पुरानी कार खरीदने जा रहे हैं, तो ये गलतियां बिलकुल न करें

सेकंड हैंड कार खरीदते समय अक्सर कुछ गलतियां हो जाती है, जिसकी वजह से बाद में नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसे में इन जरूरी बातों का ध्यान रखें तो एक अच्छी डील आपको मिल सकती है।

By Bani KalraEdited By: Publish:Wed, 26 Jul 2017 11:10 AM (IST) Updated:Tue, 01 Aug 2017 05:40 PM (IST)
पुरानी कार खरीदने जा रहे हैं, तो ये गलतियां बिलकुल न करें
पुरानी कार खरीदने जा रहे हैं, तो ये गलतियां बिलकुल न करें

नई दिल्ली (बनी कालरा)। जहां एक तरफ लोग नई-नई कारों को खरीदने में लोग दिलचस्पी दिखाते हैं तो वही पुरानी कारों को खरीदने वालों की भी कोई कमी नहीं है, इसलिए सेकंड हैंड कार मार्किट काफी बड़ा है। लेकिन जितना आसान एक नई कार खरीदना होता है उतना ही मुश्किल होता है पुरानी कार खरीदना। कई बार लोग पहली पुरानी कार खरीदने जाते हैं और अक्सर धोखा खा जाते हैं जिसकी वजह से एक गलत कार खरीद लेते हैं ऐसे में इस तरह की गलत डील से कैसे बचना चाइये और कैसे एक अच्छी कार खरीदनी चाहिये आइये। जानते हैं इस रिपोर्ट में

कार और बजट दोनों तय करें
सबसे पहले आप अपना बजट और कार तय करें उसके बाद उस कार का कई मार्किट में रेट पता करें अलग-अलग शो रूम में भी जा सकते हैं साथ ही इंटरनेट पर सर्च कर सकते हैं।

मैकेनिक को साथ ले जाएं
कार खरीदते समय, अगर संभव हो तो किसी अच्छे मैकेनिक को अपने साथ ले जाएं ताकि कार के बारे में सही जानकारी प्राप्त की जा सके। क्योकिं अक्सर डीलर एक्सीडेंटल, डेंट वाली कार या दुबारा पेंट हुई कार को रिपेयर करके बड़ी ही खूबसूरती के साथ पेश करते हैं और ग्राहक उनकी चिकनी-चुपड़ी बातों में आकर गाड़ी खरीद लेता है और बाद में उसे परेशानी उठानी पड़ती है। इसलिए इस तरह की डील से बचें।

आपराधिक रिकॉर्ड न हो
कार खरीदने से पहले यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि कहीं आप जिस कार को खरीदने जा रहे हैं उसका कोई आपराधिक रिकॉर्ड न हो और वो किसी भी आपराधिक गतिविधि में इस्तेमाल न की गई हो। जिस कार को खरीदने जा रहे हैं वो कहीं चोरी की तो नहीं है।

टायर्स की करें जांच
गाड़ी खरीदते समय इसके टायर्स की जांच कर लें। टायर यदि ज्यादा घिसे हैं तो समझ जाएं कि गाड़ी या तो ज्यादा चली है या फिर खराब रास्तों पर चलाई गयी है। टायर्स के घिस जाने की स्थिती में आपको कार खरीदने के तुरंत या कुछ समय बाद ही टायर्स बदलवाने होंगे। ऐसे में कार की कॉस्ट बढ़ जाएगी। ध्यान रखें पुरानी गाड़ी की कीमत में टायर्स की कीमत को जोड़कर ही पूरी कीमत माने। इसके साथ ही कार की स्टेपनी की भी जांच कर लें। स्टेपनी है या नहीं अगर है तो किस हालत में।

लीकेज चेक करें
गाड़ी के एक्सेल और शोकर्स को भी चेक कर लें। अगर ऑयल लीकेज की समस्या है दिखाई दे रही है तो इस तरह की कार लेने से बचें। वर्ना बाद में आपको यह सौदा महंगा पड़ सकता है।

स्पीडोमीटर जांच लें
कार कितनी किलोमीटर चल चुकी है यह भी जांचे, कार के स्पीडो मीटर को भी ध्यान से चेक करें, कई बार लोग मीटर बंद देते हैं और जब कार बेचने जाते हैं तो फिर से मीटर चालू कर देते हैं। ऐसे में यह पता नहीं चल पाता की गाड़ी कितनी चली हुई है।

टेस्ट ड्राइव करें
अगर आप पहले से गाड़ी चलाते हैं तो एक बार गाड़ी खरीदने से पहले उसकी टेस्ट ड्राइव जरूर कर लें। अगर यह आपकी पहली गाड़ी है तो किसी जानकार मैकेनिक या व्यक्ति को लेकर आएं जो गाड़ी की टेस्ट ड्राइव कर सके और आपको गाड़ी की मौजूदा स्थिती बता सके। कई बार अच्छे मैकेनिक कार के इंजन की आवाज, बैटरी की स्थिती, कार एक्सीडेंटल को नहीं है जैसी चीजें भांप लेते हैं।

इन बातों का भी ध्यान रखें
गाड़ी की बैट्री, विंडो, वाइपर, सस्पेंशन, ब्रेक्स, डिस्क ब्रेक ऑयल, व्हील एलाइनमेंट को ठीक से जांच लें ऐसी कंपनियों की कार जिसके स्पेयर पार्ट्स आसानी से नहीं मिलते हों, नहीं खरीदनी चाहिए। यह भी देख लेना चाहिए कि जिस कंपनी की कार आप ले रहे हैं, उसके सर्विस सेंटर ज्यादातर जगहों पर हैं या नहीं।

सेकंड हैंड कार मार्किट में इन कारों की रहती है डिमांड
सेकंड हैंड कार मार्किट में इस समय नयी मारुति सुजुकी , हुंडई और होंडा की काररों की डिमांड सबसे ज्यादा रहती है। छोटी कारों में हैचबैक ऑल्टो, वैगनआर, स्विफ्ट. हुंडई की सेंट्रो, आई10, ग्राहकों के बीच ज्यादा लोकप्रिय हैं। जबकि सेडान कारों में होंडा की सिटी, हुंडई वर्ना की सबसे ज्यादा मांग रहती है। सेकेंड हैंड कार मार्केट में महिंद्रा फर्स्ट च्वॉइस, मारुति ट्रू वैल्यू, हुंडई, होंडा समेत कई कंपनियों के आउटलेट्स देखें जा सकते हैं जहां आपको पुरानी कार वारंटी और फ्री सर्विस के साथ मिलती है हांलाकि यहां मिलने वाली गाड़ियां लोकल मार्किट से थोड़ी सी महंगी जरूर होती है पर आप इन पर भरोसा कर सकते हैं।
 

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