भितिया व राता में शुरू हुई काली पूजा की तैयारी

संवाद सूत्र, फुल्लीडुमर(बांका) : प्रखंड क्षेत्र के भितिया, राता एवं खेसर मंदिरों में काली पूजा आयोजन

By Edited By: Publish:Wed, 22 Oct 2014 12:12 AM (IST) Updated:Wed, 22 Oct 2014 12:12 AM (IST)
भितिया व राता में शुरू हुई काली पूजा की तैयारी

संवाद सूत्र, फुल्लीडुमर(बांका) : प्रखंड क्षेत्र के भितिया, राता एवं खेसर मंदिरों में काली पूजा आयोजन की तैयारी ने जोर पकड़ लिया है। भितिया काली मंदिर शक्तिपीठ के रूप में प्रसिद्ध है। स्थानीय लोगों की मानें तो यहां तन-मन से मां काली की कामना करने से उनकी कामना अवश्य पूर्ण होती है। इस मंदिर का इतिहास 150 वर्ष पूर्व 1864-65 में स्थानीय जमींदार स्वर्गीय ठाकुर श्रवण सिंह ने मंदिर की स्थापना कर भगवती काली की पूजा अर्चना प्रारंभ किया। मंदिर निर्माण एवं पूजा स्वर्गीय जमींदार की इच्छा के अनुसार आमजन, तन-मन एवं धन का सहयोग करते हैं। पुराने मंदिर का पुनर्निर्माण तत्कालीन विधायक जयप्रकाश मिश्र के अथक प्रयास से किया। वर्तमान समय में तीन दिनों तक लगने वाला यह मेला बांका, कटोरिया, सुईया, शंभूगंज, अमरपुर के बीच सबसे बड़ा मेला है।

जबकि राता काली मंदिर बम काली के रूप में प्रसिद्ध है। जिसकी शुरुआत बनैली राज द्वारा किया गया था। आज से करीब 135 वर्ष पूर्व प्रारंभ यह पूजा आज पूजा समिति द्वारा संचालित किया जाता है। शिव शंकर कुमार एवं संयुक्त सचिव द्वारा पूजा का संयोजन किया जा रहा है। जबकि खेसर बाजार स्थित काली मंदिर में पूजा भी बनैली राज द्वारा प्रारंभ किया गया। जिसे आज संयुक्त पूजा समिति द्वारा संचालित किया जा रहा है। रामलगन भगत समिति के अध्यक्ष हैं।

chat bot
आपका साथी