डेस्टिनेशन : रहस्य और रोमांच का शौक रखते हैं तो भारत की इन जगहों पर घूमना न भूलें
यह विशालकाय इमारत 1757 में मीर जाफर से जुड़ी हुई है. लेकिन यहां की फुसफुसाहटें और पैरों की छाप अक्सर लोगों को सुनाई देती है.
कहते हैं कि कोई जगह कैसी है? इसका जवाब जानने के लिए आपको उस जगह पर जाकर खुद उसका अनुभव लेना पड़ेगा, क्योंकि कई बार नजरिए पर भी काफी बातें निर्भर करती है. इसी तरह दुनिया में ऐसी कई जगह हैं, जो किसी के लिए डरावनी तो किसी के लिए एडवेंचर से भरी हुई है. आइए, हम आपको बताते हैं भारत की ऐसी ही जगहों के बारे में जिन्हें डरावना माना जाता है.
अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा, बैंगलुरु
यह शहर के भुतहा अड्डों में सबसे नया है, खासकर तब से जब पायलटों ने शिकायत की कि रनवे पर एक औरत दिखाई देती है. ग्राउंड स्टाफ ने भी उसे देखा था. मगर ज्यों ही कोई उसके पास जाने की कोशिश करता है, तो वो गायब हो जाती है. अगर आप कभी बैंगलुरु आएं, तो यहां का अनुभव एकबार खुद लें.
हेबर हॉल, चेन्नई, मद्रास
क्रिश्चियन कॉलेज का परिसर रात में अपनी पुरानी जर्जर दीवारों, चरमराते दरवाजों और छिटपुट रोशनी की वजह से खौफनाक नजारा पेश करता है. हेबर हॉल आवासीय हॉलों में से एक है. कहा जाता है कि यहां एक छात्र ने अपने लव अफेयर के चलते किसी बात से हताश होकर खुदकुशी कर ली थी.
मुकेश हिल, मुंबई
कोलाबा की यह उजाड़ कपड़ा मिल आग से स्वाहा हो चुकी है और कभी शूटिंग की पसंदीदा जगह हुआ करती थी. कई बॉलीवुड फिल्मों की शूटिंग यहां हो चुकी है. लेकिन एक बार एक टीवी शूट के दौरान एक अदाकारा अचानक आदमी की आवाज में बोलने लगी, इसके बाद यहां पर अजीबों-गरीब घटनाएं घटने लगी थी. तब से यहां शूटिंग नहीं होती लेकिन दिन के समय लोग यहां घूमने जरूर आते हैं.
राष्ट्रीय पुस्तकालय, कोलकाता
यह विशालकाय इमारत 1757 में मीर जाफर से जुड़ी हुई है. लेकिन यहां की फुसफुसाहटें और पैरों की छाप अक्सर लोगों को सुनाई देती है. इस वजह से शाम होने के बाद यहां कोई नहीं जाता. लेकिन कोलकाता घूमने वाले लोग यहां जरूर आते हैं.