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आनंद भवन घूमने जा रहे हैं तो ये 10 जगहें जरूर घूमें, इत‍िहास को पाएंगे बेहद करीब

ऐत‍िहास‍िक महलों के घूमने की बात हो और उसमें इलाहाबाद के आनंद भवन का नाम न हो ऐसा असंभव है। आनंद भवन घूमने के साथ ही घूमें इन जगहों पर भी...

By Shweta MishraEdited By: Published: Sun, 12 Nov 2017 12:19 PM (IST)Updated: Sun, 12 Nov 2017 12:19 PM (IST)
आनंद भवन घूमने जा रहे हैं तो ये 10 जगहें जरूर घूमें, इत‍िहास को पाएंगे बेहद करीब

आनंद भवन

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आनंद भवन नाम से ही आनंदि‍त करने का अहसास कराता है। इलाहाबाद रेलवे स्टेशन से लगभग 4 किमी की दूरी पर स्‍थ‍ित यह भवन अपने अंदर इत‍िहास को समेटे हैं। कभी नेहरू पर‍िवार का पैतृक आवास रहा यह राजमहल यानी क‍ि आनंद भवन आज एक संग्रहालय बन चुका है। यहां पर हर द‍िन बड़ी संख्‍या में इत‍िहास प्रेमी आते हैं और गूढ़ जानकार‍ियां जुटाते हैं। भवन में आज भी गांधी और नेहरू परिवार की अनेक वस्‍तुओं को पुरानी निशानियों के रूप में देखा जाता है। यहां दुन‍िया भर से पयर्टक भारतीय इत‍िहास को करीब से जानने के ल‍िए आते हैं। 

इलाहाबाद संग्रहालय

आनंद भवन के करीब ही एक मूर्तिकला का एक उत्कृष्ट संग्रहालय है। इस संग्रहालय को इलाहाबाद संग्रहालय के नाम से जानते हैं। इसमें में गुप्त साम्राज्य के समय की टेराकोटा एवं वास्तुकला को दर्शाती वस्‍तुए हैं। 

चंद्रशेखर पार्क

इसके करीब ही शहीद स्वतंत्रता सेनानी चंद्रशेखर आजाद के नाम पर पार्क स्थित है। इस चंद्रशेखर आजाद पार्क में जीएन झा अनुसंधान संस्थान और चंद्र शेखर आजाद की मूर्ति है। इसके अलावा यहां पर सार्वजनिक पुस्तकालय भी बना है। 

पत्‍थर गिरजाघर 

इलाहाबाद में पत्‍थर गिरजाघर भी बना है। यह ग‍िरजाघर देखने में काफी खूबसूरत है। इस गिरजाघर की ख़ूबसूरती प्रत्येक पयर्टक को प्रभावित करती है। 1887 में निर्मित हुए ग‍िरजाघर में बड़ी संख्‍या में पयर्टक आते हैं। 

संगम

इलाहाबाद इत‍िहास ही नहीं अध्‍यात्‍म से भी जुड़ा है। यहां पर तीन पवित्र नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती का म‍िलन होता है। म‍िलन वाले स्‍थान को संगम के रूप में जानते हैं। यहां पर बड़ी संख्‍या में लोग डुबकी लगाने आते हैं।  

इलाहाबाद किला

संगम के करीब इलाहाबाद क‍ा क‍िला स्‍थ‍ित है। इस क‍िले का निर्माण अकबर ने 1583 ईसवी में बनवाया था। तीन शानदार दीर्घाओं में बंटा हुआ यह किला अपने शिल्प और निर्माण के लिए प्रसिद्ध है। यहां पयर्टक पातालपुरी मंदिर, अक्षय वट-वृक्ष आदि घूम सकते हैं।  

अशोक स्तंभ

इलाहाबाद में बना अशोक स्तंभ भी घूमने की जगहों में एक हैं। यह बलुआ पत्थर का बना हुआ है। इसकी ऊचाई 10.6 मीटर है। इस स्तंभ पर कई शिलालेख हैं। शिलालेख पर जहांगीर द्वारा फारसी में लिखवाया गया था। 

खुसरो बाग

इसके आलावा यहां पर खुसरो बाग भी घूमने वाला है। इस बड़े से बगीचे में तीन लोगों के मकबरे हैं, ज‍िनमें खुसरो, सम्राट जहागीर और शाह बेगम के बेटे की कब्रें स्थित हैं। इत‍िहास प्रेमी यहां भी आते हैं। यह इलाहबाद जंक्‍शन के बेहद करीब स्‍थ‍ित है। 

जवाहर तारामंडल

इलाहाबाद में बना जवाहर तारामंडल काफी चर्चित है। इसे बनाने का मुख्‍य उद्देश्‍य लोगों को वैज्ञानिक खगोलीय यात्रा कराना था। तारामंडल खुलने का सुबह ग्यारह बजे से चार बजे तक है। पयर्टकों को यहां बड़ा मजा आता है। 

इलाहाबाद विश्वविद्यालय

इलाहाबाद विश्वविद्यालय भी एक प्रस‍िद्ध स्‍थान है। इसका इत‍िहास से गहरा नाता है। यह भारत के प्रसिद्ध विश्वविद्यालयों की सूची में शाम‍िल है। इलाहाबाद विश्वविद्यालय के परिसर में विक्टोरियन और इस्लामी स्थापत्य शैली की प्राचीन इमारते हैं। 


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