भागलपुर में स्वर्ण व्यवसायी की दुकान और घरों के पास पुलिस का पहरा, रंगदारी मांगने पर दहशत
शहर के प्रसिद्घ स्वर्ण व्यापारी से रंगदारी मांगे जाने के बाद से परिजन डरे हुए हैं। उनके दुकान और घरों की सुरक्षा बढ़ा दी है। अन्य व्यापारी भी सकते में हैं।
भागलपुर, जेएनएन। स्वर्ण व्यवसायी हरि ओम वर्मा से रंगदारी मांगने के बाद पुलिस ने उनकी सोनापट्टी स्थित दुकान, खरमनचक स्थित ज्वैलरी शोरूम और घर की सुरक्षा बढ़ा दी है। हालांकि लॉकडाउन के कारण शोरूम और दुकान बंद हैं। वरीय अफसरों के निर्देश पर इलाके में विशेष गश्ती की जा रही है। दुकान और घर के आसपास की संदिग्ध गतिविधियों पर भी पुलिस की नजर है, ताकि अवांछित तत्व की पहचान कर आरोपित तक पहुंचा जा सके। हालांकि तकनीकी सेल की मदद से कई जरूरी जानकारियां जुटा ली गई है।
खंगाला जाएगा सीसीटीवी कैमरा
मोबाइल पर धमकी मिलने के बाद दुकान व घर के गार्ड को भी सक्रिय रहने को कहा गया है। पुलिस का कहना है कि जरूरी होने पर दुकान, घर व शोरूम में लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाले जाएंगे, ताकि किसी भी संदिग्ध व्यक्ति पर नजर पडऩे पर उसे पूछताछ की जा सके।
हाल चाल लेने के लिए पहुंचे व्यवसायी
घटना की जानकारी होने पर शहर के व्यवसायी हरि ओम वर्मा का हाल चाल लेने दुकान व घर पहुंचे। कई परिचितों ने फोन पर भी उनसे घटना के बारे में पूछा। लगातार शुभचिंतक उनके परिवार से भी जानकारी ले रहे हैं।
डिप्टी मेयर हैं भाजपा नेता
हरि ओम वर्मा के बेटे राजेश वर्मा ने कुछ दिनों पूर्व भारतीय जनता पार्टी का दामन थामा है। उनके घर पार्टी के नेताओं का आना-जाना लगा रहता है। इस घटना के बाद राज्य के शीर्ष नेताओं ने भी उनसे जानकारी ली है।
तीन साल पहले डिप्टी मेयर को मिली थी जान से मारने की धमकी
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा को तीन साल पहले भी अज्ञात नंबर से जान से मारने की धमकी मिली थी। तीन नवंबर 2017 को उनकी पत्नी पूजा वर्मा के निजी मोबाइल नंबर पर अज्ञात नंबर से कॉल आई। फोन करने वाले ने डिप्टी मेयर का नाम लेते हुए कहा था कि वह बहुत बढ़ रहा है, उसे जान से मार देंगे। इस घटना के बाद हड़कंप मच गया था। तब तत्कालीन एसएसपी मनोज कुमार ने तकनीकी सेल की मदद से मोबाइल नंबर का पता लगाया। पुलिस टीम ने रोहतास जिले से आरोपित चुन्नन यादव को गिरफ्तार कर लिया। उसे भागलपुर लाकर जेल भेजा गया था। वह दूध का व्यवसायी था। जोगसर पुलिस चौकी में पत्नी पूजा वर्मा के बयान पर केस दर्ज किया गया था। पुलिस को उन्होंने बताया था कि सुबह करीब आठ बजे पहला फोन धमकी के लिए आया। इसके बाद डेढ़ बजे तक करीब 21 फोन धमकी देने वाले बदमाश ने किया था। धमकी देने वाले ने डिप्टी मेयर को घर से बाहर नहीं निकलने देने की धमकी दी थी। इस घटना के बाद भी व्यवसायियों में हड़कंप मच गया था। लेकिन पुलिस ने 24 घंटे के भीतर आरोपित को गिरफ्तार कर मामले से पर्दा उठा दिया था।