ओडिशा की संस्कृति की झलक दिल्ली में, ओडिशा पर्व 9-11 मार्च से शुरू
रोजाना शाम को ओडिसी, पारंपरिक लोक नृत्य एवं संगीत, फ्यूजन एवं समकालीन नृत्य एवं संगीत से समा बांधा जाएगा.
भारत विविधताओं से भरा देश है. यहां हर राज्य की अलग-अलग संस्कृति देखने को मिलती है. उत्तरप्रदेश, बिहार, बंगाल, तमिलनाडु आदि राज्यों के अलग रंग देखने को मिलेंगे. वहीं जब एक राज्य दूसरे राज्य की संस्कृति के साथ जुड़ जाता है तो एक खास अंदाज सामने आता है. ओडिशा की संस्कृति की झलक इस साल भी दिल्ली में नजर आएगी. ओडिशा पर्व-2018 के दूसरे संस्करण का आयोजन 9 से 11 मार्च के बीच इंडिया गेट के लॉन नम्बर-6 में होगा.कार्यक्रम का उद्घाटन समारोह 9 मार्च को शाम 6 बजे होगा. इस अवसर पर सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश दीपक मिश्र मुख्य अतिथि होंगे. 10 मार्च को भारत के उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू तथा 11 मार्च को केन्द्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह मुख्य अतिथि होंगे.
गौरवशाली इतिहास की झलक
ओडिशा पर्व के दूसरे संस्करण में ओडिशा में 1804-1947 के दौरान दमनकारी ब्रिटिश ताकतों के विरूद्ध अदम्य साहस का प्रदर्शन करने वाले बहादुरों की जीवनगाथा एवं घटनाओं को प्रदर्शित किया जायेगा. ओडिशा के गौरवशाली इतिहास को चित्रित करने हेतु बाराबती किले की पृष्ठभूमि सहित एक भव्य स्टेज का निर्माण किया जायेगा. एक प्रदर्शनी, एक कॉफी टेबल बुक एवं एक मल्टी प्रोजेक्शन फिल्म द्वारा 19वीं एवं 20वीं सदी में पूरे ओडिशा में फैले विरोध पर प्रकाश डाला जाएगा.
ओडिशी जायकों की भरमार
रोजाना शाम को ओडिसी, पारंपरिक लोक नृत्य एवं संगीत, फ्यूजन एवं समकालीन नृत्य एवं संगीत से समा बांधा जाएगा. साथ ही इस अवसर पर ओडिशा की अनगिनत मिठाइयां, कटक, बरहमपुर, पश्चिमी ओडिशा के स्ट्रीट फूड, मांसाहारी व्यंजन, ओडिया थाली और ओडिया पान लोगों को अपनी ओर आकर्षित करेंगी. दिल्लीवालों को यहां के जायके खासतौर पर पसंद आएंगे.