Move to Jagran APP

Stayfree पीरियडशाला में जाएं, पीरियड्स को नॉर्मल बनाएं!

Stayfree और Dainik Jagran की पहल ‘Periodshala’ के माध्यम से अध्यापिकाओं और छात्राओं को पीरियड्स संबंधित विषयों में जागरूक किया जा रहा है। पिछले 60 वर्षों से भारत में सैनिटरी नैपकिन के क्षेत्र में अग्रणी है किशोरियों को उनके पीरियड्स नॉर्मल बनाने का भरसक प्रयास कर रहा है।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 05 Apr 2021 12:56 PM (IST)Updated: Mon, 05 Apr 2021 03:09 PM (IST)
Stayfree Periodshala का खूबसूरत मैसेज देती तस्वीर

भारत की जनगणना के अनुसार अकेले उत्तर प्रदेश में 19.3% टीनएजर और किशोरियां हैं। इनके लिए किशोरावस्था का एक प्रमुख अनुभव होता है ‘पीरियड्स’ या ‘मासिक धर्म’। Stayfree (स्टेफ्री), जो कि पिछले 60 वर्षों से भारत में सैनिटरी नैपकिन के क्षेत्र में अग्रणी है, किशोरियों को उनके पीरियड्स नॉर्मल बनाने का भरसक प्रयास कर रहा है।   

loksabha election banner

लड़कियों के बीच मासिक धर्म स्वास्थ्य और स्वच्छता प्रबंधन में सुधार के लिए UNICEF और Stayfree पिछले 7 साल से लगातार काम कर रहे हैं और इसे प्रभावशाली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। यह साझेदारी या पार्टनरशिप मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन में आने वाली महत्वपूर्ण बाधाओं को समझने पर केंद्रित है। इस बारे में UNICEF india के वाश चीफ निकोलस ओसबर्ट का कहना है, "UNICEF मानता है कि पीरियड्स के साथ जुड़े हाइजीन के महत्व को लड़कों और पुरुषों तक पहुंचाना भी उतना ही जरूरी है जितना कि लड़कियों या महिलाओं तक।" Stayfree जैसे सहभागियों के साथ मिलकर UNICEF अभी तक 30 लाख से अधिक लड़कियों को जागरूक करने का कार्य कर चुका है और 10,000 से भी ज्यादा प्रशिक्षकों को कई राज्यों में नियुक्त कर दिया गया है। 

सही जानकारी न होने से लड़कियों को पहले पीरियड्स के दौरान जो समस्या होती है उसके बारे में उनको अपनी मां से सही जानकारी मिलनी चाहिए, परंतु न तो माएं और न ही स्कूलों में अध्यापिकाएं पीरियड्स के बारे में खुलकर बात कर पातीं हैं। बेशक पीरियड्स स्कूल में जीव विज्ञान विषय के पाठ्यक्रम का हिस्सा हो, पर इसके बारे में आमतौर पर चर्चा कम होती है। फलस्वरूप लड़कियां हाइजीन की कमी के चलते संक्रमण को जान नहीं पातीं, इसीलिए कम उम्र से ही जागरूकता पर ध्यान देने की काफी आवश्यकता है। इस जटिल विषय को समझाने के लिए अध्यापिकाओं का प्रशिक्षण आवश्यक है। 

 

Stayfree और Dainik Jagran की पहल ‘Periodshala’ के माध्यम से अध्यापिकाओं और छात्राओं को पीरियड्स संबंधित विषयों में जागरूक किया जाएगा। इसके साथ ही वेबसाइट पर छात्राएं अपने अभिभावकों के द्वारा रजिस्ट्रेशन करके मासिक धर्म से संबंधित जानकारियां प्राप्त कर सकतीं हैं। यहां एक एनिमेटेड वीडियो के जरिए शरीर में हो रहे परिवर्तन, सही पोषण, मासिक धर्म चक्र जैसे विषयों की सही जानकारी दी गई है। साथ ही छात्राओं के लिए विशेष क्विज भी है।

ज्यादा जानकारी के लिए क्लिक करें- https:// www.stayfree.in/periodshala

(UNICEF किसी भी कंपनी, ब्रांड, उत्पाद या सेवा का समर्थन नहीं करता है) 

Note - यह आर्टिकल ब्रांड डेस्‍क द्वारा लिखा गया है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.