी में बोले क्षेत्र प्रचारक, समाज के सहयोग से ही हार सकता है कोरोना

corona effect राष्‍ट्रीय स्‍वयंसेवक संघ लॉकडाउन का पूरी तरह से पालन कर रही है। संघ की कई गतिविधि ऑनलाइन चल रही है। ऑनलाइन विचार गोष्ठी में कोरोना पर चर्चा हुई।

By Dilip ShuklaEdited By: Publish:Mon, 01 Jun 2020 08:25 AM (IST) Updated:Mon, 01 Jun 2020 08:25 AM (IST)
RSS : ऑनलाइन विचार गोष्ठी में बोले क्षेत्र प्रचारक, समाज के सहयोग से ही हार सकता है कोरोना
RSS : ऑनलाइन विचार गोष्ठी में बोले क्षेत्र प्रचारक, समाज के सहयोग से ही हार सकता है कोरोना

भागलपुर, जेएनएन। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के संपर्क विभाग की ओर से ऑनलाइन विचार गोष्ठी हुई। विषय था कोरोना काल में सामाजिक दायित्व बोध। गोष्ठी में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के उत्तर-पूर्व क्षेत्र (बिहार-झारखंड) प्रचारक रामदत्त चक्रधर ने कहा कि कोरोना के दौरान सरकार की ओर से किए जा रहे उपाय तभी कारगर होंगे, जब समाज के द्वारा उसका अनुपालन हो सके। उन्होंने कोरोना का इलाज करने वाले चिकित्सकों, नर्सिंग स्टाफ, पुलिस-प्रशासन एवं सफाई कर्मियों द्वारा सेना की भूमिका में कार्य करने को सराहा।

भागलपुर जिले के आरएसएस पदाधिकारियों को जागरूकता अभियान एवं मास्क, गमछा का वितरण करने का निर्देश दिया। जो प्रवासी मजदूर वापस आ रहे हैं, उनकी समस्याओं को दूर करने के लिए प्रखंड एवं जिले के स्तर पर सहायता केंद्र चलाने की बात कही, जिससे उनके स्वास्थ्य, रोजगार, की समस्या का निराकरण हो सके।

कार्यक्रम में भाग लेते हुए डॉ. संजय सिंह एवं डॉ. संदीप लाल ने कहा कि चिकित्सकों का प्रयास कोरोना से तभी छुटकारा दिला सकता है, जब सामान्य जन इस बीमारी से डरेंगे और शारीरिक दूरी का पालन करेंगे। ट्रिपल आइटी के निदेशक प्रो. अरविंद चौबे ने एक्स-रे डिवाइस साफ्टवेयर के द्वारा कोरोना जांच की बात बताई जो अब पेटेंट के स्तर पर है। टीएमबीयू के महाविद्यालय निरीक्षक प्रो. सरोज राय ने विवि के द्वारा किए जा रहे ऑनलाइन शिक्षा व नामांकन कार्य चर्चा की। बैठक में उत्‍तर-पूर्व क्षेत्र संपर्क प्रमुख अनिल ठाकुर, दक्षिण बिहार प्रांत प्रचारक राणा प्रताप, भागलपुर जिला संघचालक राणा प्रताप सिंह आदि ने हिस्सा लिया।

कोरोना वायरस के संक्रमण से बचने और इसके प्रसार को रोकने के लिए राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ पूरी तरह सरकार और जिला प्रशासन के निर्देर्शों का पालन कर रही है। इस कारण संघ ने अपनी संपूर्ण गतिविधि को ऑनलाइन कर लिया है। इसके‍ लिए लगातार बौद्धिक वर्ग आयोजित किए जा रहे हैं। इस वर्ग में स्वयंसेवक ऑनलाइन जुड़े रहते हैं। कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण भी ऑनलाइन हो रहा है।  

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