अगर आप एडवेंचर और खतरों से खेलने के शौकिन हैं तो इन जगहों पर जरूर जाएं
दुनिया में ऐसी बहतु सारी जगहें हैं जहां घूमने और एक्सप्लोर करने के लिए बहुत कुछ हैं वहीं कुछ जगहें ऐसी भी है जहां जाना खतरे से खाली नहीं। तो अगर आप एडवेंचर के शौकिन हैं और साथ ही खतरों से खेलने का शौक भी रखते हैं तो इन जगहों
दुनिया में ऐसी बहतु सारी जगहें हैं जहां घूमने और एक्सप्लोर करने के लिए बहुत कुछ हैं वहीं कुछ जगहें ऐसी भी है जहां जाना खतरे से खाली नहीं। तो अगर आप एडवेंचर के शौकिन हैं और साथ ही खतरों से खेलने का शौक भी रखते हैं तो इन जगहों पर जाकर यहां का एक्सपीरियंस लें...
ट्रॉलटूंगा, नार्वे
नॉर्वे की ट्रॉलटूंगा, दुनिया का सबसे खूबसूरत क्लिफ (चट्टान) है। यहां पत्थर का एक बड़ा टुकड़ा 700 मीटर की ऊंचाई पर लटका है, जो लोगों को खूब भाता है। इन चट्टानों के टॉप तक पहुंचने में कम से कम 8-10 घंटे लग जाते हैं। जून मध्य से सितंबर मध्य के बीच पूरी दुनिया से हाइकर यहां हाइकिंग और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए आते हैं। यह जगह नॉर्वे की होर्डालैंड काउंटी से सिर्फ 17 किमी दूर है। यहां से नॉर्वे की दूसरी सबसे बड़ी काउंटी- बरजेन की दूरी 190 किमी है। ट्रॉल्स टंग के इर्द-गिर्द कोई रेलिंग नहीं लगाई गई है, ताकि यहां की नेचरल ब्यूटी को महफूज़ रखा जा सके।
स्विस आल्प्स को पार करने के लिए यहां Trift ब्रिज का इस्तेमाल किया जाता है। जिस पर चलना एडवेंचर के साथ ही अलग ही एक्सपीरियंस होता है। 100 मीटर ऊंचे और 170 मीटर लंबे इस पुल पर संभलकर चलना होता है। ब्रिज तक पहुंचने के लिए भी केबल कार का इस्तेमाल किया जाता है।
हुआना पिच्चु की ऊंची चोटियों से सालों पहले यहां बसे माचू पिच्चु का सबसे खूबसूरत नजारा दिखाई देता है। लेकिन यहां तक पहुंचना भी आसान नहीं। गहरी खाईयों, टेढ़े-मेढ़े रास्तों और ऊंची-ऊंची सीढ़ियों से होकर गुजरना पड़ता है।
पाकिस्तान के उत्तरी भाग में गिलगिट बलिस्तान में बना है हुसैनी ब्रिज। जो हुन्जा को पाकिस्तान से जोड़ता है। सालों पहले बने इस रोपवे ब्रिज पर चलना बहुत ही खतरनाक होता है। इस पर चलते हुए पाएंगे कि बहुत सारे पटरे गायब है। हवा के तेज झोंके से पटरियां हिलती रहती हैं। इतने सारे खतरों के बावजूद भी टूरिस्ट इस एडवेंचर को एन्जॉय करने आते हैं।
आयरलैंड के घुमावदार पहाड़ों में बाइकिंग करना, न सिर्फ यहां के बल्कि बाहर से आने वाले सैलानियों का भी पसंदीदा स्पोर्ट है। महज 4 फीट चौड़ा रास्ता और तेजी से चलती हवाएं, यहां के रोमांच को दोगुना करती हैं।
चीन का माउंट हुआशन, एडवेंचर का एक्सपीरियंस लेने के लिए बेहतरीन जगहों में से एक है। पहाड़ों की खड़ी ढ़ालों पर, छोटे-छोटे पत्थरों और लड़की के टुकड़ों पर ट्रैकिंग करने का अलग ही मजा होता है। दोनों तरफ आसमान को छूते पहाड़ और नीचे गहरी खाई इस जगह के रोमांच को और बढ़ाती है।
लद्दाख के जंस्कार में एक अलग ही तरह की मोनेस्ट्री देखने को मिलेगी जो लकड़ियों और मिट्टी से बनी हुई है। पहाड़ों पर बने इस मोनेस्ट्री को नीचे से देखने पर ऐसा लगता है जैसे मधुमक्खी का बड़ा सा छत्ता। यहां पहुंचने के लिए गाड़ी, घुड़सवारी या किसी भी अन्य तरह की सुविधा नहीं मिलती। पैदल ही सफर तय करना होता है।12,604 फीट ऊंचाई से यूरोप की खूबसूरती को देखने का अलग ही मजा है।
यूरोप की सबसे ऊंची चोटी है ये। ऊंचाई से डरने वाले लोगों के लिए ये जगह खतरनाक साबित हो सकती है वहीं एडवेंचर के शौकिन लोगों का यहां स्वागत है।
मेघालय का सीजू केव्स, इंडिया का पहला लाइमस्टोन(चूना पत्थर) नेचुरल केव है। इसके अलावा यहां दो पहाड़ियों को जोड़ता हुआ रोपवे ब्रिज है जो दिखने में जितना आकर्षक है उस पर चलना उतना ही खतरनाक। लगातार हिलते-डुलते इस पुल के नीचे गहरी खाई है जहां सी भी असावधानी जान के लिए खतरा बन सकती है।
डेविल पूल को अफ्रीका का सबसे ऊंचा वाटरफॉल माना जाता है। कई सारे सैलानी यहां परफेक्ट शॉट लेने के चक्कर में जान गंवा चुके हैं। फिर भी यहां आने वाले टूरिस्टों की सिक्योरिटी को लेकर किसी तरह के कड़े इंतजाम नहीं किए जा रहे हैं।