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मेहरानगढ़ किले में हो रही है ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ की शूटिंग, यहां से दिखता है पाकिस्तान

1965 में भारत-पाक के युद्ध में सबसे पहले मेहरानगढ़ के किले को टारगेट किया गया था. लेकिन माना जाता है कि माता की कृपा से यहां किसी का बाल भी बांका नहीं हुआ.

By Pratima JaiswalEdited By: Published: Mon, 05 Mar 2018 03:39 PM (IST)Updated: Mon, 05 Mar 2018 03:40 PM (IST)
मेहरानगढ़ किले में हो रही है ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ की शूटिंग, यहां से दिखता है पाकिस्तान
मेहरानगढ़ किले में हो रही है ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ की शूटिंग, यहां से दिखता है पाकिस्तान

आजकल ऐतिहासिक फिल्मों का क्रेज बढ़ता ही जा रहा है. ‘पद्मावती’ के बाद फैंस को ‘मर्णिकर्णिका’ फिल्म का इंतजार है. पिछले दिनों फिल्म की शूटिंग बनारस में होने की खबरें सामने आई थी. वहीं अब आमिर खान की फिल्म ‘ठग्स ऑफ हिंदुस्तान’ की शूटिंग राजस्थान के मेहरानगढ़ किले में होने वाली है. ऐसे में इस किले के बारे लोगों की दिलचस्पी अचानक से बढ़ती हुई दिखाई दे रही है.

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आइए, हम आपको बताते हैं आखिर इस किले में क्या है खास. 

इस किले के दीवारों की परिधि 10 किलोमीटर तक फैली है. इनकी ऊंचाई 20 फुट से 120 फुट तथा चौड़ाई 12 फुट से 70 फुट तक है. इसके परकोटे में दुर्गम रास्तों वाले सात आरक्षित दुर्ग बने हुए थे. घुमावदार सड़कों से जुड़े इस किले के चार द्वार हैं. किले के अंदर कई भव्य महल, अद्भुत नक्काशीदार दरवाजे, जालीदार खिड़कियां हैं.

जोधपुर शासक राव जोधा ने 12 मई 1459 को इस किले की नींव डाली और महाराज जसवंत सिंह (1638-78) ने इसे पूरा किया. यानि इस किले का इतिहास 500 साल पुराना है.

 

किले से दिखता है पाकिस्तान 

1965 में भारत-पाक के युद्ध में सबसे पहले मेहरानगढ़ के किले को टारगेट किया गया था. लेकिन माना जाता है कि माता की कृपा से यहां किसी का बाल भी बांका नहीं हुआ. यहां किले की चोटी से पाकिस्तान की सीमा दिखती है. लोगों के लिए सबसे बड़ा क्रेज किले की चोटी से पाकिस्तान को देखने का है. 

कैसे पहुंचे

फ्लाइट से जा रहे हैं, तो आप जोधपुर एयरपोर्ट द्वारा आसानी से पहुंच सकते हैं. वहीं ट्रेन से जाने के लिए जोधपुर स्टेशन से ट्रेन सभी मुख्य शहरों के लिए टैक्सी या बस मिल जाएगी. आप यहां बस से भी पहुंच सकते हैं. नई दिल्ली  और आगरा से जयपुर के लिए कई सीधी बसें मिलती हैं. दिल्ली और आगरा के बीच का यह सड़क मार्ग गोल्डन ट्रैवल क्षेत्र का हिस्सा है.

कहां ठहरें

आपको यहां कई होटल, रिसॉर्ट मिल जाएंगे. इसके अलावा अगर आपका बजट थोड़ा कम है तो यहां धर्मशालाएं भी बनाई गई हैं. 

घूमने का बेस्ट टाइम

अक्टूबर से मार्च

फिल्मों में दिखाई गई लोकेशन के बारे में भी लोग जानना चाहते हैं. खासतौर पर जब किसी ऐतिहासिक फिल्म की शूटिंग की जाती है, तो वहां पर्यटकों की संख्या में काफी इजाफा होता है.  ‘पद्मावती’ विवाद के समय भी चित्तौड़गढ़ के अलावा पूरे राजस्थान के पर्यटन में काफी बढ़ोत्तरी देखने को मिली थी. 


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