अनाज के रख-रखाव पर किसान दें ध्यान, होगा बंपर फायदा

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर के तत्वावधान

By JagranEdited By: Publish:Fri, 22 Jun 2018 05:03 PM (IST) Updated:Fri, 22 Jun 2018 05:03 PM (IST)
अनाज के रख-रखाव पर किसान दें ध्यान, होगा बंपर फायदा
अनाज के रख-रखाव पर किसान दें ध्यान, होगा बंपर फायदा

डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय पूसा के कृषि विज्ञान केंद्र खोदावंदपुर के तत्वावधान में प्रखंड के बेंगा एवं पुलपथार गांव में किसान कल्याण कार्यक्रम सह प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के दौरान 25 किसानों के बीच पौधे का भी निश्शुल्क वितरण भी किया गया। कार्यक्रम में केबीके के वरिष्ठ वैज्ञानिक डॉ. राजीव श्रीवास्तव एवं बीएओ मकेश्वर पासवान ने किसानों को प्रशिक्षित करते हुए कहा कि किसानों के आमदनी कम होने वाले कारणों में अनाज के बर्बाद होने की बात अनुसंधान में सामने आई है। ग्रामीण क्षेत्रों में लगभग 20 से 25 प्रतिशत अनाज बर्बाद हो जाता है। इसके सही प्रबंधन से किसानों की आमदनी दोगुनी करने में काफी मदद मिलेगी। बताया कि देश में सब्जियों के उत्पादन में बिहार तीसरे स्थान पर है। फलों के उत्पादन में पांचवें वहीं अनाज उत्पादन में बिहार आठवें पायदान पर मजबूती के साथ खड़ा है। गांव के लोगों का जीवन यापन कृषि और कृषि आधारित रोजगारों पर ही निर्भर है। 80 प्रतिशत लोग कृषि पर पूर्ण रूप से निर्भर हैं। उन्होंने किसानों को बताया कि आपकी आमदनी दोगुना करने हेतु कृषि विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र के संयुक्त योजना के तहत गेहूं एवं मक्का कटाई के बाद अनाजों के नुकसानों का आकलन एवं उसकी रोकथाम के लिए एक अभियान चलाया गया है। अभियान के तहत हमलोग अपने उत्पादित फसलों को खराब होने से बचा सकते हैं। उन्होंने बताया कि फसलों के उत्पादन के बाद अनाज में दो तरह का नुकसान होता है। यह नुकसान कुशल एवं साधारण खाद्य प्रसंस्करण तकनीक द्वारा न्यूनतम लागत पर एवं न्यूनतम स्तर पर लाया जा सकता है। खाद्य प्रसंस्करण गतिविधियां यथा संचयन, सुखाई, साफ-सफाई,वर्गीकरण, निस्तारण, भंडारण में तकनीक का सुंदर उपयोग कर कटाई के बाद नुकसान को रोक पाना संभव हो सकता है।विशेषज्ञों ने बताया कि इस योजना के तहत छौड़ाही प्रखंड के बेंगा एवं पुलपथार गांव को शामिल किया गया है। जिसमें लगातार किसान कल्याण कार्यक्रम का आयोजन कर खाद्य, सब्जियों, फलों के उत्पादन के उपरांत न्यूनतम नुकसान का तरीका बताया जा रहा है। कार्यक्रम में किसानों को जैविक खेती के लिए प्रोत्साहित करने समेत कम लागत में अधिक उत्पादन उनकी आमदनी को दोगुना करने के कई उपाय भी विशेषज्ञों ने किसानों को बताएं। इस अवसर पर कृषि समन्वयक रंजीत रंजन, परमानंद परमहंस, शालिग्राम ¨सह, पंसस देवेंद्र यादव, ग्रामीण किसान सीता देवी, अंबा देवी, संजय कुमार राय, पंकज कुमार, नीरज कुमार किसान उपेंद्र यादव आदि मौजूद थे। बागवन में किसान कल्याण दिवस का आयोजन

फोटो नंबर - 7

संवाद सूत्र, बखरी (बेगूसराय) : बखरी प्रखंड के बागवन पंचायत में शुक्रवार को किसान कल्याण दिवस का आयोजन किया गया।सिसौनी गांव के कामास्थान में आयोजित कल्याण दिवस कार्यक्रम की अध्यक्षता पंचायत के मुखिया राम प्रयाग राय ने की।किसानों को संबोधित करते हुए बीएओ ओमप्रकाश यादव ने कहा कि सरकार ने किसानों के कल्याण के लिए कई तरह की योजनाएं चला रखी है। जिसका लाभ उठाकर किसान उन्नत खेती के जरिए अपना जीवन स्तर सुधार सकते हैं। इस दौरान बीएओ ने किसानों को विभिन्न योजनाओं की जानकारी के साथ उन्नत खेती के तौर तरीके से अवगत कराया। मौके पर मुखिया पुत्र संजय कुमार, प्रगतिशील किसान महेंद्र वर्मा, कृषि समन्वयक कृष्ण कुमार प्रभाकर, किसान सलाहकार रामनरेश चौधरी, मनीष कुमार, भुवनेश्वर सदा, रीमा देवी आदि मौजूद थे।

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