Move to Jagran APP

जानें, तुर्की की मस्जिद हागिया सोफिया से जुड़े अनसुलझे रहस्य

इतिहास के अनुसार हागिया सोफिया इमारत का निर्माण सन 360 में हुआ था जिसे आयासोफ़िया भी कहा जाता है। उस समय यह चर्च था।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2020 03:12 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2020 03:12 PM (IST)
जानें, तुर्की की मस्जिद हागिया सोफिया से जुड़े अनसुलझे रहस्य

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। कमाल अतातुर्क को आधुनिक तुर्की का निर्माता कहा जाता है। कमाल ने तुर्की के स्वर्णिंम विकास के लिए सामाजिक, राजनीतिक व आर्थिक व्यवस्था में आमूल-चूल परिवर्तन किया। उनके इन प्रयासों में एक बड़ा प्रयास हागिया सोफिया मस्जिद को संग्रहालय में तब्दील करना भी है। इससे पहले हागिया सोफिया इमारत का पुनर्निर्माण कई बार किया गया। इस इमारत की कहानी बहुत पुरानी है। आइए, हागिया सोफिया के बारे में जानते हैं कि इसका निर्मणा कब और कैसे हुआ -

loksabha election banner

इस शहर को कस्न्निया कहा जाता था

इतिहास के अनुसार, हागिया सोफिया इमारत का निर्माण सन 360 में हुआ था, जिसे आयासोफ़िया भी कहा जाता है। उस समय यह चर्च था। तब इस शहर को कस्न्निया कहा जाता था जो कि वर्तमान में इस्तांबुल के नाम से प्रसिद्ध है। यह दुनिया की सबसे खूबसूरत शहरों में से एक है। ऐसा कहा जाता है कि छठी शताब्दी में यह इमारत कई बार दंगे की भेंट चढ़ गया, जिनसे इस इमारत को काफी नुकसान हुआ।

यह दुनिया के प्रमुख चर्चों में से एक था

हागिया सोफिया इमारत के निर्माण के बाद तकरीबन 1 हजार साल तक यह दुनिया के प्रमुख चर्चों में से एक था। इसके बाद 15 वीं शताब्दी में उस्मान बिजान्तिनों ने इस शहर पर आक्रमण कर अपना अधिकार जमा लिया। उस समय इस चर्च को मस्जिद में तब्दील कर दिया गया। इस दौरान कई बार यह इमाारत दंगे, विवाद और भूकंप के चपेट में आता रहा, जिनसे इमारत को काफी नुकसान पहुंचा। हालांकि, हर बार इसका पुनर्निर्माण कराया गया।

कमाल अतातुर्क की मृत्यु 1938 में हुई

जब कमाल अतातुर्क ने तख्तापलट किया तो उन्होंने इस इमारत को संग्रहालय घोषित कर दिया। इतिहास में कमाल अतातुर्क को तुर्की का जनक माना जाता है। उसकी मृत्यु 1938 में हो गई। इसके बाद 1953 में हागिया सोफिया इमारत को मस्जिद में तब्दील कर दिया गया। आज यह इमारत मस्जिद रूप में इस्तांबुल में स्थित है। इस इमारत में मेहराब स्थापित किया गया है जो मक्का की दिशा को निर्देशित करता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.