Move to Jagran APP

फनी की ऊंची लहरों से तबाह हुआ ओडिशा का खूबसूरत और पॉप्युलर ईको-पर्यटन स्थल

3-4 मई को ओडिशा में आए फनी तूफान ने वन विभाग को खासतौर से नुकसान पहुंचाया है जिसकी वजह से यहां का मशहूर ईको-पर्यटन स्थल भी पूरी तरह से बर्बाद हो गया है।

By Priyanka SinghEdited By: Published: Mon, 13 May 2019 09:50 AM (IST)Updated: Mon, 13 May 2019 09:50 AM (IST)
फनी की ऊंची लहरों से तबाह हुआ ओडिशा का खूबसूरत और पॉप्युलर ईको-पर्यटन स्थल
फनी की ऊंची लहरों से तबाह हुआ ओडिशा का खूबसूरत और पॉप्युलर ईको-पर्यटन स्थल

ओडिशा में केंद्रपाड़ा जिले के भितरकणिका नेशनल पार्क में हबेलिकाहती, बहुत ही मशहूर और खूबसूरत आइलैंड है जिसका नज़ारा अब पूरी तरह से बदल चुका है और इसकी वजह है 3 मई को आया फोनी चक्रवात। हालांकि, मौसम विभाग की सर्तकता ने इस तूफान से होने वाले जान-माल के नुकसान को तो काफी हद तक कंट्रोल कर लिया लेकिन प्राकृतिक चीज़ों के नुकसान को थामने में वो पूरी तरह से कामयाब नहीं हो पाए। 

loksabha election banner

फोनी तूफान ने वन विभाग को सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाया है। करीब 14 लाख पेड़ और 8 लाख पौधों को नुकसान पहुंचा है। और तो और ओडिशा टूरिज्म में खास योगदान देने वाला हबेलिकाहती आईलैंड और नंदनकानन चिड़ियाघर भी इसका शिकार हुए हैं। फोनी तूफान 3 मई तो को ओडिशा के तट पर पहुंचा था लेकिन 4 मई को ज्वार की 10 फुट ऊंची लहरों ने समुद्र के किनारे स्थित इस द्वीप को पूरी तरह से तहस-नहस कर दिया। समुद्र के पास स्थित 4 गेस्ट हाउस भी तेज़ लहरों की चपेट में आ गए थे। वहां की हरियाली भी पूरी तरह से नष्ट हो गई है। बाकी चीज़ों को सुरक्षा के मद्देनज़र बंद कर दिया गया है। 
हबेलिकाहती आईलैंड खूबसूरत होने के साथ ही लुप्तप्राय ओलिव रिडले सी टर्टल का भी घर है। जो मीलों का सफर तय कर इस आईलैंड पर अंडे देने आते हैं। फरवरी-मार्च के महीने में यहां इन कछुओं की अच्छी-खासी तादाद देखने को मिलती है। इसके साथ ही ये आईलैंड डॉलफिन्स वॉचिंग के लिए भी पॉप्युलर है। 
ओडिशा में इसे वापस बसाने का काम शुरू हो चुका है। जल्द ही ओडिशा में एक बार फिर से पर्यटन का काम शुरू हो जाएगा।   

लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.