पोस्टमार्टम रिपोर्ट : तेजाब नहीं आग से हुई थी अलीगंज में छात्रा की मौत, 19 अप्रैल को हुई थी घटना Bhagalpur News

19 अप्रैल की रात अलीगंज में एक छात्रा पर तेजाब से हमले की बात सामने आई। जहां 39वें दिन 27 मई को दिन में उसकी मौत हो गई। सफदरगंज अस्पताल में छात्रा की मौत के बाद पोस्टमार्टम हुआ था।

By Edited By: Publish:Sat, 22 Jun 2019 09:13 PM (IST) Updated:Sun, 23 Jun 2019 10:29 AM (IST)
पोस्टमार्टम रिपोर्ट : तेजाब नहीं आग से हुई थी अलीगंज में छात्रा की मौत, 19 अप्रैल को हुई थी घटना Bhagalpur News
पोस्टमार्टम रिपोर्ट : तेजाब नहीं आग से हुई थी अलीगंज में छात्रा की मौत, 19 अप्रैल को हुई थी घटना Bhagalpur News

भागलपुर  [जेएनएन]। अलीगंज में छात्रा के तेजाब से जलने से हुई मौत मामले में नया मोड़ आ गया है। दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में छात्रा की मौत के बाद पोस्टमार्टम हुआ था। रिपोर्ट भागलपुर पुलिस को मिल गई है। रिपोर्ट में आई बातें चौंकाने वाली है। रिपोर्ट में छात्रा की मौत तेजाब से जलने से नहीं बल्कि आग से जलना बताया गया है। उसमें लिखा गया है कि छात्रा 30 प्रतिशत आग से झुलसी थी। आग से झुलसने की वजह से उसकी मौत हुई है। यदि पोस्टमार्टम रिपोर्ट सही है तो पुलिस की प्रारंभिक जांच गलत थी। मामले की लीपापोती करने के लिए आनन फानन में दो युवकों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। हालांकि, इस मामले में एसएसपी आशीष भारती कुछ बोलने को तैयार नहीं है। उन्होंने स्वीकार किया दिल्ली से रिपोर्ट आ गई है। अभी तक उसका अध्ययन नहीं किया गया है। रिपोर्ट पढऩे के बाद ही कुछ कहा जा सकता है। रिपोर्ट में जो बाते आईं है उसके बारे में यहां के चिकित्सकों से भी राय ली जाएगी उसके बाद ही कुछ कहा जा सकता है।

क्या था मामला
बता दें कि 19 अप्रैल की रात अलीगंज में एक छात्रा पर तेजाब से हमले की बात सामने आई। उसे आननफानन में इलाज के लिए मायागंज अस्पताल ले जाया गया। बेहतर इलाज के लिए उसे बनारस भेजा गया। लेकिन 38 दिन बाद उसकी अचानक तबियत बिगड़ी। तब सरकारी खर्च पर छात्रा को एयर एंबुलेंस से दिल्ली के सफदरगंज अस्पताल में भर्ती कराया गया। जहां 39वें दिन 27 मई को दिन में उसकी मौत हो गई। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के बाद भागलपुर भेजा गया। जहां बरारी में उसका अंतिम संस्कार किया गया।

दो आरोपित जेल में हैं बंद
इस मामले में दो युवकों प्रिंस और राजा यादव पर छात्रा पर तेजाब डालने का आरोप है। इस आरोप में दोनों को पुलिस ने जेल भेज दिया है। दोनों जेल में हैं। लेकिन उन दोनों के विरूद्ध पुलिस को कोई सुबूत नहीं मिले थे। जिस वजह से पुलिस को दोनों के विरूद्ध चार्जशीट करने में भी दिक्कत आ रही है। अब तक इस मामले में जो भी सुबूत मिले हैं। वे छात्रा के कुछ करीबियों पर ही संदेह उत्पन्न कर रहे हैं। हालांकि पुलिस पुख्ता सुबूत के बाद ही कुछ नई कार्रवाई करेगी। मामले में डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय ने भी कहा है कि यह काफी जटिल केस है। इसमें हर स्तर के पदाधिकारी लगे हुए हैं।

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