यूनिसेफ इंडिया के सहयोग से रेडियो सिटी ने लोगों को “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 के माध्यम से जागरूक किया

शहर में बढ़ते अपराध से निपटने के लिए रेडियो सिटी ने “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 के उद्देश्य को जन जन तक पहुंचाया।

By Sachin BajpaiEdited By: Publish:Tue, 26 Mar 2019 05:34 PM (IST) Updated:Tue, 26 Mar 2019 05:34 PM (IST)
यूनिसेफ इंडिया के सहयोग से रेडियो सिटी ने लोगों को “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 के माध्यम से जागरूक किया
यूनिसेफ इंडिया के सहयोग से रेडियो सिटी ने लोगों को “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 के माध्यम से जागरूक किया

भारत के प्रमुख रेडियो नेटवर्क, रेडियो सिटी ने “दिल्ली VS क्राइम” अभियान का एक और पावर पैक सीजन पूरा किया, जिसका उद्देश्य शहर में बढ़ते अपराध के बारे में दिल्लीवासियों में जागरूकता पैदा करना है। पहले सीज़न की शानदार सफलता के बाद सीजन 2 में साइबर अपराध और मानव तस्करी के मुद्दों को उठाया गया, जो कि पिछले कुछ समय से राजधानी दिल्ली में व्याप्त है। यूनिसेफ इंडिया ने भी इस अभियान में अपना योगदान दिया। 

यह अभियान दो सप्ताह तक चला, जिसमें रेडियो सिटी की आरजे गिनी, दिव्या, युवी, आदी और मानव ने विशेषज्ञों और दिल्ली के अधिकारियों के साथ साइबर अपराध और मानव तस्करी पर चर्चा की। उन्होंने श्रोताओं को अपराध और अपराधियों से कैसे बचें इस बारे में जागरूक किया।

रेडियो सिटी के चीफ क्रिएटिव ऑफिसर कार्तिक कल्ला ने कहा, “दिल्ली पुलिस द्वारा जारी रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली में 2017 की तुलना में 2018 के अंत तक अपराध दर में 6.01 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई। शहर में बढ़ते अपराध से निपटने के लिए, रेडियो सिटी ने “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 को मानव तस्करी और साइबर अपराध जैसे विभिन्न भयावह मुद्दों से समाज को मुक्त करने के लिए परिवर्तन का उत्प्रेरक होने पर गर्व है। यूनिसेफ इंडिया जैसे प्रभावशाली निकाय के साथ जुड़ने से बेशक हमारी पहल एक उच्च स्तर पर पहुंच गई और इसे एक बार फिर दो साल के लिए एक सफल अभियान बना दिया।”

रेडियो सिटी की आरजे गिन्नी ने कहा, “भारत डिजिटल हो रहा है, ऐसे में साइबर क्राइम के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है। “दिल्ली VS क्राइम” सीजन 2 अभियान के माध्यम से रेडियो सिटी ने अपने श्रोताओं के साथ इस तरह की समस्याओं से निपटने के लिए समाधान और सावधानियों की पेशकश की। कैसे ऑनलाइन धोखाधड़ी की जाती है, हम कैसे सुरक्षित रह सकते हैं और इन अपराधों के खिलाफ बैंकों का दायित्व क्या है आदि इन सभी सवालों पर विशेषज्ञों से राय ली गई। हमने सोशल मीडिया, फ़ोन, लैपटॉप आदि पर हैक होने वाली सूचनाओं के बारे में भी बताया। इसके अलावा वास्तविक जीवन की कहानियों और विशेषज्ञों की राय के साथ रिवेंज पोर्न, ब्लैकमेल और पिक्चर मॉर्फिंग से कैसे निपटा जाए, इस पर जागरूकता भी फैलायी गई।”

सभी आरजे और विशेषज्ञों ने पहले सप्ताह में तीन प्रकार के साइबर अपराध के मुद्दों को उठाया, जिनमें बुज़ुर्गों के साथ नेट बैंकिंग धोखाधड़ी, महिलाओं के साथ रिवेंज क्राइम और बच्चों के ख़िलाफ साइबर अपराध शामिल हैं। वो सोशल मीडिया पर क्या करें और क्या न करें, इस पर भी चर्चा की। दूसरे सप्ताह मानव-तस्करी से संबंधित मुद्दों को उठाया गया, जहां केस-स्टडीज और कहानियों के जरिए शहर में मानव तस्करी के बढ़ते मामलों को सामने लाया गया।

डिजिटल प्लान के तहत जागरूकता पैदा करने वाले वीडियो को रेडियो सिटी के सोशल मीडिया हैंडल पर साझा किया गया। लोकप्रिय एथिकल हैकर ‘संकेत मोदी’ और आरज़े गिनी के साथ एक वीडियो बनाया गया, जिसमें दिखाया गया है कि कैसे एक फ़ोन को केवल 20 सेकंड में हैक किया जा सकता है। इस वीडियो पर ज़बरदस्त प्रतिक्रिया आई।

रेडियो सिटी हमेशा अपने शहर और नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में अग्रणी रहा है। “दिल्ली VS क्राइम” के पहले सीजन ने गोल्डन माइक्स और न्यूयॉर्क रेडियो फेस्टिवल अवार्ड्स 2018 में कई पुरस्कार जीते।“दिल्ली VS क्राइम” जैसे अभियानों के साथ, रेडियो सिटी ऐसे मुद्दों को संबोधित करने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए रेडियो की ताक़त का लाभ उठाता रहेगा।

[ लेखक: शक्ति सिंह ]

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