अब रेंट पर घर ढूंढ़ना हुआ बेहद आसान

घर ढूंढने में आपकी मुश्किलें तो तब बढ़ जाती हैं, जब शहर में आप किसी को नहीं जानते और समर्थन के लिए कोई दोस्त भी नहीं होते।

By Tilak RajEdited By: Publish:Thu, 15 Jun 2017 02:08 PM (IST) Updated:Wed, 21 Jun 2017 12:40 PM (IST)
अब रेंट पर घर ढूंढ़ना हुआ बेहद आसान
अब रेंट पर घर ढूंढ़ना हुआ बेहद आसान

हाल ही की एक रिपोर्ट से ये पता चला है कि भारत में करीब 40% लोग ऐसे हैं, जो अपने शहर से दूसरे शहर में नौकरी व पढ़ाई के लिए जाते हैं। कॉलेज से स्नातक होना एक प्रमुख पड़ाव है, लेकिन कॉलेज लाइफ के बाद क्या करना है, ये एक अहम चुनाव होता है। यह भविष्य की उपलब्धियों के लिए एक पहला कदम भी है। अपने पहले कदम को बढ़ाते हुए आप नौकरी ढूंढते हैं और नौकरी मिल जाने पर शहर से बाहर जाने का फैसला करते हैं, जिसके लिए अहम होता एक सही आशियाने का मिलना।

घर ढूंढने में आपकी मुश्किलें तो तब बढ़ जाती हैं, जब शहर में आप किसी को नहीं जानते और समर्थन के लिए कोई दोस्त भी नहीं होते। छात्र (चाहे पुरुष हो या महिला) हमारे राष्ट्र का भविष्य हैं, जिन्हें बेहतर सुविधा प्राप्त करने का पूर्ण अधिकार मिलना चाहिये। तो आइये, जानते हैं किन बातों को रखें ध्यान में, घर रेंट पर लेते समय।

एक बजट सेट करें
विचार करें कि आप कितनी राशि का भुगतान कर सकते हैं, खास कर छात्रों को अपने बजट के अनुसार अपनी खोज पर ध्यान देना चाहिये। यह सुनिश्चित करें कि आप अतिरिक्त पैसे खर्च करने में सक्षम हैं या नहीं। यदि आप एक सस्ती जगह की तलाश में हैं, तो एक अपार्टमेंट या एक कमरा साझा करने के लिए रूममेट सेवाओं का प्रयास करें, लेकिन आप किस प्रकार के लोगों के साथ रहना चाहते हैं इसका भी ध्यान रखें।



फुल या सेमी फर्निश्ड कमरें
यह जानना बहुत जरूरी है कि किराये में हीटिंग, पानी, बिजली, केबल या इंटरनेट कनेक्शन शामिल हैं या नहीं। आपको बिस्तर, कूलर, एसी, गीजर, मुफ्त पार्किंग, कपड़े धोने की सुविधाओं की जरूरत है या सिर्फ एक कमरा, ये सोचना भी आवयश्क है। सुनिश्चित यह भी करें की आप विद्यालय/कॉलेज या दफ्तर के करीब, एक शांत घर चाहते हैं या आप किसी भी जगह में फिट हो सकते हैं।

ब्रोकर के एक्स्ट्रा चार्जेज 
आप किसी भी ब्रोकर के सम्पर्क में न आएं, अगली बात यह है कि आप किराये के बाजार को बेहतर तरीके से समझें और सही सौदे के लिए इन्टरनेट व दोस्तों के माध्यम से अनुसंधान कर ही घर को किराए पर लें। किसी भी ब्रोकर को एक्स्ट्रा पैसे देने से बचें।

समय
आप इस बात का ध्यान जरूर रखें की, घर ढूंढने में आपका ज्यादा समय न व्यर्थ हो। नई नौकरी व पढ़ाई के लिए अपने शहर से दूसरे शहर में आने व सेटल होने में कम से कम समय लगे। आपको अपने लक्ष्य की तरफ बेहद ध्यान देना है, जिसके लिए आप अपने घरों से मीलों दूर आये हैं।

मकान मालिक का व्यवहार
कई बार मकान मालिकों के कुछ सवालों का न चाहते हुए भी बैचलर्स को सामना करना पड़ता है जैसे: “तुम बहुत छोटे लग रहे हो उम्र में........”। “तुम्हारी कोई गर्लफ्रेंड तो नहीं”? “बैचलर हो तो अपने माँ-बाप के पास क्यों नहीं रहते”??? “मांस-मदिरा नॉट अलाउड”! “माता पिता का नंबर देना पड़ेगा”। “नाइट शिफ्ट तो नहीं करती”??? “घर सजाना आता है”.....??? “लेट एंट्री पर फाइन लगेगा” !

आपकी सभी समस्याओं के लिए एक समाधान है “नेस्टअवे” जिसके जरिये घर मिलना बहुत आसान होता है। इसमें बहुत सारे विकल्प भी मौजूद होते हैं जिससे आप अपना मनपसन्द व पूरी तरह से सुसज्जित घरों को शेयर या एकल आवास के आधार पर ले सकते हैं। वैसे तो ज्यादातर जगहों में सुरक्षा जमा करने को कहा जाता है, जो 10 महीने के किराए के बराबर होता है लेकिन नेस्टअवे सिक्योरिटी के रूप में केवल 2 महीने का किराया जमा करता है जो वापसी योग्य होता है। यह ब्रोकरेज चार्ज दलालों द्वारा लिया जाने वाला शुल्क है, जो नेस्टअवे बिलकुल चार्ज नहीं करता। फुल फर्निश्ड घर मूल उपकरणों व फर्नीचर के साथ दिए जाते हैं, जैसे फ्रिज, वाईफ़ाई, एसी, बेड व अन्य चीजें। आप मकान मालिक के हजारों सवालों से बच जाते हैं, क्योंकि किरायेदारों और मकान मालिकों कि आपस की बातचीत करने का भी काम नेस्टअवे ही कर देता है। किरायेदारों को तो बस घर व कमरों की तस्वीरें देख, अपनी जरूरत के हिसाब से घर को बुक करना होता है।

अब देर किस बात की, बिना ज्यादा समय व्यर्थ किये पाएं अपना मनचाहा घर आसानी से!

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