विनम्र शिक्षक ही विनम्र छात्र का निर्माण कर सकते : रामलखन

बेगूसराय। इंसानियत को बचाने के लिए शिक्षा अनिवार्य है। शिक्षा से ही हम शिक्षित समाज का निर्माण

By Edited By: Publish:Sun, 13 Mar 2016 08:13 PM (IST) Updated:Sun, 13 Mar 2016 08:13 PM (IST)
विनम्र शिक्षक ही विनम्र छात्र का निर्माण कर सकते : रामलखन

बेगूसराय। इंसानियत को बचाने के लिए शिक्षा अनिवार्य है। शिक्षा से ही हम शिक्षित समाज का निर्माण कर सकते हैं। सच्चा शिक्षक विनम्र होता है। विनम्र शिक्षक ही विनम्र छात्र का निर्माण कर सकते हैं। उक्त बातें ख्यातिप्राप्त कवि, साहित्यकार रामलखन राय ने रविवार को एंबीशन स्टडी प्वाइंट के द्वारा आयोजित आर्मी हेल्थ क्लब बछवाड़ा में कवि सम्मलेन के दौरान कहीं। कवि सम्मलेन का उदघाटन समाजसेवी सुभाष कुमार ईश्वर कंगन सभी साहित्यकार, कवि, लेखक व अतिथियों ने संयुक्त रूप से किया। सम्मेलन के दौरान कवियों ने अपनी कविता, गजल, शेरो-शायरी व एक से एक व्यंग्य की प्रस्तुति से श्रोताओं को खूब हंसाया। कवि सम्मेलन की शुरुआत साहित्यकार रामलखन ¨सह के 'देगा बेटा एक दिन, पानी एक ग्लास। इसको तुम अब भूल जा, है यह बस यह इतिहास' से की गई। जिसे सुन श्रोताओं ने खूब ताली बजाई। वहीं स्थानीय कवि उमेश कुमार कवि की मैथली हास्य व्यंग्य 'जीवन में सब लोग बा़ग के, महंगाई से प्राण उड़ल छै। दूध, दही व कटुक मशाला, रंग अबीर के दाम बढ़ल छै, दू हजार सोलह के होली महंगाई के भेंट चढ़ल छै.. के हास्य व्यंग सुन श्रोता लोटपोट हो गए। साहित्यकार डॉ. शैलेन्द्र शर्मा त्यागी 'अंग-अंग को छूती गुलाबी हवा है, मन को बहकाती ये मीठी हवा है.. रचना को श्रोताओं ने खूब सराहा। सम्मलेन के दौरान कवि हितलाल पाठक के 'गेल जमाना सेवा भाव के, नहीं ताके हमारा ओर, बाप माय के भेज रहिल छिय, वृद्धा आश्रम के ओर। सीताराम शेरपुरी दूरियां नजदीकियां पर भारी पड़ी, आजादी के उपहास के दिन आ गए। सचिदानंद पाठक महंगाई के बजल नगारा भ्रष्टाचार के झाल, खेलब खूब मौज में होली। चाँद मुसाफिर के फागुन में रथ बैठकर, पहुंचा बसंत कुमार व महेंद्र चौधरी सरदार की कविता 'जंगल बनल बिहार छै, नीतीश लालू के सरकार छै, जहां चोर उचक्का चार छै ने लोगों को खूब गुदगुदाया सम्मलेन के दौरान एक से एक कवियों की रचनाओं ने दर्शकों को झूमने पर विवश कर दिया। सम्मलेन के दौरान स्वागत भाषण अनादी मोहन घोष के द्वारा दिया गया। सम्मेलन के दौरान छात्राओं ने समूह स्वागत गीत से लोगों का मन मोह लिया। आयोजक द्वारा सभी कवि, साहित्यकार, लेखक को माला पहनाकर व शॉल ओढाकर सम्मानित किया गया। मौके पर प्रखंड प्रमुख कमल पासवान, रमाकांत राय, विश्वनाथ राय, अमरजीत उ़र्फ रंजीत, कामिनी कुमारी, अवधेश चौधरी, सिकंदर कुमार समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।

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