हरियाली बढ़ाएगी सिल्क सिटी की खूबसूरती, आएंगे अच्छे दिन

हरियाली सिल्क सिटी की खूबसूरती बढ़ाएगी। जिले में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा।

By JagranEdited By: Publish:Wed, 01 Jul 2020 08:34 PM (IST) Updated:Wed, 01 Jul 2020 09:23 PM (IST)
हरियाली बढ़ाएगी सिल्क सिटी की खूबसूरती, आएंगे अच्छे दिन
हरियाली बढ़ाएगी सिल्क सिटी की खूबसूरती, आएंगे अच्छे दिन

भागलपुर [अमरेंद्र कुमार तिवारी]। हरियाली सिल्क सिटी की खूबसूरती बढ़ाएगी। जिले में बड़े पैमाने पर पौधारोपण किया जाएगा। इससे जल-जीवन-हरियाली अभियान को भी बल मिलेगा। शहर भी इको फ्रेंडली बन जाएगा। हरियाली के बीच लोग स्वच्छ हवा में सांस ले पाएंगे। अच्छे दिन लौट आएंगे।

कैंपा योजना के तहत वन विभाग चालू वित्तीय वर्ष में तीन लाख चार हजार अच्छे पौधे लगाएगा। इससे तीन सौ हेक्टेयर में हरित क्षेत्र बढ़ेगा। भागलपुर जिले का क्षेत्रफल जहां 2569 वर्ग किलोमीटर है, वहीं वन क्षेत्र की बात करें तो यह मात्र 327.53 वर्ग किलोमीटर में ही सिमट कर रह गया है। बावजूद इसके केंद्र एवं राज्य प्रायोजित योजनाओं के माध्यम से इस जिले का हरित क्षेत्र चार फीसद तक पहुंच गया है।

इसे और बढ़ाने के लिए पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग खुद के साथ जनसहयोग से निरंतर प्रयास कर रहा है। इस दिशा में सरकारी विभागों की खाली जमीन को चिह्नित कर पौधारोपण किया जा रहा है। किसानो के साथ-साथ विभिन्न स्वयंसेवी संगठनों, जीविका, मनरेगा से हरित क्षेत्र को बढ़ाने पर बल दिया जा रहा है।

कैंपा योजना से यहां हो रहा पौधारोपण

1. माधोरामपुर पहाड़ी क्षेत्र कहलगांव - 200 हेक्टेयर - 2.20 लाख पौधे

2. किसनदासपुर से नारायणपुर - 12 किलोमीटर - 2000 पौधे

3. शाहकुंड पहाड़ी क्षेत्र पुरानी खेरेही - 30 हेक्टेयर - 33 हजार पौधे

4. जगदीशपुर टेकानी रेलवे स्टेशन से गोनूधाम - छह किलोमीटर - 2500 पौधे

5. बाइपास एनएच 80 - दो किलोमीटर - 820 पौधे

ये है कैंपा योजना

कैंपा (क्षतिपूरक वनीकरण कोष प्रबंधन) योजना का मुख्य उद्देश्य वन क्षेत्रों में होने वाली कमी के बदले प्राप्त राशि का वनीकरण में फिर से हरियाली बढ़ाने के लिए निवेश करना है। यहां प्रस्तावित है पौधारोपण

भागलपुर, कहलगांव और नवगछिया को मिलाकर 73 हेक्टेयर और सड़क किनारे 38 किलोमीटर तक 50 हजार सात सौ पौधे लगाने की योजना है। लगाए जा रहे ये पौधे

आम, आंवला, जामून, महोगनी, गम्हार, सागवान, कदम, पीपल, वरगद, नीम, जरहुल, करंज, खैर, शरीफा, बकाइन एवं छतवन आदि। जीविका दीदी 1.65 लाख लगाएंगी अच्छे पौधे

जुलाई से नौ अगस्त के बीच जीविका दीदियां जिले भर में एक लाख 64 हजार 641 अच्छे पौधे लगाएंगी। अच्छे पौधों में आम, आंवला, अमरूद, जामुन और सहजन आदि शामिल हैं। पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग द्वारा जीविका संगठन को विभागीय खर्च पर उनके घर तक पौधे पहुंचाए जाएंगे। विभागीय नर्सरी में पौधा उपलब्ध नहीं होने के बाद भी कृषि विवि से उन्हें पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे। मनरेगा से लगाए जाएंगे 3.11 लाख पौधे

जिले में वानिकी योजना के तहत मनरेगा से भी सभी प्रखंडों को मिलाकर तीन लाख 11 हजार पौधे लगाए जाएंगे। वन प्रमंडल ने इसके लिए प्रति पौधे 30 रुपये की दर से दो लाख 51 हजार 170 पौधे उपलब्ध कराने की स्वीकृति दी है। इस योजना में प्रवासी मजदूरों को भी रोजगार उपलब्ध होगा। 93 सरकारी परिसरों में भी बढ़ेगी हरियाली

हरित क्षेत्र बढ़ाने के लिए वन विभाग ने जिले में खाली पड़े 93 सरकारी परिसरों को पौधारोपण के लिए सूचीबद्ध किया है। जहां 6821 पौधे लगाए जाएंगे। बाढ़ व सड़क चौड़ीकरण में बर्बाद हो रहे पेड़-पौधे

जिले में हर वर्ष आने वाली बाढ़ ने नए पौधों को क्षति पहुंचाई है। विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार भागलपुर, कहलगांव और नवगछिया प्रक्षेत्र में वर्ष 2018-19 में सात हजार और 2019-20 में करीब 10 हजार पौधे बर्बाद हुए हैं। जहां नए पौधे लगाने का काम शुरू कर दिया गया है। इधर, सड़क चौड़ीकरण में अकबरनगर से शाहकुंड 1613 और घोघा-सन्हौला पथ में 285 पेड़-पौधे बर्बाद हुए हैं।

किसानों को दिए जाएंगे 55 हजार इमारती लकड़ी के पौधे

कृषि वानिकी के तहत जिले में हरियाली बढ़ाने के लिए किसान भी सहभागी बनेंगे। ताकि पर्यावरण सुरक्षा के साथ-साथ भविष्य में वह पेड़ बनकर आर्थिक समृद्धि का आधार बने। किसानों को 10 रुपये प्रति पौध के दर से अपने खेतों में पौधा लगाने के लिए उपलब्ध कराया जाएगा। वे तीन वर्षो तक जितने पौधों को जीवित रख पाएंगे। उसी हिसाब से पौधों की कीमत समेत 60 रुपये अतिरिक्त प्रोत्साहन राशि भी प्रदान किया जाएगा।

स्वयंसेवी संगठन भी निभा रहें है सक्रिय भूमिका

पौधारोपण में जिले के स्वयंसेवी संगठन भी अपनी अहम भूमिका निभा रहे हैं। इसमें मंदार नेचर क्लब, जियो, रोटरी एवं लायंस क्लब सहित अन्य शामिल हैं।

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