धर्मसभा में संतो ने राम मंदिर के निर्माण का लिया संकल्प

औरंगाबाद। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जिला मुख्यालय स्थित दानी बिगहा मैदान में रविवार

By JagranEdited By: Publish:Sun, 09 Dec 2018 08:03 PM (IST) Updated:Sun, 09 Dec 2018 08:03 PM (IST)
धर्मसभा में संतो ने राम मंदिर के निर्माण का लिया संकल्प
धर्मसभा में संतो ने राम मंदिर के निर्माण का लिया संकल्प

औरंगाबाद। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए जिला मुख्यालय स्थित दानी बिगहा मैदान में रविवार को धर्मसभा का आयोजन किया गया। धर्मसभा में अयोध्या से पहुंचे संतो ने मंदिर निर्माण का संकल्प लिया। अयोध्या से पहुंचे संत स्वामी परमेश्वर दास, आचार्य पीठाधीश्वर जगतगुरु रामानुजाचार्य, स्वामी रंगनाथचार्य ने संबोधन में मंदिर निर्माण के लिए हुंकार भरी। अबतक मंदिर निर्माण नहीं होने पर केंद्र सरकार के प्रति नाराजगी जताई। संतो ने कहा कि ¨हदुओं को अब लड़ना नहीं अड़ना है। सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई पुरी नहीं होने की चर्चा करते हुए कहा कि न्याय में विलंब अन्याय है। कहा कि 30 वर्ष बीत गया पर रामलला उजड़े आशियाने में रहने का मजबूर हैं। अबतक केवल राम मंदिर पर राजनीति हो रही है। बिना विलंब किए केंद्र सरकार को अध्यादेश लाकर मंदिर निर्माण कराने को कहा। कहा अयोध्या में राम मंदिर निर्माण में करोड़ों ¨हदुओं का आस्था जुड़ा है। कहा कि राम जन्मभूमि पर पुरातत्व विभाग द्वारा की गई खुदाई में मंदिर के अवशेष मिले हैं। यह कानूनी तौर पर पुख्ता साबूत है। रामजन्म भूमि पर मंदिर होने के कई साक्ष्य मिल चुके हैं। त्रिदंडी स्वामी सतसंग आश्रम सेवा ट्रस्ट के जनमेयजय, बजरंगदल के क्षेत्र संयोजक सह जिला प्रचारक डा. रामाशीष प्रसाद ¨सह, विहिप के धर्माचार प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने संबोधित किया। सभी ने कहा कि सरसंघ संचालक मोहन भागवत ने वर्ष 1987 में मंदिर निर्माण को ले आंदोलन शुरू किया था। 30 वर्ष बीत गए पर एक ईट भी नहीं लगा है। सभी ने कहा कि जिस देश के हर ¨हदुओं का जिस मंदिर से आस्था जुड़ा है उसके निर्माण के लिए धर्म सभा करनी पड़ रही है यह इस देश के लिए विडंबना है। आजादी के बाद सरदार बल्लभभाई पटेल के नेतृत्व में सोमनाथ मंदिर का निर्माण हुआ, राम मंदिर निर्माण का मामला उसी तरह का है। केंद्र सरकार की ओर इशारा करते हुए वक्ताओं ने कहा कि अगर सरकार चाह ले तो मंदिर के निर्माण में कोई विलंब नहीं होगा। मंदिर निर्माण को लेकर मोहन भागवत के संदेशों को बताया गया। कहा कि देश में आज करोड़ों ¨हदुओं की आस्था से अधिक सम¨लगी लोगों के मुद्दे के मामले में जल्द फैसला आ जाता है और कार्रवाई हो जाती है, लेकिन राम मंदिर निर्माण का मामला उलझाकर रखा गया है। सभी ने संसद में काननू कनाने के लिए केंद्र सरकार पर दबाव बनाने की हुंकार भरी। कुछ कांग्रेसी नेताओं के द्वारा मंदिर निर्माण का विरोध किए जाने की आलोचना की गई। विहिप के प्रांत प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मंदिर मामले में सुन्नी वक्फ बोर्ड की याचिका खारिज हो चुकी है। मंच का संचालन अभाविप के दीपक कुमार ने किया। देवकुंड मठाधीश कन्हैयानंद पुरी, जयनंदन पांडेय, भाजपा जिलाध्यक्ष मनोज कुमार शर्मा, पुष्कर अग्रवाल,उज्जवल ¨सह, पुरुषोत्तम ¨सह, अभाविप के सिन्हा कॉलेज अध्यक्ष आशिका ¨सह, किशोरी सिन्हा महिला कॉलेज अध्यक्ष प्रेरणा सुमन, राहुल कुमार, सौरभ सिन्हा, विकास काली, धीरज अजवनी, सुदेश्वर पासवान के अलावा विहिप, संघ, अभाविप, भाजपा, ¨हदु से जुड़े कई संगठनों के सैकड़ों समर्थक सदस्य शामिल रहे।

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