किसानों को दी गई फॉल आर्मी वर्म से बचाव की जानकारी

बेगूसराय। मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले भारत में पिछले साल पहुंचे फॉल आर्मी वर्म से बचाव की ज

By JagranEdited By: Publish:Tue, 22 Jan 2019 05:12 PM (IST) Updated:Tue, 22 Jan 2019 05:12 PM (IST)
किसानों को दी गई फॉल आर्मी वर्म से बचाव की जानकारी
किसानों को दी गई फॉल आर्मी वर्म से बचाव की जानकारी

बेगूसराय। मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाने वाले भारत में पिछले साल पहुंचे फॉल आर्मी वर्म से बचाव की जानकारी देने के लिए किसानों का एक प्रशिक्षण सह जागरूकता कार्यशाला का आयोजन किया गया। क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान एवं बीज उत्पादन केंद्र के तत्वावधान में केंद्र परिसर में आयोजित इस प्रशिक्षण में किसानों को उक्त कीट से होने वाले नुकसान की जानकारी भी दी गई। प्रशिक्षण को संबोधित करते हुए क्षेत्रीय मक्का अनुसंधान सह बीज उत्पादन केंद्र बेगूसराय के प्रधान वैज्ञानिक डॉ. एसबी ¨सह ने कहा कि यह कीट मूलत: अफ्रीकी देशों में पाया जाता था और वहां मक्के की फसल को नुकसान पहुंचाता था। परंतु भारत में यह कीट जुलाई 2018 में कर्नाटक में पाया गया। उन्होंने बताया यह कीट तापमान बढ़ने के साथ बढ़ता है और व्यापक पैमाने पर मक्के की फसल को क्षति पहुंचाता है। इस कीट का लार्वा मक्के की पत्तियों, धनशीष व मूंछ को तो खा ही जाता है। पौधा में भुट्टा लगने के बाद उसमें भी छेद कर प्रवेश कर जाता है और दाने को भी हानि पहुंचाता है। इससे बचाव को ले उन्होंने शष्य व रसायनिक दोनों तरीकों को दी। प्रोजेक्टर के माध्यम से कीट की पहचान कराते हुए उन्होंने कहा कि फसल में लगे ऐसे कीट को समूह में पकड़कर नष्ट कर दें अथवा मिट्टी तेल में डाल दें। इसके अलावा रसायनिक कीटनाशक दवाओं की जानकारी देते हुए उन्होंने इन दवाओं का छिड़काव कर उक्त कीट को नष्ट करने की सलाह दी। प्रशिक्षण को कृषि कॉलेज पूर्णियां के प्राचार्य डॉ. पारसनाथ, डॉ. एसएन सिन्हा, डॉ. संतोष कुमार आदि ने भी संबोधित किया।

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