बिहार में नरसंहार: तीन मासूम बच्चों सहित गर्भवती मां की चाकू से गोदकर हत्या, मचा बवाल

बिहार के अररिया जिले में जमीन विवाद में क्रूरता की हद पार करते हुए जघन्य अपराध की घटना सामने आई है। तीन बच्चों सहित मां की गला काटकर हत्या कर दी गई है। घटना के बाद सनसनी मची है।

By Kajal KumariEdited By: Publish:Fri, 17 May 2019 08:45 AM (IST) Updated:Fri, 17 May 2019 10:45 PM (IST)
बिहार में नरसंहार: तीन मासूम बच्चों सहित गर्भवती मां की चाकू से गोदकर हत्या, मचा बवाल
बिहार में नरसंहार: तीन मासूम बच्चों सहित गर्भवती मां की चाकू से गोदकर हत्या, मचा बवाल

अररिया, जेएनएन। जमीन विवाद में नरसंहार की घटना से जिले के बैरगाछी ओपी क्षेत्र के अररिया बस्ती पंचायत के माधोपाड़ा गांव में सनसनी फैल गई है। अपराधियों ने क्र्ररता की हद पार करते हुए गुरुवार की देर रात घर में घुसकर तीन बच्चों सहित मां की गला रेतकर  हत्या कर दी।

जानकारी के मुताबिक मृतका तबस्सुम गर्भवती थी। गला रेतने के बाद उसके पेट को भी चाकू से गोद दिया गया। जब यह घटना हुई, तबस्सुम का पति मोहम्मद आलम बाथरूम में था, जब उसने कमरे में कदम रखा तो खून की नदियां बह रही थीं। वह भागकर बस्ती में गया और पागलों की तरह चिल्लाकर घटना की जानकारी दी।

घटना की जानकारी मिलते ही ग्रामीणों की भीड़ जमा हो गई और हत्यारे खिड़की के रास्ते कूदकर भाग निकले।पुलिस ने तीन लोगों को हिरासत में लिया है। गुप्त स्थान पर ले जाकर तीनों से पूछताछ चल रही है। तीनों ने बताया कि अंदर हो रही थी हत्या, बाहर से भतीजों ने कमरे का दरवाजा बंद कर दिया था जिससे खिड़की के रास्ते अपराधी भाग गए। खिड़की टूटी थी।

बैरगाछी ओपी पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल अररिया भेजा है।  इस वारदात के बाद पूरे गांव में तनाव व्याप्त है। हत्या का कारण भूभि विवाद बताया जाता है। मृतकों में तबस्सुम 30 वर्ष, आलिया तीन वर्ष,  सबीर पांच वर्ष,  समीर आठ वर्ष की हत्या  की गई है।अररिया बस्ती के माधोपाड़ा में आने- जाने वाले का तांता लगा हुआ है। महिलाओं की संख्या अधिक है।

जानकारी के मुताबिक हत्या की कहानी तब लिखी गई जब चार बीघे जमीन को लेकर डीसीएलआर के न्यायालय से एक दिन पहले फैसला हुआ था। उसी दिन हत्यारों ने पूरे परिवार को खत्म करने की धमकी दे रहे थे। भूमि विवाद में बकरी के व्यापारी आरिफ व उनके खानदान के लोग मुकदमा किए थे, हत्या में सात लोग शामिल थे।

हत्या के बाद जब आरिफ और मांझी चाकू से खून के निशान धो रहे थे कि तभी पुलिस ने दोनों को धर दबोचा।हत्या के बाद गांव में भारी आक्रोश है। लोगों की राय है कि अब पुलिस को बताए बिना हत्यारों को मार डालना है। सभी हत्यारे पोखरिया पंचायत के निवासी हैं।

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