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ऐसी जगह जहां लोग मरते नहीं अमर हो जाते हैं, जानें इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य

ऐसा कहा जाता है कि इस जगह पर केवल सिद्ध पुरुष ही पहुंच पाते हैं। जबकि आम इंसान की पहुंच से ज्ञानगंज कोसों दूर है। विज्ञान भी इस जगह पर पहुंचने की कोशिश में जुटी है।

By Umanath SinghEdited By: Published: Fri, 07 Aug 2020 11:30 AM (IST)Updated: Fri, 07 Aug 2020 11:30 AM (IST)
ऐसी जगह जहां लोग मरते नहीं अमर हो जाते हैं, जानें इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य
ऐसी जगह जहां लोग मरते नहीं अमर हो जाते हैं, जानें इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य

दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। दुनिया में कई ऐसे रहस्यमयी स्थान हैं, जो अपने रहस्यों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इन रहस्यमयी स्थानों में एक स्थान ज्ञानगंज है। इस जगह का विशेष महत्व है। चूंकि नाम ज्ञानगंज है। इसलिए इस जगह पर केवल और केवल ज्ञान की गंगा ही बहती है। हालांकि, सामान्य इंसान इस ज्ञान से अछूता है। जानकारों की मानें तो इस जगह पर समय ठहर जाता है, मृत्यु नहीं आती है और सिद्ध पुरुष को अमरत्व प्राप्त होता है।

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ऐसा कहा जाता है कि इस जगह पर केवल सिद्ध पुरुष ही पहुंच पाते हैं। जबकि आम इंसान की पहुंच से ज्ञानगंज कोसों दूर है। विज्ञान भी इस जगह पर पहुंचने की कोशिश में जुटी है, लेकिन अब तक विज्ञान को इसमें सफलता नहीं मिली है। अगर आपको ज्ञानगंज के बारे मे कुछ नहीं पता है, तो आइए जानते हैं कि ज्ञानगंज कहां है और इससे जुड़े अनसुलझे रहस्य क्या हैं-

ज्ञानगंज कहां है

आधुनिक समय में ज्ञानगंज तिब्बत में कैलाश पर्वत और मानसरोवर झील के निकट स्थित है। धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस जगह पर एक आश्रम है, जिसका निर्माण विश्वकर्मा जी ने की है। इस जगह पर आज भी भगवान राम, श्रीकृष्ण, बुद्ध आदि शरीर रूप में उपस्थित हैं। इसके साथ ही इस आश्रम में महर्षि वशिष्ठ, विश्वामित्र, महायोगी गोरखनाथ, श्रीमद शंकराचार्य, भीष्म, कृपाचार्य, कणाद, पुलस्त्य, अत्रि आदि को भौतिक रूपों में देखा जा सकता है। जबकि सैकड़ों ऋषिगण हजारों वर्षों से ध्यान करते देखे जा सकते हैं। इस स्थान के बारे में सर्वप्रथम स्वामी विशुद्धानंद परमहंस ने लोगों को जानकारी दी थी।

कौन पहुंच सकता है ज्ञानगंज

ऐसा माना जाता है कि ध्यान में सिद्ध पुरुष गुरु के आशीर्वाद से ज्ञानगंज पहुंच सकता है। इसके अलावा कोई साधारण मनुष्य ज्ञानगंज नहीं पहुंच सकता है। इसके लिए कठिन तप की जरूरत होती है। एक बार अध्यात्म में चेतना जागृत होने के बाद व्यक्ति को जीवनभर स्थिर रहना होता है। इसके बाद सिद्धि प्राप्त होती है। इस तप योग से व्यक्ति अमरता का स्वाद चख सकता है। विज्ञान के लिए आज भी ज्ञानगंज एक रहस्य है।


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