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ट्रैवल न्यूज : पर्यटन क्षेत्र में ऐसे बढ़ेंगे रोजगार, इस बार के बजट में पर्यटन के लिए ये बातें हैं खास

आम बजट में सी प्लेन संचालन बढ़ावा देने की घोषणा की गई है. ऐसे में सी प्लेन चलाने का रास्ता भी साफ हो गया है.

By Pratima JaiswalEdited By: Published: Fri, 02 Feb 2018 11:50 AM (IST)Updated: Fri, 02 Feb 2018 12:28 PM (IST)
ट्रैवल न्यूज : पर्यटन क्षेत्र में ऐसे बढ़ेंगे रोजगार, इस बार के बजट में पर्यटन के लिए ये बातें हैं खास
ट्रैवल न्यूज : पर्यटन क्षेत्र में ऐसे बढ़ेंगे रोजगार, इस बार के बजट में पर्यटन के लिए ये बातें हैं खास
इस बार का बजट भी हमेशा की तरह मिली-जुली प्रतिक्रिया लेकर आया. एक तरफ जहां गांव, किसान और गरीब को आगे बढ़ाने की तरफ जोर देखने को मिला. वहीं दूसरी तरफ सरकार ने बजट को मिडिल क्लास के राहतभरा बताया. बजट को लेकर हर लगभग हर क्षेत्र में कोई न कोई बदलाव देखने को मिले. वहीं बात करें, पर्यटन क्षेत्र की तो इस बार पर्यटन क्षेत्र में रोजगार बढ़ाने की बात कही गई. साथ ही कई राज्यों को पर्यटन स्थल प्रमुख बनाने की दिशा में भी प्रस्ताव पेश किया गया. 

 

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आइए, जानते हैं पर्यटन क्षेत्र के लिए बजट की मुख्य बातें. 
केंद्रीय बजट के तहत पर्यटन मंत्रालय को 2,150 करोड़ रूपये आवंटित किये गए. इस तरह मौजूदा वित्तीय वर्ष की तुलना में यह 21 प्रतिशत अधिक है. मंत्रालय को पिछले साल 1,776.4 करोड़ रूपये का आवंटन हुआ था. 
इस बजट में आधारभूत परियोजना के लिए 1,330 करोड़ रूपये आवंटित किये गए। पिछले साल आवंटित 1,145 करोड़ रूपये की तुलना में यह 16 प्रतिशत अधिक है.
इन परियोजनाओं के तहत पर्यटन सर्किट के एकीकृत विकास के लिए 1100 करोड़ रूपये का आवंटन हुआ है. पिछले वित्तीय वर्षमें 950 करोड़ रूपये का आवंटन हुआ था.
पर्यटन इंडस्ट्री को डिजिटल की ओर ले जाने की घोषणा भी की गई. पर्यटकों की सुविधा बढ़ाने व बुकिंग से लेकर अन्य सुविधाओं के लिए पर्यटन क्षेत्र में 10 अलग-अलग तरह की साइट्स की बात की गई है. जिससे रोजगार सम्भावनाओं में भी इजाफा होगा. 
आम बजट में सी प्लेन संचालन बढ़ावा देने की घोषणा की गई है. ऐसे में सी प्लेन चलाने का रास्ता भी साफ हो गया है. बजट में एयरपोर्ट विस्तार, विमान की उड़ान संख्या बढ़ाने की बात भी शामिल है. 
होटल व धर्मशाला बनाकर पर्यटकों को कई तरह की सुविधाएं मुहैया कराई जा सकती हैं. देश की बड़ी कंपनियां अगर राजी हों तो सीएसआर फंड से मंदिरों के आसपास जर्जर धर्मशालाएं बेहतर की जा सकती हैं, सुविधाएं अपग्रेड हो सकती है. 
 
 

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