नो मेंस लैंड : नशा बेचने से रोकने वाला कोई नहीं

समीर, अररिया आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच नो मेंस लैंड पर 24

By Edited By: Publish:Fri, 23 Jan 2015 06:59 PM (IST) Updated:Fri, 23 Jan 2015 06:59 PM (IST)
नो मेंस लैंड : नशा बेचने से रोकने वाला कोई नहीं

समीर, अररिया

आपको जानकर आश्चर्य होगा कि भारत-नेपाल की अंतरराष्ट्रीय सीमा के बीच नो मेंस लैंड पर 24 घंटे शराब की बिक्री हो रही है। आपको यह भी आश्चर्य होगा कि भारत-नेपाल की कई कंपनियों की दवा भी यहां बिक रही हैं। इतना ही नहीं यहां दिन हो या रात शराब पीने की खुली छूट भी है। लेकिन दुखद पहलू तो यह कि भारतीय क्षेत्र में एसएसबी और नेपाली की गोरखा पुलिस इन लोगों का कुछ नहीं बिगाड़ पाती। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी भी सब कुछ खामोशी से देखते हैं। सबसे दुखद पहलू तो यह कि नो मेंस लैंड पर भारतीय व नेपाली मूल के युवा नशे की खुराक के आदी हो गए हैं। यूथ को यूज किया जा रहा है। यहां बार्डर पीलर का कोई मतलब ही नहीं दिखता।

---- टैक्स की जगह चढ़ावा

स्थानीय लोगों की बातों पर यकीन करें तो उत्पाद विभाग के अधिकारियों को टैक्स से ज्यादा चढ़ावा की चिंता रही है। यही कारण है कि भारतीय शराब जिले के शराब विक्रेताओं के माध्यम से नो मेंस लैंड तक पहुंच जाता है। कुछ इसी प्रकार की स्थिति दवा के कारोबारियों की भी है।

---- डाक्टर बनने के लिए डिग्री की जरूरत नहीं

यहां डाक्टर बनने के लिए डिग्री जरूरी नहीं। बस कुछ दवा का नाम रजिस्टर में लिख कर अंदाज से मरीज को देना भर है। भारत-नेपाल सीमा से सटे सिकटी बार्डर पर कुछ इसी प्रकार का नजारा देखने को मिला। नो मेंस लैंड पर ऐसे कई डॉक्टर प्रैक्टिस करते मिल जाएंगे।

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कोट :

- मुझे इस बात की जानकारी नहीं है कि नो मेंस लैंड पर शराब की बिक्री हो रही है। मामले में वरीय अधिकारियों को सूचित किया जाएगा।

अश्रि्वनी कुमार,

उत्पाद अधीक्षक, अररिया

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स्वास्थ्य विभाग को पता है कि नो मेंस लैंड पर दवा की बिक्री हो रही है। इस मामले में विराटनगर में आयोजित बैठक में निर्णय लिया गया था। जल्द ही अभियान चलाया जाएगा।

डॉ बीके ठाकुर,

सिविल सर्जन, अररिया

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