मोजेबुल पासपोर्ट मामले में गवाह समेत तीन को पुलिस हिरासत

फारबिसगंज(अररिया) संसू: प्रखंड के भागकोहलिया पंचायत स्थित चौरा परवाहा निवासी मजेबुल पिता मुस्तकीम क

By Edited By: Publish:Thu, 16 Apr 2015 01:04 AM (IST) Updated:Thu, 16 Apr 2015 01:04 AM (IST)
मोजेबुल पासपोर्ट मामले में गवाह
समेत तीन को पुलिस हिरासत

फारबिसगंज(अररिया) संसू: प्रखंड के भागकोहलिया पंचायत स्थित चौरा परवाहा निवासी मजेबुल पिता मुस्तकीम को बगैर आवेदन पासपोर्ट मामले का आखिरकार खुलासा हो ही गया। इस मामले में फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है और इसे अंजाम देने वाला मजेबुल का सौतेला भाई अकबर था। पुलिस ने अकबर सहित उसके दो गवाहों को गिरफ्तार कर लिया है। वहीं, उस कैफे संचालक को भी गिरफ्तार किया गया है जिसके यहां से पासपोर्ट के लिए आवेदन किया गया था।

आखिरकार दैनिक जगारण की पहल रंग लाई और अंजान व्यक्ति की फोटो लगा पासपोर्ट मिलने के रहस्य से पर्दा उठ ही गया।

पूछताछ में कई महत्वपूर्ण खुलासे

पुलिस की पूछताछ में अकबर ने बताया कि पासपोर्ट में जिस व्यक्ति की फोटो लगी है उसका नाम मो. रहीम है और वह संदेशपुर कोलकाता का निवासी है। उसने बताया कि वह रहीम के साथ तमिलनाडु की गारमेंटस स्पोर्ट फैक्ट्री किंधन किड्स कनाकापल्लम, जिला तिरपुर में काम करता था। रहीम वहीं पर सिलाई का काम करता था और अकबर धागा काटता था। दोनो के बीच दोस्ती हुई और रहीम ने पासपोर्ट बनाकर विदेश जाने और अधिक पैसा कमाने का लालच अकबर को दिया। तब अकबर ने रहीम को अपने साथ लेकर 09 दिसम्बर 2014 को तमिलनाडु से फारबिसगंज लाया। यहा आकर दोनो ने अपने अपने पासपोर्ट का ऑन लाईन आवेदन ज्योति सिनेमा स्थित सोनू साइबर कैफे से किया। तत्पश्चात दोनो पासपोर्ट बनाने के लिए पटना गये और पासपोर्ट ऑफि स में अपना फि ंगर प्रिंट दिया और फर्जी दस्तावेज अभिप्रमाणित करवाया।

पासपोर्ट में दो स्थानीय गवाहों के रूप में शहाबुद्दीन पिता अब्बास एवं समीर पिता सैफु ल निवासी चौरा परवाहा दर्ज करवाया गया। इसके बाद स्थल जाच के लिए जब आवेदन थाना आया तो अकबर ने जाच के क्रम में मो. रहीम के फर्जी जाच आवेदन पर भी गवाहों से हस्ताक्षर करवा लिया।

साइबर कैफे में पुलिस का छापा

इधर युवक के गिरफ्तारी होते ही पुलिस ने ज्योति होटल कम्पाउंड स्थित सोनू साईबर कैफे में छापामारी कर कैफे के संचालन कर रहे एक व्यक्ति को हिरासत में ले लिया एवं दोनो गवाहों को भी गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि इस प्रकरण को लेकर शहर में चर्चा बाजार गर्म है तथा लोगों की जुबान पर एक सवाल तैर रहा है कि कौन है मो. रहीम ? उसने फर्जी तरीके से पासपोर्ट क्यों बनाया? क्या मकसद था उसका ? कहां का रहने वाला है रहीम? हालांकि ये सब तो जाच के बाद ही पता चलेगा। फिलहाल पुलिस अकबर से पूछताछ कर रही है।

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