मुंबई में इन 5 जगहों पर आकर देखें गणेशोत्सव की अलग धूम
कोलकाता की दुर्गा पूजा पंजाब की लोहड़ी और गुजरात की मकर सक्रांति जितना ही मशहूर है मुंबई का गणेशोत्सव। तो आइए जानते हैं मुंबई में कहां आकर देखें इस उत्सव की सबसे ज्यादा धूम।
गणेश उत्सव के 9 दिनों तक चलने वाली रौनक को देखना हो तो मुंबई से बेहतरीन शायद ही कोई दूसरी जगह होगी। यहां हर जगह आप इस फेस्टिवल की धूम देख सकते हैं जिसमें आम लोगों के अलावा बॉलीवुड सेलिब्रिटीज भी शिरकत करते हैं। तो अगर आपने प्लान बना लिया है तो मुंबई के इन 5 जगहों पर जरूर जाएं क्योंकि ऐसा अद्भुत नजारा और कहीं देखने को नहीं मिलेगा।
लालबागचा राजा
गणेश बप्पा मोरया की गूंज तो मुंबई के हरी गली-चौराहे पर सुनने को मिलेगी लेकिन लालबाग का पंडाल सबसे ज्यादा मशहूर है। जिसे 1934 में बनाया गया था। रोजाना 15 लाख से भी ज्यादा श्रद्धालु गणपति बप्पा के दर्शन के लिए घंटों लाइन में लगे रहते हैं। दिन अच्छा हुआ तो दर्शन जल्द हो जाएंगे लेकिन कभी-कभी तो दर्शन में 24 घंटे से भी ज्यादा समय लग जाता है। यहां दर्शन के दो लाइनें होती है। जनरल और नवास लाइन। नवास लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं को भगवान के चरण छूने का मौका मिलता है वहीं जनरल लाइन में लगने वाले श्रद्धालुओं को 10 मीटर दूर से भगवान के दर्शन करने पड़ते हैं।
गणेश गली मुंबईचा राजा
गणेश गली का मुंबईचा राजा, यहां लगने वाले पंडालों में से सबसे पुराने है। लेकिन बदलते वक्त के साथ पंडाल में भी कई सारे बदलाव किए गए हैं। फिर चाहे वो यहां स्थापित की जाने वाली गणेश जी की मूर्ति हो, सिंहासन, कपड़ें या फिर उनकी साज-सज्जा।
खेतवाणी गणराज
साउथ मुंबई के खेतवाणीचा में गणपति बप्पा का पंडाल बहुत ही खूबसूरत और अलग तरीके से बनाया जाता है। इस मंडल की स्थापना 1959 में हुई थी। साल 2000 में यहां गणपति की सबसे ऊंची 40 फीट मूर्ति बनाई गई थी। और तो और यहां गणपति की साज-सज्जा भी असली गहनों से की जाती है। यहां आकर ही आप इसके वैभव को देख और उसका आनंद उठा सकते हैं।
अंधेरीचा राजा
अंधेरीचा राजा को मशहूर बनाया है यहां आने वाली बॉलीवुड सेलिब्रिटीज ने। इस मंडल की स्थापना 1966 में हुई थी। जहां बड़े-बड़े सेलिब्रिटीज़ दर्शन के लिए आते हैं और गणपति बप्पा के अलग-अलगा गानों पर झूमते-नाचते हैं।
जेबीएस रेवा किंग सर्कल
जेएसबी सेवा गणेश मंडल को मुंबई गोल्ड गणेश के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि यहां उनकी सजावट असली सोने से की जाती है। पूजा से लेकर यहां गणपति महोत्सव में बजने वाला म्यूज़िक भी बहुत ही खास और अलग होता है।